6 जनवरी 2025 को भारत में सोने की कीमतों में वृद्धि दर्ज की गई है। देशभर में सोने की मांग और बाजार की परिस्थितियों के चलते इसकी कीमतें बढ़ रही हैं। निवेशकों और व्यापारियों की नजर अब आगामी आर्थिक आंकड़ों और फेडरल रिजर्व के ब्याज दर रुख पर है। सोने की कीमतों में यह बदलाव न केवल स्थानीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय कारकों से भी प्रभावित हो रहा है।
दिल्ली में सोने की कीमत
दिल्ली में आज 10 ग्राम 22 कैरेट सोने की कीमत 72,300 रुपए है। वहीं, 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 78,860 रुपए तक पहुंच गई है। यह कीमतें बढ़ती मांग और अंतरराष्ट्रीय बाजार की अस्थिरता के चलते बढ़ी हैं। दिल्ली में सोने की खरीदारी मुख्य रूप से शादियों और त्योहारों के दौरान अधिक होती है, जो इसकी कीमतों को प्रभावित करती है।
मुंबई और कोलकाता में गोल्ड रेट
मुंबई और कोलकाता में 10 ग्राम 22 कैरेट सोने की कीमत 72,150 रुपए और 24 कैरेट की कीमत 78,710 रुपए है। इन दोनों शहरों में सोने की कीमतें लगभग समान हैं। मुंबई में सोना एक प्रमुख निवेश विकल्प माना जाता है, जबकि कोलकाता में इसका सांस्कृतिक महत्व अधिक है।
चेन्नई और बंगलुरु का सोना बाजार
चेन्नई और बंगलुरु में भी 10 ग्राम 22 कैरेट सोने की कीमत 72,150 रुपए और 24 कैरेट की कीमत 78,710 रुपए है। दक्षिण भारत में सोने का सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व अधिक है। यहां के बाजारों में सोने की स्थिर मांग रहती है, जो इसकी कीमतों को स्थिर बनाए रखने में सहायक है।
जयपुर में सोने का भाव
जयपुर में आज 10 ग्राम 22 कैरेट सोने की कीमत 72,300 रुपए और 24 कैरेट की कीमत 78,860 रुपए है। जयपुर में सोने की कीमतें दिल्ली के बाजार के अनुरूप हैं। राजस्थान में सोने की खरीदारी परंपरागत रूप से अधिक होती है, खासकर शादी-विवाह के सीजन में।
सोने की कीमतों पर पड़ने वाले प्रभाव
सोने की कीमतों पर कई कारक असर डाल सकते हैं। प्रमुख रूप से फेडरल रिजर्व के ब्याज दर रुख का इंतजार निवेशक कर रहे हैं। शुक्रवार को आने वाली अमेरिकी नौकरियों की रिपोर्ट से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक किस दिशा में आगे बढ़ेगा। इसके अलावा ADP भर्ती और जॉब ओपनिंग डेटा और फेड की पिछली नीति बैठक के मिनट्स का भी बाजार में असर पड़ेगा।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव
सोने की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थितियों से प्रभावित होती हैं। डॉलर की मजबूती या कमजोरी, तेल की कीमतें, और वैश्विक राजनीति भी इन पर असर डालती है। हालिया अमेरिकी आर्थिक नीतियों ने सोने के बाजार में हलचल मचा दी है, जिससे निवेशकों का ध्यान सोने की ओर बढ़ा है।
FAQs
1. 2025 में सोने की कीमतें क्यों बढ़ रही हैं?
सोने की कीमतों में वृद्धि का मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार की अस्थिरता और स्थानीय मांग का बढ़ना है।
2. सोने की कीमतों पर फेडरल रिजर्व का क्या प्रभाव पड़ता है?
फेडरल रिजर्व की ब्याज दरें सोने की कीमतों को प्रभावित करती हैं। ब्याज दरें कम होने पर सोने की मांग बढ़ती है, जिससे कीमतें बढ़ती हैं।
3. भारत में 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने में क्या अंतर है?
22 कैरेट सोना 91.6% शुद्ध होता है और 24 कैरेट सोना 99.9% शुद्ध होता है। 24 कैरेट सोना निवेश के लिए बेहतर माना जाता है।
4. भारत में सोने की सबसे ज्यादा मांग कब होती है?
भारत में सोने की मांग शादियों और त्योहारों के दौरान सबसे अधिक होती है।
5. वर्तमान में सोने में निवेश करना क्यों लाभदायक है?
अंतरराष्ट्रीय बाजार की अस्थिरता और सोने की बढ़ती कीमतों के चलते वर्तमान में सोने में निवेश को सुरक्षित और लाभदायक माना जा रहा है।
भारत में सोना न केवल एक मूल्यवान धातु है, बल्कि यह सांस्कृतिक और वित्तीय दृष्टि से भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है। शादियों और त्योहारों में इसकी मांग बढ़ जाती है। इसके अलावा, निवेशक इसे सुरक्षित संपत्ति मानते हैं और आर्थिक अस्थिरता के समय में इसमें निवेश करते हैं।