पोस्ट ऑफिस की Fixed Deposit (FD) Scheme एक ऐसा वित्तीय विकल्प है जो आपके निवेश को सुरक्षित और लाभकारी बनाता है। बैंक एफडी की तरह, पोस्ट ऑफिस भी अलग-अलग अवधि के लिए एफडी ऑफर करता है। लेकिन अगर आप लंबे समय तक समझदारी से निवेश करते हैं, तो आप अपनी जमा राशि को तीन गुना तक बढ़ा सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, ₹5,00,000 को ₹15,24,149 में बदलना संभव है। आइए इस अनोखी योजना की विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
पोस्ट ऑफिस एफडी पर मिल रही ब्याज दरें
पोस्ट ऑफिस की एफडी स्कीम में 1, 2, 3 और 5 साल की अवधि के लिए निवेश किया जा सकता है। हर अवधि के लिए अलग ब्याज दर निर्धारित है:
- 1 साल के लिए: 6.9% ब्याज
- 2 साल के लिए: 7.0% ब्याज
- 3 साल के लिए: 7.1% ब्याज
- 5 साल के लिए: 7.5% ब्याज
इन दरों को ध्यान में रखते हुए, लंबे समय तक निवेश करने से आपको ज्यादा फायदा मिल सकता है।
₹5,00,000 को ₹15,24,149 कैसे बनाएं?
यह संभव है यदि आप अपने निवेश को 5 साल के लिए पोस्ट ऑफिस एफडी में रखें और इसे दो बार 5-5 साल के लिए एक्सटेंड करें। यानी, आपका निवेश 15 साल के लिए किया जाएगा।
उदाहरण के साथ समझें:
- पहले 5 साल:
₹5,00,000 का निवेश करें। 7.5% ब्याज दर के हिसाब से आपको ₹2,24,974 ब्याज मिलेगा। आपकी मैच्योरिटी राशि होगी ₹7,24,974। - अगले 5 साल:
₹7,24,974 को अगले 5 साल के लिए एक्सटेंड करें। इस पर आपको ₹3,26,201 ब्याज मिलेगा। नई मैच्योरिटी राशि होगी ₹10,51,175। - आखिरी 5 साल:
₹10,51,175 को फिर से 5 साल के लिए एक्सटेंड करें। इस अवधि में आपको ₹4,72,974 ब्याज मिलेगा। अंततः आपकी मैच्योरिटी राशि होगी ₹15,24,149।
इस तरह, 15 वर्षों में आपका कुल ब्याज होगा ₹10,24,149, जो मूल निवेश का तीन गुना है।
एक्सटेंशन के दौरान ब्याज दरें
एक्सटेंड की गई एफडी पर वही ब्याज दर लागू होती है, जो मूल एफडी के परिपक्व होने पर मौजूद थी। उदाहरण के लिए, यदि आपने 7.5% ब्याज दर पर 5 साल की एफडी शुरू की है, तो अगले 10 सालों के एक्सटेंशन पर भी यही दर लागू होगी।
(FAQs)
1. क्या पोस्ट ऑफिस एफडी में निवेश सुरक्षित है?
हाँ, पोस्ट ऑफिस एफडी सरकार द्वारा समर्थित है, इसलिए यह एक सुरक्षित निवेश विकल्प है।
2. क्या मैं समय से पहले एफडी तोड़ सकता हूँ?
हाँ, लेकिन इसके लिए कुछ जुर्माना हो सकता है और आपको कम ब्याज मिल सकता है।
3. क्या ब्याज दरें स्थिर रहती हैं?
एक्सटेंड किए गए खाते पर वही ब्याज दर लागू होती है, जो मूल अवधि की परिपक्वता पर थी।