
गोल्ड की कीमत (Gold Price) अब तक के सबसे ऊंचे स्तर 2795 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई है। भारतीय बाजार में भी सोने की कीमतें 81,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं। गुरुवार को कीमतों में 1% से अधिक की तेजी दर्ज की गई, जिससे पिछले ऑल-टाइम हाई को तोड़ दिया गया, जो अक्टूबर में देखा गया था।
गोल्ड प्राइस में उछाल के प्रमुख कारण
डॉलर की कमजोरी के चलते बुलियन अन्य करेंसी होल्डर्स के लिए अधिक आकर्षक हो गया है। चूंकि सोने की कीमतें डॉलर में तय होती हैं, इसलिए डॉलर की कमजोरी के चलते इसकी कीमतों में उछाल आया है। अमेरिका ने हाल ही में मैक्सिको और कनाडा पर भारी टैरिफ लगाने की योजना बनाई है, साथ ही चीन पर भी अतिरिक्त टैरिफ लगाने पर विचार किया जा रहा है। इससे वैश्विक अनिश्चितता बढ़ी है, जिसके चलते निवेशक गोल्ड में निवेश कर रहे हैं।
वैश्विक आर्थिक मंदी की संभावनाओं और बाजार में अस्थिरता के कारण निवेशक सुरक्षित निवेश साधनों की ओर रुख कर रहे हैं। सोना हमेशा से सुरक्षित निवेश का विकल्प रहा है, जिससे इसकी मांग और कीमत दोनों बढ़ रही हैं। गुरुवार सुबह 09:41 बजे तक स्पॉट गोल्ड 1% बढ़कर 2783.95 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया, जो अक्टूबर के 2790.15 डॉलर के रिकॉर्ड हाई से महज 6.2 डॉलर कम था। इसके तुरंत बाद इसने नया उच्च स्तर बना लिया। वहीं, यूएस गोल्ड फ्यूचर्स भी 1.4% उछलकर 2808 डॉलर तक पहुंच गया।
यह भी देखें: ये बैंक दे रहे हैं FD पर जबरदस्त ब्याज, चेक करें
भारत में सोने की कीमतें क्यों बढ़ रही हैं?
डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट से सोने की कीमतें बढ़ी हैं। भारत में सोने की मांग मुख्य रूप से त्योहारों और शादियों के सीजन में बढ़ जाती है, जिससे कीमतें ऊंची बनी रहती हैं। भारत सहित कई देशों के सेंट्रल बैंक गोल्ड रिजर्व बढ़ा रहे हैं, जिससे कीमतें लगातार ऊपर जा रही हैं।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि यदि डॉलर में और गिरावट आती है और वैश्विक अनिश्चितताएं बनी रहती हैं, तो सोने की कीमतों में और इजाफा हो सकता है। निवेशकों को सतर्क रहते हुए बाजार पर नजर बनाए रखनी चाहिए और लॉन्ग-टर्म गोल्ड इन्वेस्टमेंट के फैसले सोच-समझकर लेने चाहिए।
यहाँ भी देखें: POMIS योजना क्या है? जानें पूरी जानकारी
FAQs
1. क्या सोने की कीमतें आगे भी बढ़ेंगी?
अगर डॉलर कमजोर होता है और वैश्विक अनिश्चितता बनी रहती है, तो सोने की कीमतों में और इजाफा संभव है।
2. क्या अभी गोल्ड में निवेश करना सही रहेगा?
यदि आप लॉन्ग-टर्म निवेशक हैं, तो गोल्ड में निवेश करना सुरक्षित माना जाता है, लेकिन शॉर्ट-टर्म में इसमें अस्थिरता बनी रह सकती है।
3. भारत में गोल्ड प्राइस क्यों बढ़ रही हैं?
रुपये में गिरावट, सेंट्रल बैंक की खरीदारी और शादी-ब्याह की मांग के कारण सोने की कीमतें ऊंचाई पर हैं।
4. क्या सोने की कीमतें गिर सकती हैं?
यदि डॉलर मजबूत होता है या वैश्विक अनिश्चितता कम होती है, तो सोने की कीमतों में गिरावट देखी जा सकती है।
गोल्ड प्राइस ने नए रिकॉर्ड बनाए हैं और यह निवेशकों के लिए आकर्षक बना हुआ है। डॉलर की कमजोरी, वैश्विक व्यापार तनाव और आर्थिक अस्थिरता ने इसे और ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। भारत में भी मांग और रुपये की कमजोरी के चलते कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। निवेशकों को बाजार के उतार-चढ़ाव पर नजर रखते हुए समझदारी से निवेश करने की जरूरत है।