SIP का ये 7-5-3-1 फॉर्मूला आपको बना सकता है करोड़पति – ज़रा सा बदलाव और मिल सकता है बड़ा फंड

क्या आप भी म्यूचुअल फंड SIP में निवेश कर रहे हैं लेकिन करोड़पति बनने का रास्ता नहीं दिख रहा? जानिए 7-5-3-1 फॉर्मूला जो लाखों निवेशकों की किस्मत बदल रहा है। सही समय, सही रणनीति और थोड़ी समझदारी से आप भी बना सकते हैं बड़ा फाइनेंशियल कॉर्पस। पढ़ें पूरी रणनीति!

By Praveen Singh
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SIP का ये 7-5-3-1 फॉर्मूला आपको बना सकता है करोड़पति – ज़रा सा बदलाव और मिल सकता है बड़ा फंड
SIP का 7-5-3-1 फॉर्मूला

SIP का 7-5-3-1 फॉर्मूला आजकल म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले निवेशकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। Mutual Fund के अंतर्गत Systematic Investment Plan यानी एसआईपी को सबसे भरोसेमंद और अनुशासित निवेश तरीका माना जाता है। लेकिन इस प्लान से करोड़ों का फंड कैसे तैयार किया जाए, इसका गणित जानना जरूरी है। यही गणित पेश करता है 7-5-3-1 का फार्मूला, जो निवेशकों को न केवल सही दिशा में निवेश करने की समझ देता है बल्कि लंबी अवधि में बेहतरीन रिटर्न भी सुनिश्चित करता है।

SIP का 7-5-3-1 रूल क्या है?

Mutual Fund SIP का 7-5-3-1 रूल एक निवेश रणनीति है जो चार महत्वपूर्ण स्तंभों पर आधारित है – धैर्य (7 साल), डायवर्सिफिकेशन (5 हिस्से), मानसिक मजबूती (3 प्रकार की चुनौतियाँ) और एसआईपी अमाउंट में सालाना बढ़ोतरी (1 वर्ष)। यह रूल दर्शाता है कि कैसे अनुशासित तरीके से निवेश करके करोड़ों का फंड तैयार किया जा सकता है।

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7 – धैर्य रखें और 7 साल तक निवेश करें

इस फार्मूले का पहला हिस्सा कहता है कि निवेशक को कम से कम 7 साल तक SIP के जरिए इक्विटी Mutual Fund में निवेश करना चाहिए। डेटा के अनुसार, जिन्होंने लंबी अवधि तक बाजार में बने रहकर निवेश किया है, उन्हें औसतन 12-15% तक रिटर्न मिला है। इसके साथ ही एसआईपी में कंपाउंडिंग का प्रभाव निवेशकों के रिटर्न को कई गुना बढ़ा देता है। इसलिए अगर कोई निवेशक करोड़पति बनना चाहता है, तो उसे बाजार की अस्थिरता से घबराए बिना 7 साल या उससे अधिक की योजना बनाकर चलना चाहिए।

5 – पोर्टफोलियो को 5 हिस्सों में बांटना

अगला चरण कहता है कि निवेश को 5 विभिन्न एसेट क्लासेस में बांटना चाहिए। इसे 5 फिंगर फ्रेमवर्क के रूप में समझाया जाता है, जिसमें निम्नलिखित निवेश विकल्प शामिल हो सकते हैं:

  • हाई क्वालिटी स्टॉक्स
  • वैल्यू स्टॉक्स
  • GARP (Growth at Reasonable Price) स्टॉक्स
  • मिड और स्मॉल कैप स्टॉक्स
  • ग्लोबल स्टॉक्स

इस तरह का डाइवर्सिफिकेशन न केवल जोखिम को संतुलित करता है बल्कि रिटर्न की संभावना को भी बढ़ाता है। यह निवेशकों को एक मजबूत और संतुलित पोर्टफोलियो बनाने में मदद करता है।

3 – मानसिक मजबूती के तीन चरण

निवेश के दौरान निवेशक को मानसिक रूप से मजबूत रहना पड़ता है। SIP का 7-5-3-1 रूल यह भी बताता है कि निवेशक को किन-किन मानसिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है और उनसे कैसे निपटना चाहिए।

