
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB Board) ने 2025 की इंटरमीडिएट (12वीं) और मैट्रिक (10वीं) परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इस बार परीक्षा केंद्रों पर अनुशासन बनाए रखने के लिए कड़े नियम लागू किए गए हैं। परीक्षा भवन में किसी भी परीक्षार्थी को जूता-मोजा पहनकर प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी। परीक्षार्थियों को केवल चप्पल पहनकर परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा।
BSEB Board ने साफ कर दिया है कि यदि कोई परीक्षार्थी जूता-मोजा पहनकर आता है, तो उसे केंद्र में प्रवेश नहीं मिलेगा। इस सख्ती का उद्देश्य परीक्षा को पूरी तरह कदाचारमुक्त और पारदर्शी बनाना है।
BSEB Board Exam: परीक्षा शेड्यूल और महत्वपूर्ण निर्देश
BSEB Board की इंटरमीडिएट परीक्षा 1 फरवरी से 15 फरवरी 2025 तक चलेगी, जबकि मैट्रिक परीक्षा 17 फरवरी से 25 फरवरी 2025 तक आयोजित होगी। परीक्षा के दौरान कदाचार रोकने के लिए कई कड़े नियम लागू किए गए हैं। परीक्षा दो पालियों में होगी, पहली पाली सुबह 9:30 बजे से शुरू होगी, जिसमें परीक्षार्थियों को सुबह 9:00 बजे तक केंद्र में प्रवेश करना अनिवार्य होगा। दूसरी पाली दोपहर 2:00 बजे से शुरू होगी, जिसके लिए 1:30 बजे तक ही प्रवेश दिया जाएगा।
इसके अलावा, परीक्षा केंद्र के गेट आधा घंटा पहले ही बंद कर दिए जाएंगे। यानी, जो परीक्षार्थी तय समय के बाद केंद्र पर पहुंचते हैं, उन्हें किसी भी परिस्थिति में अंदर जाने की अनुमति नहीं मिलेगी।
गेट फांदने पर होगी कड़ी कार्रवाई, 2 साल के लिए परीक्षा से सस्पेंड
BSEB Board ने स्पष्ट किया है कि परीक्षा में लेट होने की स्थिति में किसी भी परीक्षार्थी को गेट फांदने या जबरन प्रवेश करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। यदि कोई परीक्षार्थी ऐसा करता है, तो उस पर न केवल एफआईआर दर्ज की जाएगी, बल्कि दो साल तक परीक्षा देने से भी प्रतिबंधित किया जा सकता है।
इतना ही नहीं, अगर परीक्षा केंद्र के अधीक्षक या अन्य कर्मी किसी भी तरह से गेट फांदने की घटना में संलिप्त पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ भी परीक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।
कदाचारमुक्त परीक्षा के लिए अभिभावकों और शिक्षकों से सहयोग की अपील
BSEB Board ने परीक्षार्थियों, उनके अभिभावकों और परीक्षा केंद्रों पर तैनात अधिकारियों से परीक्षा को पूर्ण रूप से कदाचारमुक्त बनाने में सहयोग करने की अपील की है। परीक्षा में कुल 12 लाख 90 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे, जिनके लिए राज्यभर में 1500 से अधिक परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
BSEB Board ने स्पष्ट किया है कि परीक्षा कक्ष में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, स्मार्टवॉच, ब्लूटूथ, कैलकुलेटर और अन्य प्रतिबंधित वस्तुओं को लाने की अनुमति नहीं होगी। यदि कोई परीक्षार्थी ऐसे उपकरणों के साथ पकड़ा जाता है, तो उसे अनुशासनहीनता के आरोप में परीक्षा से निष्कासित कर दिया जाएगा।
FAQs
Q1: क्या बिहार बोर्ड परीक्षा 2025 में सभी परीक्षार्थियों के लिए जूता-मोजा पर प्रतिबंध है?
हां, बिहार बोर्ड (BSEB) ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा में जूता-मोजा पहनकर आने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है। परीक्षार्थियों को केवल चप्पल पहनकर परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा।
Q2: अगर कोई परीक्षार्थी देरी से पहुंचता है तो क्या उसे परीक्षा देने की अनुमति मिलेगी?
नहीं, परीक्षा केंद्र में पहली पाली के लिए सुबह 9:00 बजे और दूसरी पाली के लिए 1:30 बजे तक ही प्रवेश मिलेगा। इसके बाद आने वाले परीक्षार्थियों को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
Q3: यदि कोई छात्र गेट फांदकर परीक्षा देने की कोशिश करता है तो क्या होगा?
ऐसे परीक्षार्थियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और उन्हें दो साल के लिए परीक्षा से निलंबित कर दिया जाएगा।
Q4: परीक्षा में नकल रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?
बीएसईबी ने सख्त नियम लागू किए हैं, जिसमें जूता-मोजा पर प्रतिबंध, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की मनाही, सख्त चेकिंग और परीक्षा केंद्र पर सीसीटीवी निगरानी शामिल है।
Q5: परीक्षा केंद्र में किन चीजों को लाने की अनुमति होगी?
परीक्षार्थी केवल एडमिट कार्ड, पेन, पेंसिल, चप्पल और आवश्यक दस्तावेज ला सकते हैं। अन्य कोई भी सामग्री निषिद्ध होगी।
BSEB Board परीक्षा 2025 को कदाचारमुक्त और निष्पक्ष बनाने के लिए कई कड़े नियम लागू किए गए हैं। परीक्षार्थियों को समय पर परीक्षा केंद्र पहुंचने और नियमों का पालन करने की सलाह दी जाती है। जूता-मोजा पहनने की अनुमति नहीं होगी, और परीक्षा केंद्र में प्रवेश के लिए सख्त समयसीमा तय की गई है। किसी भी परीक्षार्थी को लेट आने पर परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं मिलेगा और नियमों का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई होगी।