
फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit-FD) निवेशकों के लिए सुरक्षित और विश्वसनीय विकल्प है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एफडी लैडरिंग (FD Laddering) की मदद से आप इस पर मिलने वाले रिटर्न को कई गुना बढ़ा सकते हैं? यह टेक्निक न केवल आपकी लिक्विडिटी की जरूरतों को पूरा करती है, बल्कि ब्याज दरों के उतार-चढ़ाव के जोखिम को भी कम करती है।
FD Laddering कैसे काम करती है?
एफडी लैडरिंग में निवेशक अपने पूरे फंड को अलग-अलग मैच्योरिटी अवधि वाली कई एफड़ी योजनाओं में बांट देते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपके पास 20 लाख रुपये हैं, तो इसे 1 साल, 2 साल, 3 साल, 4 साल और 5 साल की मैच्योरिटी वाली पांच एफडी में बराबर बांट सकते हैं। जैसे-जैसे हर साल एक एफड़ी मैच्योर होगी, आपको उसका पैसा मिलता रहेगा। इस पैसे को आप जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर से नई एफड़ी में लगाकर रिटर्न बढ़ा सकते हैं।
एफडी लैडरिंग के मुख्य फायदे
आपातकालीन फंड की जरूरत पड़ने पर आपको एफड़ी तोड़ने की जरूरत नहीं होती। हर साल मैच्योर होने वाली एफड़ी से पैसा मिल जाता है। लंबी अवधि की एफड़ी में ब्याज दरें कम होने का रिस्क रहता है, लेकिन लैडरिंग से आप हर साल नई एफड़ी बनाकर बेहतर दरों का फायदा उठा सकते हैं। मैच्योर एफड़ी के पैसे को दोबारा हाई इंटरेस्ट वाली योजनाओं में लगाकर कंपाउंडिंग का लाभ ले सकते हैं।
FD पोर्टफोलियो बनाते समय ध्यान रखें ये बातें
छोटे वित्तीय संस्थान (Small Finance Banks-एसएफबी) या NBFC अक्सर बड़े बैंकों से ज्यादा ब्याज देते हैं। एफड़ी पर TDS (टीडीएस) कटता है, इसलिए टैक्स सेविंग एफड़ी (Tax-Saving FD-टैक्स सेविंग एफडी) या सीनियर सिटीजन स्कीम का चुनाव करें। प्रीमैच्योर विदड्रॉल पर जुर्माना लग सकता है, इसलिए एफड़ी की अवधि सोच-समझकर तय करें।
FAQs
Q1. क्या एफड़ी लैडरिंग छोटे निवेशकों के लिए सही है?
हां, यह स्ट्रैटेजी हर बजट के निवेशकों के लिए कारगर है। आप 5 साल की जगह 6 महीने या 1 साल की एफड़ी से भी शुरुआत कर सकते हैं।
Q2. क्या एफडी लैडरिंग से टैक्स बेनिफिट मिलता है?
5 साल से ज्यादा की Tax-Saving FD-टैक्स सेविंग एफडी पर Section 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है, लेकिन बाकी FD पर ब्याज टैक्सेबल होता है।
Q3. FD लैडरिंग में कितना रिटर्न मिल सकता है?
वर्तमान में बैंक 6-7.5% सालाना ब्याज दे रहे हैं। लैडरिंग से आप इस रिटर्न को रिइन्वेस्टमेंट के जरिए 8-9% तक बढ़ा सकते हैं।
एफडी लैडरिंग न केवल आपकी पूंजी को सुरक्षित रखती है, बल्कि समय के साथ इसे बढ़ाने का व्यावहारिक तरीका भी प्रदान करती है। यह रणनीति विशेष रूप से उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो जोखिम से बचते हैं, लेकिन नियमित आय और लिक्विडिटी चाहते हैं।