
शीतल बयारों के साथ ही मध्यप्रदेश में स्कूली बच्चों को साल के अंत और नए साल की शुरुआत में छुट्टियों का खास तोहफा मिला है। प्रदेश भर के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में शीतकालीन अवकाश की घोषणा कर दी गई है। यह अवकाश बच्चों को न केवल पढ़ाई से राहत देगा, बल्कि नए साल का स्वागत करने के लिए उत्साह भी भर देगा।
सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में अवकाश का निर्धारण
मध्यप्रदेश में राज्य सरकार और केंद्र सरकार के तहत आने वाले स्कूलों में अलग-अलग अवधि के अवकाश घोषित किए गए हैं। राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त स्कूलों में 31 दिसंबर 2024 से 4 जनवरी 2025 तक 5 दिनों का शीतकालीन अवकाश घोषित किया गया है। चूंकि 5 जनवरी को रविवार है, इस कारण छात्रों को 6 दिन की लगातार छुट्टियां मिलेंगी।
इसके विपरीत, केंद्र सरकार के सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड से संबद्ध स्कूलों में अवकाश की अवधि अधिक रखी गई है। आईसीएसई बोर्ड के स्कूलों में 24 दिसंबर 2024 से 2 जनवरी 2025 तक यानी पूरे 10 दिन का अवकाश घोषित किया गया है। वहीं, सीबीएसई स्कूलों में यह अवकाश 24 दिसंबर 2024 से 1 जनवरी 2025 तक यानी 9 दिनों का रहेगा।
अवकाश की विविधता और इसका आनंद
छुट्टियों की अवधि की विविधता स्कूली बच्चों के लिए कई संभावनाओं का द्वार खोलती है। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए 5 दिनों की छुट्टी जहां सीमित मनोरंजन का मौका देगी, वहीं सीबीएसई और आईसीएसई स्कूलों के छात्रों को 9 से 10 दिनों का पर्याप्त समय मिलेगा। यह समय परिवार के साथ बिताने, नए साल के उत्सव का आनंद लेने और सर्दियों के खुशनुमा मौसम का लुत्फ उठाने के लिए आदर्श रहेगा।
केंद्रीय विद्यालयों में शीतकालीन अवकाश
केंद्रीय विद्यालयों में भी शीतकालीन अवकाश की घोषणा की गई है। केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 1 के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. कपिल भार्गव के अनुसार, इन स्कूलों में 24 दिसंबर 2024 से 2 जनवरी 2025 तक अवकाश रहेगा। यह छात्रों को अपनी ऊर्जा पुनः संचित करने और नए सत्र की तैयारी के लिए पर्याप्त समय प्रदान करेगा।
सर्दियों की छुट्टियां
सर्दियों की छुट्टियां न केवल बच्चों के लिए आराम और उत्सव का मौका होती हैं, बल्कि यह उनके लिए नए साल की शुरुआत को प्रेरक बनाने का भी माध्यम बनती हैं। माता-पिता के साथ समय बिताना, आउटडोर गतिविधियों में भाग लेना और त्योहारों का आनंद लेना, बच्चों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है।