
नए साल में केंद्रीय कर्मचारियों को बड़ी खुशखबरी मिल सकती है। 7th Pay Commission के तहत केंद्र सरकार जनवरी 2025 में महंगाई भत्ते (Dearness Allowance – DA) में बढ़ोतरी की घोषणा कर सकती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस बार सरकार DA में 3-4 प्रतिशत की वृद्धि कर सकती है। अगर ऐसा होता है, तो केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 53 प्रतिशत से बढ़कर 56 या 57 प्रतिशत हो जाएगा।
जनवरी 2025 से लागू होगी DA बढ़ोत्तरी
पिछले रिकॉर्ड के अनुसार, सरकार हर साल जनवरी और जुलाई में महंगाई भत्ते में संशोधन करती है। हालांकि, जनवरी के लिए किए गए संशोधन का ऐलान अक्सर मार्च में किया जाता है। बावजूद इसके, इसे 1 जनवरी से प्रभावी माना जाता है। इस बार भी महंगाई भत्ते में संभावित बढ़ोतरी 1 जनवरी 2025 से लागू होगी।
पिछले साल अक्टूबर में सरकार ने महंगाई भत्ते में 3 प्रतिशत की वृद्धि की थी, जिससे यह 53 प्रतिशत पर पहुंच गया था। इससे पहले मार्च 2024 में 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी। अब केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को 53 प्रतिशत DA और DR (Dearness Relief) मिल रहा है।
DA और DR में कितनी होगी वृद्धि?
महंगाई भत्ता (DA) केंद्रीय कर्मचारियों को दिया जाता है जबकि महंगाई राहत (DR) पेंशनर्स के लिए होती है। सरकार हर साल दो बार इन दरों में संशोधन करती है। अगर इस बार DA में 4 प्रतिशत की वृद्धि होती है, तो यह बढ़कर 57 प्रतिशत हो जाएगा। वहीं, 3 प्रतिशत की वृद्धि होने पर DA 56 प्रतिशत तक पहुंच सकता है।
पिछले वर्षों की तुलना में यह वृद्धि कर्मचारियों के वेतन और पेंशनर्स की राहत में अच्छी बढ़ोतरी साबित होगी।
COVID-19 के दौरान रुके महंगाई भत्ते बकाए पर सरकार की स्थिति
हाल ही में संसद के मानसून सत्र में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने स्पष्ट किया कि COVID-19 महामारी के दौरान रोके गए DA और DR के 18 महीने के बकाए को जारी करने की फिलहाल कोई योजना नहीं है।
महामारी के कारण जनवरी 2020, जुलाई 2020 और जनवरी 2021 की तीन किश्तों को रोक दिया गया था। हालांकि, इन किश्तों को जारी करने की मांग बार-बार उठाई गई, लेकिन सरकार ने इसे आर्थिक परिस्थितियों का हवाला देते हुए अस्वीकार कर दिया है।
बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता कैसे प्रभावित करेगा सैलरी?
महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी का सीधा असर कर्मचारियों की कुल सैलरी पर पड़ता है। बेसिक पे के आधार पर DA का प्रतिशत जोड़ा जाता है। अगर महंगाई भत्ता 4 प्रतिशत बढ़ता है, तो कुल सैलरी में अच्छी बढ़ोतरी होगी। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी कर्मचारी की बेसिक पे ₹20,000 है और DA 53 प्रतिशत से बढ़कर 57 प्रतिशत होता है, तो उसे ₹800 अतिरिक्त महंगाई भत्ता मिलेगा।
यह वृद्धि न केवल मौजूदा खर्चों के लिए राहत देती है, बल्कि भविष्य की पेंशन और अन्य लाभों को भी प्रभावित करती है।
सरकार की महंगाई भत्ता नीति
केंद्र सरकार हर साल दो बार महंगाई भत्ते और DR दरों की समीक्षा करती है। यह संशोधन महंगाई के स्तर और आर्थिक परिस्थितियों के आधार पर किया जाता है। पिछले साल भी सरकार ने अक्टूबर में महंगाई भत्ता बढ़ाया था, जिसे 1 जुलाई से लागू माना गया था। महंगाई भत्ते का मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों को महंगाई से राहत प्रदान करना है। बढ़ती महंगाई के चलते सरकार इस बार भी महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की तैयारी में है।
FAQs
1. DA और DR क्या होते हैं?
महंगाई भत्ता (Dearness Allowance) केंद्रीय कर्मचारियों को दिया जाने वाला महंगाई भत्ता है, जबकि DR (Dearness Relief) पेंशनर्स को दिया जाता है।
2. महंगाई भत्ते में कितनी वृद्धि हो सकती है?
इस बार महंगाई भत्ते में 3-4 प्रतिशत वृद्धि की संभावना है।
3. बढ़ा हुआ DA कब से लागू होगा?
बढ़ा हुआ DA 1 जनवरी 2025 से लागू होगा।
4. COVID-19 के दौरान रोके गए महंगाई भत्ते का क्या हुआ?
सरकार ने 18 महीने के DA और DR के बकाए को जारी करने की संभावना को खारिज कर दिया है।
5. महंगाई भत्ते का सैलरी पर क्या प्रभाव पड़ता है?
महंगाई भत्ते में वृद्धि से सैलरी बढ़ती है, क्योंकि यह बेसिक पे का एक निश्चित प्रतिशत होता है।