अब FD से होगा डबल फायदा! सिर्फ बुजुर्ग के नाम पर कराएं निवेश और पाएं टैक्स फ्री कमाई और ज्यादा ब्याज

नए वित्त वर्ष में सरकार ने बुजुर्गों को दिया जबरदस्त तोहफा—अब ₹1 लाख तक की ब्याज कमाई पर नहीं कटेगा TDS। FD और SCSS में मिलेगा ज्यादा ब्याज और टैक्स में राहत भी। जानिए कैसे घर के सीनियर सिटिजन के नाम से निवेश कर आप कमा सकते हैं डबल फायदा। पढ़ें पूरी जानकारी!

By Praveen Singh
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अब FD से होगा डबल फायदा! सिर्फ बुजुर्ग के नाम पर कराएं निवेश और पाएं टैक्स फ्री कमाई और ज्यादा ब्याज
अब FD से होगा डबल फायदा

नए फाइनेंशियल ईयर FY2025-26 की शुरुआत होते ही सरकार की बजट घोषणाओं का असर दिखना शुरू हो गया है। Fixed Deposit (FD) और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (Senior Citizen Savings Scheme – SCSS) जैसी बचत स्कीमों में अब बुजुर्गों को बड़ा फायदा मिलने जा रहा है। खास बात यह है कि अब FD को अगर किसी बुजुर्ग के नाम से कराया जाए, तो डबल मुनाफा मिलने के पूरे मौके हैं। ब्याज ज्यादा मिलेगा और टैक्स में राहत भी।

1 अप्रैल से लागू हुई नई TDS छूट लिमिट

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 में बुजुर्गों के लिए खास तोहफा दिया था। उन्होंने बैंकों और डाकघर से मिलने वाली ब्याज आय पर TDS (Tax Deducted at Source) की छूट की सीमा को दोगुना कर दिया था। यह बदलाव अब 1 अप्रैल 2025 से लागू हो गया है। अब वरिष्ठ नागरिकों को ब्याज से होने वाली ₹1,00,000 तक की कमाई पर कोई टीडीएस नहीं देना होगा, जबकि पहले यह सीमा ₹50,000 थी।

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FD और SCSS जैसी स्कीमों में मिल रहा तगड़ा लाभ

Senior Citizen Savings Scheme (SCSS) और Fixed Deposit (FD) जैसी स्कीमों में बुजुर्गों को पहले से ही अधिक ब्याज दर मिलती है। अब टीडीएस में मिली राहत के बाद ये योजनाएं और भी फायदेमंद हो गई हैं। अगर आप FD में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो बेहतर होगा कि इसे अपने घर के बुजुर्ग के नाम से कराएं। इससे न केवल ज्यादा ब्याज मिलेगा, बल्कि टैक्स बचत का लाभ भी मिलेगा।

बैंक पहले से देते हैं बुजुर्गों को ज्यादा ब्याज

बैंकिंग सेक्टर में यह आम नियम है कि Senior Citizens को सामान्य ग्राहकों की तुलना में ज्यादा ब्याज दर ऑफर की जाती है। आमतौर पर बुजुर्गों को सामान्य FD पर 0.50% तक ज्यादा ब्याज मिलता है। कुछ बैंक 80 वर्ष या उससे अधिक आयु वाले Super Senior Citizens को 0.25% का अतिरिक्त ब्याज भी देते हैं। यह बैंक की नीतियों पर निर्भर करता है, लेकिन औसतन यह लाभ हर जगह उपलब्ध है।

आम निवेशक को सीमित छूट, बुजुर्ग को ज्यादा फायदा

जहां एक ओर सामान्य निवेशकों को ब्याज पर TDS से सिर्फ ₹40,000 तक की छूट मिलती है, वहीं बुजुर्गों को अब ₹1,00,000 तक की पूरी ब्याज आय पर कोई TDS नहीं देना होगा। यही वजह है कि FD जैसे निवेश को घर के बुजुर्ग सदस्य के नाम से कराना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।

