
फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) में निवेश करने वाले लोगों के लिए एक अहम खबर सामने आई है। हाल ही में Yes Bank ने अपनी कुछ टेन्योर की एफडी (FD) ब्याज दरों (FD Rates) में कटौती की है। इस फैसले से संकेत मिलते हैं कि आने वाले समय में अन्य बैंक भी एफडी रेट्स (FD Rates) में बदलाव कर सकते हैं। करोड़ों भारतीय अपनी मेहनत की कमाई को फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करते हैं, क्योंकि यह एक सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न देने वाला विकल्प माना जाता है। लेकिन अब इन रिटर्न्स में कटौती की संभावना बन रही है।
Yes Bank ने घटाई FD Rates, अधिकतम ब्याज दर में 0.25% की कटौती
Yes Bank ने हाल ही में अपने कुछ विशेष अवधि वाले फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम्स की ब्याज दरों में बदलाव किया है। पहले जहां इस बैंक में 8% तक का अधिकतम ब्याज मिल रहा था, वहीं अब यह घटकर 7.75% हो गया है। यह बदलाव मुख्य रूप से 12 महीने से 60 महीने तक की एफडी योजनाओं पर प्रभाव डालता है।
नए बदलावों के अनुसार:
12 महीने से 24 महीने तक की एफडी पर
- सामान्य ग्राहकों के लिए ब्याज दर अब 7.75% (पहले 8%)
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज दर अब 8.25% (पहले 8.50%)
24 महीने से 60 महीने तक की एफडी पर
- सामान्य ग्राहकों के लिए ब्याज दर 7.25% (पहले 7.50%)
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए 24 से 36 महीने तक 7.75%, और 36 से 60 महीने तक 8.00%
यह स्पष्ट है कि Yes Bank ने 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की है, जो यह दर्शाता है कि बैंकों के बीच ब्याज दरों को लेकर रिवाइजिंग ट्रेंड शुरू हो चुका है।
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क्या अन्य बैंक भी घटाएंगे FD ब्याज दरें?
ब्याज दरों में यह बदलाव केवल एक शुरुआत हो सकती है। आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee – MPC) की आगामी बैठक में अगर रेपो रेट में कटौती होती है, तो इसका सीधा असर बैंकों की एफडी ब्याज दरों पर पड़ेगा।
रेपो रेट वह दर होती है जिस पर RBI बैंकों को कर्ज देता है। जब रेपो रेट घटती है तो बैंक भी अपनी लोन और डिपॉजिट पर ब्याज दरें घटा देते हैं। इससे फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाला रिटर्न भी कम हो सकता है।
निवेशकों के लिए क्या है सही रणनीति?
अगर आप फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो यह समय एक निर्णायक मोड़ पर है। FD Rates घटने की आशंका के बीच, अभी निवेश करने से आप उच्च ब्याज दरों का लाभ उठा सकते हैं।
विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों को अब भी अन्य ग्राहकों की तुलना में बेहतर रिटर्न मिल रहा है, इसलिए उन्हें लंबी अवधि की एफडी चुनने पर विचार करना चाहिए। इसके अलावा, निवेश करने से पहले विभिन्न बैंकों की ब्याज दरों की तुलना जरूर करें, ताकि अधिकतम लाभ सुनिश्चित किया जा सके।
क्या RBI के फैसले से फिर घटेंगी FD Rates?
पिछले कुछ महीनों से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि RBI अपनी मौद्रिक नीति में नरमी ला सकता है। अगर ऐसा हुआ, तो रेपो रेट में कटौती के बाद बैंकों द्वारा एफडी पर ब्याज घटाना स्वाभाविक है। ऐसे में यह ज़रूरी है कि निवेशक समय रहते निर्णय लें और फिक्स्ड डिपॉजिट की मौजूदा ऊंची दरों का लाभ उठाएं।
FD निवेश को लेकर विशेषज्ञों की राय
वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि जिन लोगों को निकट भविष्य में अपने फंड्स की जरूरत नहीं है, उन्हें लॉन्ग टेन्योर एफडी को चुनना चाहिए। इससे न केवल ब्याज दरें फिक्स हो जाएंगी बल्कि ब्याज दर घटने पर भी निवेशक प्रभावित नहीं होंगे।
अगर कोई निवेशक 3 से 5 साल के लिए एफडी करता है तो उसे भविष्य में रेट कटौती का असर नहीं झेलना पड़ेगा। इसके साथ ही बैंक और पोस्ट ऑफिस स्कीम्स की तुलना करके निर्णय लेना समझदारी भरा कदम होगा।
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FAQs
Q1. Yes Bank ने किन एफडी स्कीम्स पर ब्याज दरें घटाई हैं?
Yes Bank ने 12 से 60 महीने की अवधि वाली एफडी योजनाओं पर ब्याज दरों में 0.25% तक की कटौती की है।
Q2. क्या अन्य बैंक भी FD Rates में कटौती करेंगे?
Yes, यदि RBI रेपो रेट में कटौती करता है तो संभावना है कि अन्य बैंक भी एफडी पर ब्याज दरें घटाएं।
Q3. वरिष्ठ नागरिकों को अभी कितनी ब्याज दर मिल रही है?
Yes Bank में वरिष्ठ नागरिकों को 8.00% से 8.25% तक की ब्याज दर मिल रही है, जो सामान्य निवेशकों से अधिक है।
Q4. क्या अभी FD में निवेश करना फायदेमंद रहेगा?
जी हां, क्योंकि भविष्य में FD Rates और घट सकती हैं, इसलिए अभी निवेश करने से उच्च ब्याज दर का लाभ मिल सकता है।
Q5. RBI की मौद्रिक नीति का एफडी रेट्स पर क्या प्रभाव होता है?
RBI जब रेपो रेट घटाता है तो बैंक अपनी डिपॉजिट और लोन की ब्याज दरें कम करते हैं, जिससे एफडी पर मिलने वाला ब्याज भी घटता है।
अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी हो, तो निवेश से पहले अपने बैंक की ताजा ब्याज दर जरूर जांचें और एक सुरक्षित और बेहतर रिटर्न की योजना बनाएं।