अगर आपका डाकघर में बचत खाता है, तो आपको हर तीन साल पर केवाईसी (KYC) प्रक्रिया को पूरा करना होता है। पहले यह काम केवल फिजिकल डॉक्यूमेंट्स और बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के जरिए पोस्ट ऑफिस जाकर करना पड़ता था। लेकिन अब Post Office Accounts KYC की इस प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल बना दिया है, जिससे खाता धारकों को बड़ी राहत मिलेगी।
ऑनलाइन प्रक्रिया से होगा eKYC
इंडिया पोस्ट ने इस नई सुविधा की शुरुआत कर्नाटक से की है, जहां करीब 1.90 करोड़ पोस्टल खाता धारक अब घर बैठे केवाईसी प्रक्रिया पूरी कर पाएंगे। कर्नाटक के चीफ पोस्टमास्टर जनरल, राजेंद्र एस कुमार ने बताया कि रिजर्व बैंक की गाइडलाइंस के अनुसार अब ओरिजिनल डॉक्यूमेंट्स और बायोमेट्रिक फिंगरप्रिंट वेरिफिकेशन के लिए पोस्ट ऑफिस जाने की जरूरत नहीं होगी। यह प्रक्रिया अब मोबाइल ऐप और ऑनलाइन आधार ऑथेंटिकेशन के माध्यम से पूरी होगी।
मोबाइल ऐप के जरिए होगा फिंगरप्रिंट वेरिफिकेशन
पोस्ट ऑफिस की यह नई सुविधा खाता धारकों के लिए बेहद सुविधाजनक है। अब मोबाइल ऐप डाउनलोड कर आप घर बैठे ही अपनी KYC प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं। पहले की तरह फिजिकल वेरिफिकेशन के लिए पोस्ट ऑफिस जाने की जरूरत खत्म हो जाएगी।
वेबसाइट पर डॉक्यूमेंट्स अपलोड करें
ऑनलाइन प्रक्रिया की शुरुआत में खाता धारक को इंडिया पोस्ट की आधिकारिक वेबसाइट indiapost.gov.in पर लॉग इन करना होगा। ई-बैंकिंग विकल्प में जाकर अपने KYC से संबंधित डॉक्यूमेंट्स अपलोड करने होंगे। इस प्रक्रिया के बाद, मोबाइल ऐप के जरिए फिंगरप्रिंट वेरिफिकेशन आसानी से हो सकेगा। आधार ऑथेंटिकेशन के माध्यम से आपकी पहचान की पुष्टि की जाएगी, जिससे आप बिना ओरिजिनल डॉक्यूमेंट्स ले जाए भी खाता खोल सकते हैं।
FAQs
1. क्या मुझे हर तीन साल पर केवाईसी करना जरूरी है?
जी हां, रिजर्व बैंक की गाइडलाइंस के अनुसार हर तीन साल पर केवाईसी करना अनिवार्य है।
2. ऑनलाइन प्रक्रिया में क्या-क्या डॉक्यूमेंट्स चाहिए होंगे?
पहचान प्रमाण (जैसे आधार कार्ड) और पते का प्रमाण (जैसे बिजली का बिल) अपलोड करना होगा।
3. क्या सभी राज्यों में यह सुविधा लागू होगी?
फिलहाल यह सुविधा कर्नाटक में शुरू की गई है, लेकिन जल्द ही अन्य राज्यों में भी लागू होगी।
4. क्या यह प्रक्रिया सुरक्षित है?
हां, यह प्रक्रिया पूरी तरह से सुरक्षित है और आधार ऑथेंटिकेशन के जरिए आपकी पहचान की पुष्टि की जाती है।
इंडिया पोस्ट का यह कदम खाता धारकों के लिए बेहद सुविधाजनक है। अब ईकेवाईसी प्रक्रिया को घर बैठे ही पूरा किया जा सकता है, जिससे समय और मेहनत दोनों की बचत होगी। यह डिजिटलीकरण भारत के डाकघर सेवाओं को आधुनिक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।