उदाहरण से समझिए कितना ज्यादा मुनाफा होगा

मान लीजिए आप ₹3,00,000 की FD तीन साल के लिए कराते हैं और ब्याज दर 7% है, तो आपको करीब ₹69,432 की ब्याज आय होगी। यदि FD आपके नाम पर है और आप सामान्य नागरिक हैं, तो ₹40,000 से ज्यादा की कमाई पर TDS कटेगा।

वहीं, अगर यही FD आपके घर के किसी बुजुर्ग सदस्य के नाम पर कराई जाए, तो ब्याज दर 7.5% हो जाएगी और ब्याज कमाई होगी ₹74,915। इस पूरी रकम पर TDS नहीं कटेगा, क्योंकि नई सीमा ₹1,00,000 तक हो चुकी है। यानी न सिर्फ ज्यादा ब्याज मिलेगा बल्कि टैक्स में भी पूरी छूट मिलेगी। यही कारण है कि अब FD को बुजुर्गों के नाम से कराना एक स्मार्ट फाइनेंशियल मूव बन चुका है।

क्यों समझदारी है बुजुर्ग के नाम से FD कराना?

  • बुजुर्गों को ब्याज दर में अतिरिक्त लाभ मिलता है।
  • TDS कटौती की सीमा अब ₹1,00,000 हो चुकी है।
  • रिटायरमेंट के बाद बुजुर्गों के पास आय का स्थायी स्रोत जरूरी होता है, FD सुरक्षित और लाभकारी विकल्प है।
  • टैक्स छूट का पूरा फायदा परिवार के लिए बचत बनता है।

सरकार का उद्देश्य और निवेशकों को संदेश

सरकार का मुख्य उद्देश्य बुजुर्गों की वित्तीय सुरक्षा को और मजबूत करना है। बुजुर्ग वर्ग आमतौर पर रिटायरमेंट के बाद जोखिम नहीं उठाना चाहते और सुरक्षित विकल्प चुनते हैं। FD और SCSS जैसे उपकरणों को अधिक आकर्षक बनाकर सरकार ने उन्हें आत्मनिर्भर और टैक्स लाभ वाला विकल्प उपलब्ध कराया है।

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अब क्या करें निवेशक?

अगर आप निवेश की योजना बना रहे हैं, खासकर टैक्स सेविंग के लिहाज से, तो यह अच्छा समय है FD या SCSS में अपने घर के बुजुर्ग के नाम से निवेश करने का। इससे न केवल सुरक्षित ब्याज मिलेगा, बल्कि ₹1 लाख तक की ब्याज आय पर टैक्स भी नहीं कटेगा। यह डबल मुनाफा देने वाला ऑप्शन है, जिसे समझदारी से अपनाया जा सकता है।

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FAQs

प्रश्न 1: क्या अब सभी बुजुर्गों को ₹1 लाख तक की ब्याज आय पर TDS नहीं देना होगा?
हां, वित्त वर्ष 2025-26 से वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज आय पर TDS की सीमा ₹50,000 से बढ़ाकर ₹1,00,000 कर दी गई है।

प्रश्न 2: क्या सामान्य लोगों को भी यह छूट मिलेगी?
नहीं, सामान्य करदाताओं के लिए TDS छूट की सीमा अभी भी ₹40,000 है। बढ़ी हुई सीमा केवल बुजुर्गों के लिए है।

प्रश्न 3: क्या FD पर मिलने वाला ब्याज टैक्स फ्री होता है?
नहीं, FD पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है, लेकिन TDS तभी कटेगा जब वह तय सीमा से अधिक हो। बुजुर्गों के लिए यह सीमा अब ₹1,00,000 है।

प्रश्न 4: क्या SCSS में भी बढ़ी हुई TDS लिमिट लागू होगी?
हां, SCSS भी ब्याज वाली स्कीम है और उस पर भी बढ़ी हुई ₹1,00,000 की TDS छूट बुजुर्गों को मिलेगी।

प्रश्न 5: क्या FD को किसी अन्य के नाम पर कराना कानूनी रूप से सही है?
हां, आप FD को परिवार के किसी वरिष्ठ सदस्य के नाम से करा सकते हैं, बशर्ते वह निवेशक के रूप में रजिस्टर्ड हों और सभी दस्तावेज पूरे हों।

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