आजकल पैन कार्ड (Permanent Account Number) का महत्व केवल वयस्कों तक सीमित नहीं रहा है, बल्कि अब नाबालिग बच्चों के लिए भी पैन कार्ड बनवाना जरूरी हो गया है। आयकर अधिनियम की धारा 160 के अनुसार, पैन कार्ड के लिए कोई न्यूनतम आयु सीमा निर्धारित नहीं की गई है, यानी 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए भी पैन कार्ड बनवाना संभव है। इसके जरिए न केवल बच्चों को फाइनेंशियली सिक्योर किया जा सकता है, बल्कि भविष्य में विभिन्न वित्तीय और कानूनी कार्यों में भी यह सहायक साबित होता है।
पैन कार्ड का महत्त्व न केवल टैक्स भुगतान में है, बल्कि यह बच्चों के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं और स्कॉलरशिप का लाभ प्राप्त करने में भी मददगार साबित हो सकता है। यदि आप अपने बच्चों को शेयर (Share), म्युचुअल फंड्स (Mutual Funds) या अन्य निवेशों में नॉमिनी बनाना चाहते हैं, तो पैन कार्ड की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, बच्चों की आय को लेकर भी यदि कोई आयकर प्रश्न उठता है, तो पैन कार्ड के जरिए यह प्रक्रिया सरल हो जाती है।
बच्चों के लिए क्यों जरूरी है पैन कार्ड?
बच्चों के लिए पैन कार्ड बनाने के पीछे कई कारण हैं। सबसे महत्वपूर्ण कारण यह है कि नाबालिगों की आय को सामान्यत: उनके माता-पिता की आय से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन अगर कोई बच्चा नौकरी या बिजनेस करता है, तो उसकी आय को अलग से माना जाएगा। इस स्थिति में, बच्चे को टैक्सपेयर माना जाएगा और उसे पैन कार्ड बनवाना जरूरी होगा।
इसके अलावा, पैन कार्ड न केवल बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करता है, बल्कि यह सरकारी योजनाओं, स्कॉलरशिप (Scholarships) या अन्य लाभों के लिए भी अनिवार्य होता है। यदि आप चाहते हैं कि आपके बच्चे को भविष्य में सरकारी योजनाओं का लाभ मिले, तो पैन कार्ड बनवाना एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।
पैन कार्ड के लिए आवेदन प्रक्रिया
बच्चों के लिए पैन कार्ड आवेदन करने की प्रक्रिया काफी सरल है। आपको सबसे पहले NSDL PAN एप्लीकेशन वेबसाइट पर जाना होगा। यहां आपको ‘new PAN-Indian citizen (Form 49A)’ विकल्प चुनना है। इसके बाद ‘Individual’ श्रेणी का चयन करें और नाबालिग के बारे में सभी आवश्यक जानकारी जैसे पूरा नाम, उम्र, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी भरें। इसके बाद, आपको एक टोकन नंबर प्राप्त होगा, जिसे सुरक्षित स्थान पर नोट कर लें।
अब अगला कदम होगा दस्तावेज़ों को लिंक करना, जिसमें आधार कार्ड का लिंक करना अनिवार्य है। साथ ही, माता-पिता की आय सहित सभी जानकारी भरें और दस्तावेज़ अपलोड करें। अंत में एप्लीकेशन शुल्क का भुगतान करें और प्रक्रिया को पूरा करें। वेरिफिकेशन के बाद, पैन कार्ड लगभग 15 दिनों में बनकर तैयार हो जाता है, और आप इसे ऑनलाइन डाउनलोड भी कर सकते हैं।
(FAQs)
- क्या नाबालिगों के लिए पैन कार्ड बनवाना अनिवार्य है?
नहीं, यह अनिवार्य नहीं है, लेकिन अगर बच्चे का कोई व्यक्तिगत वित्तीय लेन-देन है या वह किसी योजना का लाभ प्राप्त करना चाहता है, तो पैन कार्ड जरूरी हो सकता है। - क्या बच्चों के पैन कार्ड के लिए माता-पिता को भी जानकारी देनी होती है?
हां, पैन कार्ड के आवेदन के दौरान माता-पिता की आय और अन्य जानकारी भी भरनी होती है। - क्या पैन कार्ड बनाने की प्रक्रिया ऑनलाइन है?
जी हां, पैन कार्ड के लिए आवेदन पूरी तरह से ऑनलाइन किया जा सकता है।