
भारतीय बाजार में सोने की कीमतों (Gold Price) में लगातार उछाल देखने को मिल रहा है। 5 फरवरी 2025, बुधवार को सोना 85,000 रुपये के पार पहुंच गया है। बजट के बाद सोने की कीमतों में लगातार तेजी बनी हुई है, हालांकि बजट में इंपोर्ट ड्यूटी (Import Duty) में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसके बावजूद सोने के दाम बढ़ने से निवेशकों और आम जनता में हलचल मची हुई है।
Gold Price Today
आज 24 और 22 कैरेट सोने के दाम में 400 रुपये तक की हल्की गिरावट दर्ज की गई, लेकिन 10 ग्राम सोने का भाव 85,300 रुपये के पार बना हुआ है। ऐसे में निवेशकों के लिए यह जानना जरूरी है कि सोने के दाम क्यों बढ़ रहे हैं और आगे इसका ट्रेंड क्या रहने वाला है।
यह भी देखें: LIC Saral Pension Yojana क्या है? जानें
क्यों बढ़ रही है Gold Price
सोने की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में हो रही हलचल के कारण बढ़ रही हैं। अमेरिका (USA) में मौद्रिक नीतियों और ब्याज दरों में संभावित बदलाव के कारण निवेशक सोने को एक सुरक्षित विकल्प के रूप में देख रहे हैं, जिससे इसकी मांग और कीमत दोनों में तेजी आ रही है।
अगर वैश्विक अर्थव्यवस्था में ब्याज दरें (Interest Rates) कम होती हैं, तो सोने की कीमत और अधिक बढ़ सकती है। कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि डॉलर इंडेक्स (Dollar Index) कमजोर होने की स्थिति में सोने का भाव और ऊपर जा सकता है। भारत में शादी और त्योहारों के कारण सोने की मांग बढ़ती है। आने वाले महीनों में यह ट्रेंड जारी रह सकता है, जिससे इसकी कीमतों में और इजाफा संभव है।
5 फरवरी 2025 को 24 और 22 कैरेट सोने के दाम
दिल्ली में 24 कैरेट सोने की कीमत 85,360 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है, जबकि 22 कैरेट Gold Price 78,260 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बना हुआ है। मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में भी सोने की कीमतें लगभग इसी दायरे में हैं। प्रमुख शहरों में सोने के दाम:
- दिल्ली: 24 कैरेट – 85,360 रुपये, 22 कैरेट – 78,260 रुपये
- मुंबई: 24 कैरेट – 85,210 रुपये, 22 कैरेट – 78,110 रुपये
- चेन्नई: 24 कैरेट – 85,210 रुपये, 22 कैरेट – 78,110 रुपये
- कोलकाता: 24 कैरेट – 85,210 रुपये, 22 कैरेट – 78,110 रुपये
चांदी की कीमत में गिरावट, 98,400 रुपये प्रति किलो
Gold Price Today के विपरीत, चांदी (Silver Rate Today) में गिरावट आई है। चांदी की कीमत 98,400 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है, जो इसके 1,00,000 रुपये के रिकॉर्ड स्तर से नीचे बनी हुई है। पिछले कुछ दिनों में चांदी में गिरावट का ट्रेंड जारी है, जिससे निवेशक असमंजस में हैं।
भारत में सोने की कीमत कैसे तय होती है?
भारत में सोने की कीमत कई कारकों पर निर्भर करती है, जिनमें प्रमुख हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार (Global Market) में सोने का भाव
- डॉलर-रुपये का विनिमय दर (USD to INR Exchange Rate)
- सरकारी कर और आयात शुल्क (Government Taxes & Import Duty)
- डिमांड और सप्लाई (Demand & Supply) का प्रभाव
- फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) और आरबीआई (RBI) की नीतियां
सोना भारत में केवल एक निवेश का साधन ही नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और परंपरा का भी अहम हिस्सा है। यही कारण है कि सोने की कीमतों में हलचल आम आदमी से लेकर निवेशकों तक को प्रभावित करती है।
यह भी देखें: रिटायरमेंट की प्लानिंग कर रहे हैं यह है फायदेमंद
FAQs
1. क्या सोना अभी और महंगा हो सकता है?
हाँ, अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनिश्चितता बनी रहती है और ब्याज दरें घटती हैं, तो सोने की कीमत में और उछाल देखने को मिल सकता है।
2. क्या यह निवेश के लिए सही समय है?
अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं, तो सोना एक सुरक्षित विकल्प हो सकता है। हालांकि, खरीदारी से पहले बाजार का विश्लेषण जरूर करें।
3. क्या चांदी में निवेश करना सही रहेगा?
चांदी की कीमतों में अभी गिरावट आई है, लेकिन भविष्य में इसमें उछाल संभव है। निवेश करने से पहले बाजार की स्थिति को समझना जरूरी है।
4. सोने की कीमत पर सरकार का क्या प्रभाव पड़ता है?
सरकार द्वारा आयात शुल्क (Import Duty) और टैक्स (Taxes) में बदलाव किए जाने से सोने की कीमत पर सीधा असर पड़ता है।
सोने की कीमतों में 85,000 रुपये के पार का उछाल निवेशकों और आम जनता के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है। जहां अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनिश्चितता इसकी कीमत को प्रभावित कर रही है, वहीं भारतीय शादी और त्योहारों के सीजन में मांग भी सोने की कीमतें बढ़ा रही है। अगर आप निवेश करने की सोच रहे हैं, तो बाजार के मौजूदा ट्रेंड को ध्यान में रखना जरूरी है।