पहला चरण: निराशा (7-10% रिटर्न)
जब अपेक्षित उच्च रिटर्न नहीं मिलता, तो निवेशक हताश हो सकता है। लेकिन मध्यम रिटर्न भी निवेश यात्रा का जरूरी हिस्सा होते हैं।

दूसरा चरण: चिड़चिड़ापन (0-7% रिटर्न)
जब रिटर्न और गिर जाए, तो निवेशक सोचने लगता है कि FD में पैसे लगाने से बेहतर होता। लेकिन बाजार हमेशा ऊपर-नीचे चलता है, इसलिए धैर्य जरूरी है।

तीसरा चरण: घबराहट (नेगेटिव रिटर्न)
पोर्टफोलियो में लाल निशान देखकर निवेशक घबरा जाता है। लेकिन समझदारी यही है कि बाजार समय के साथ रिकवर होता है और लॉन्ग टर्म में बेहतर रिटर्न देता है।

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1 – हर साल SIP अमाउंट बढ़ाएं

इस नियम का अंतिम और अहम हिस्सा यह सलाह देता है कि निवेशक को हर साल अपने SIP अमाउंट में बढ़ोतरी करनी चाहिए। इससे न केवल निवेश की आदत मजबूत होती है बल्कि वित्तीय लक्ष्यों को जल्दी और प्रभावी ढंग से हासिल किया जा सकता है।

उदाहरण के तौर पर, अगर कोई ₹5,000 प्रति माह की एसआईपी करता है और हर साल 10% की बढ़ोतरी करता है, तो 15 साल में वह निवेश ₹25 लाख से अधिक हो सकता है (रिटर्न रेट के अनुसार)। इससे कॉर्पस में बड़ा इजाफा होता है।

7-5-3-1 रूल क्यों है खास?

  • यह रूल निवेश की चारों दिशाओं पर फोकस करता है – समय, डाइवर्सिफिकेशन, मानसिकता और पूंजी बढ़ोतरी।
  • यह लॉन्ग टर्म विजन के साथ निवेश करने के लिए प्रेरित करता है।
  • इसमें जोखिम प्रबंधन और अवसर दोनों शामिल हैं।
  • यह रूल खासकर उन निवेशकों के लिए उपयोगी है जो SIP के जरिए करोड़पति बनना चाहते हैं।

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FAQs

प्रश्न 1: SIP का 7-5-3-1 फॉर्मूला क्या है?
यह एक निवेश रणनीति है जो 7 साल की निवेश अवधि, 5 एसेट क्लास में डाइवर्सिफिकेशन, 3 मानसिक चरणों से निपटना और हर 1 साल में SIP अमाउंट बढ़ाने की सलाह देता है।

प्रश्न 2: क्या 7-5-3-1 फॉर्मूले से करोड़पति बना जा सकता है?
हां, अगर निवेशक इस रूल को अनुशासित तरीके से अपनाए और लंबे समय तक निवेश करे, तो वह करोड़ों का कॉर्पस तैयार कर सकता है।

प्रश्न 3: SIP अमाउंट हर साल कितना बढ़ाना चाहिए?
आदर्श रूप से हर साल SIP अमाउंट में 10% की बढ़ोतरी करनी चाहिए ताकि रिटर्न और कॉर्पस दोनों में वृद्धि हो सके।

प्रश्न 4: मानसिक मजबूती क्यों जरूरी है SIP में?
SIP एक लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट है और मार्केट उतार-चढ़ाव से भरा होता है। इसलिए निवेशक को मानसिक रूप से मजबूत रहना जरूरी होता है।

प्रश्न 5: डाइवर्सिफिकेशन कैसे करें SIP में?
निवेश को पांच हिस्सों में बांटना चाहिए – हाई क्वालिटी स्टॉक्स, वैल्यू स्टॉक्स, GARP स्टॉक्स, मिड और स्मॉल कैप, और इंटरनेशनल स्टॉक्स।

अगर आप भी SIP के जरिए एक मजबूत फाइनेंशियल भविष्य की योजना बना रहे हैं, तो 7-5-3-1 रूल को ज़रूर अपनाएं और म्यूचुअल फंड-SIP में समझदारी से निवेश करें।

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