भारत का सबसे बड़ा सरकारी बैंक कौन सा है?

Corporate FD क्या है? देखें कैसे होती है बैंक एफडी से अलग, होता है जबरदस्त फायदा

10% तक ब्याज के साथ Corporate FD दे रही है बैंक FD से बेहतर रिटर्न। लेकिन इस हाई रिटर्न के साथ जुड़े हैं बड़े जोखिम। क्या यह निवेश आपके लिए सही है? जानिए निवेश के फायदे और नुकसान, और कैसे करें सही कंपनी का चुनाव।

By Praveen Singh
Published on
Corporate FD क्या है? देखें कैसे होती है बैंक एफडी से अलग, होता है जबरदस्त फायदा
Corporate FD क्या है?

एफडी यानी Fixed Deposit निवेश का सबसे सुरक्षित और लोकप्रिय तरीका है। ज्यादातर लोग बैंक या पोस्ट ऑफिस में एफडी करवाते हैं, क्योंकि यह रिस्क-फ्री होता है और रिटर्न पहले से तय होता है। लेकिन, क्या आप कॉर्पोरेट FD (Corporate FD) के बारे में जानते हैं? यह बैंक एफडी से अलग होती है और इसमें रिटर्न ज्यादा मिलता है। हालांकि, यह थोड़ी रिस्की भी हो सकती है।

क्या है Corporate FD?

कॉर्पोरेट FD वह Fixed Deposit होती है जो बैंकों की बजाय कॉर्पोरेट कंपनियां अपने फंडिंग की जरूरतों को पूरा करने के लिए लॉन्च करती हैं। ये कंपनियां निवेशकों से पैसे इकट्ठा करती हैं और इसके बदले निश्चित ब्याज दर पर रिटर्न देती हैं। इसकी अवधि आमतौर पर 1 से 5 साल की होती है। कॉर्पोरेट FD को सुरक्षित रखने के लिए निवेशकों को उन कंपनियों का चयन करना चाहिए जिनकी क्रेडिट रेटिंग उच्च हो। यह रेटिंग कंपनियों की वित्तीय स्थिति और भरोसेमंदता को दर्शाती है।

बैंक FD और Corporate FD में अंतर

बैंक FD पूरी तरह से सुरक्षित होती है क्योंकि इसे बैंकिंग नियमों और सरकारी सुरक्षा का सहारा मिलता है। कॉर्पोरेट FD में जोखिम अधिक होता है। अगर कंपनी दिवालिया हो जाती है या अपनी वित्तीय जिम्मेदारियां पूरी नहीं कर पाती, तो निवेशकों का पैसा डूब सकता है। ब्याज दर की बात करें तो बैंक FD पर ब्याज दरें आम तौर पर कम होती हैं, जबकि कॉर्पोरेट FD पर रिटर्न अधिक मिलता है।

कॉर्पोरेट FD में ब्याज दर

कॉर्पोरेट FD का सबसे बड़ा आकर्षण इसकी उच्च ब्याज दर है। जहां बैंक एफडी की ब्याज दरें 5% से 7% तक होती हैं, वहीं कॉर्पोरेट FD पर ब्याज दरें 8% से 10% तक हो सकती हैं। यह दर कंपनी की वित्तीय स्थिति और निवेश की अवधि पर निर्भर करती है। 5 साल की कॉर्पोरेट FD पर ब्याज दर 10% तक हो सकती है, जो बैंक FD की तुलना में कहीं ज्यादा है।

Corporate FD में जोखिम

बैंक FD के मुकाबले कॉर्पोरेट FD में जोखिम ज्यादा होता है। अगर कंपनी फाइनेंशियली अस्थिर है, तो आपके निवेश की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। निवेश से पहले कंपनी की क्रेडिट रेटिंग को ध्यान में रखना चाहिए। उच्च रेटिंग वाली कंपनियां निवेश के लिए अधिक सुरक्षित मानी जाती हैं। बैंक FD की तरह इसमें सरकारी गारंटी नहीं होती।

    कॉर्पोरेट FD के फायदे और नुकसान

    फायदे: बैंक FD की तुलना में रिटर्न अधिक होता है। निवेश अवधि को 1 से 5 साल तक चुना जा सकता है। आवेदन और मैच्योरिटी का प्रबंधन सरल होता है।

    नुकसान: कंपनी के डूबने पर पैसा डूब सकता है। ब्याज दरें कंपनी की वित्तीय स्थिति पर निर्भर करती हैं।

    यह भी देखें 2025 की छुट्टियों का ऐलान, सरकार ने जारी की लिस्ट, बर्बाद हुई छुट्टियाँ, कई सरकारी छुट्टियां शनिवार-रविवार को

    2025 की छुट्टियों का ऐलान, सरकार ने जारी की लिस्ट, बर्बाद हुई छुट्टियाँ, कई सरकारी छुट्टियां शनिवार-रविवार को

    FAQs

    Q1: कॉर्पोरेट FD में कितना ब्याज मिलता है?
    कॉर्पोरेट FD में 8% से 10% तक की ब्याज दर मिल सकती है, जो बैंक FD से अधिक है।

    Q2: क्या कॉर्पोरेट FD सुरक्षित होती है?
    बैंक FD की तुलना में कॉर्पोरेट FD में जोखिम अधिक होता है। कंपनी की वित्तीय स्थिति और क्रेडिट रेटिंग के आधार पर निवेश का निर्णय लें।

    Q3: कॉर्पोरेट FD की अवधि क्या होती है?
    इसकी अवधि आमतौर पर 1 से 5 साल तक होती है।

    Q4: कॉर्पोरेट FD में निवेश करने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
    क्रेडिट रेटिंग, कंपनी की वित्तीय स्थिति, और निवेश अवधि जैसी बातों का ध्यान रखना चाहिए।

    Q5: क्या बैंक FD से ज्यादा रिटर्न कॉर्पोरेट FD में मिलता है?
    हां, कॉर्पोरेट FD पर बैंक FD की तुलना में अधिक ब्याज मिलता है, लेकिन इसमें रिस्क भी अधिक होता है।

    Corporate FD उच्च ब्याज दर की वजह से निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प है, लेकिन इसके साथ जुड़े जोखिमों को समझना और सही कंपनियों का चयन करना बेहद जरूरी है। अगर आप थोड़ा जोखिम उठाने के लिए तैयार हैं और अच्छे रिटर्न की तलाश में हैं, तो कॉर्पोरेट FD एक अच्छा विकल्प हो सकता है। लेकिन निवेश से पहले सही जानकारी और विश्लेषण करना न भूलें।

    यह भी देखें Bank Holiday: बुधवार को बंद रहेंगे बैंक, RBI ने दी 25 दिसंबर की छुट्टी, जानें कारण

    Bank Holiday: बुधवार को बंद रहेंगे बैंक, RBI ने दी 25 दिसंबर की छुट्टी, जानें कारण

    Leave a Comment