होम लोन लेते वक्त ये छुपे हुए चार्जेज आपकी जेब पर डाल सकते हैं बोझ! जानें पूरी जानकारी

होम लोन लेते समय सिर्फ ब्याज और EMI नहीं, कई ऐसे छुपे हुए चार्जेज भी होते हैं जो आपकी लागत को हजारों-लाखों तक बढ़ा सकते हैं। आवेदन शुल्क से लेकर लीगल फीस और प्रीपेमेंट पेनल्टी तक—इनका समय पर पता न हो तो बड़ा नुकसान हो सकता है। जानिए पूरी जानकारी और बचाएं पैसे।

By Praveen Singh
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होम लोन लेते वक्त ये छुपे हुए चार्जेज आपकी जेब पर डाल सकते हैं बोझ! जानें पूरी जानकारी
होम लोन चार्जेज

होम लोन-Home Loan आज के समय में अपने सपनों का घर खरीदने का सबसे आम तरीका बन गया है। यह आमतौर पर एक लंबी अवधि का कर्ज होता है, जिसमें लाखों रुपये ब्याज के रूप में चुकाने पड़ते हैं। लेकिन सिर्फ ब्याज ही नहीं, होम लोन लेते वक्त आपको कई अन्य चार्जेज भी देने होते हैं, जिनके बारे में जागरूकता जरूरी है। अगर आप होम लोन लेने जा रहे हैं और इन अतिरिक्त शुल्कों की जानकारी नहीं रखते हैं, तो आपका खर्च अनुमान से ज्यादा हो सकता है।

इसलिए, होम लोन से जुड़े प्रमुख चार्जेज के बारे में पहले से जान लेना समझदारी भरा कदम होगा। इससे न केवल आप सही बैंक या फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन का चुनाव कर सकेंगे, बल्कि अप्रत्याशित खर्चों से भी बच पाएंगे।

होम लोन: आवेदन शुल्क (Loan Application Fee)

जब आप किसी बैंक या वित्तीय संस्था में होम लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो सबसे पहले आपको आवेदन शुल्क देना होता है। यह फीस लोन अप्रूवल की गारंटी नहीं होती। यानी अगर आपकी एप्लिकेशन रिजेक्ट हो जाए या आप खुद ही लोन लेने का इरादा बदल लें, तब भी यह शुल्क वापस नहीं मिलता।

अधिकतर मामलों में यह शुल्क या तो एक फ्लैट अमाउंट होता है, जैसे ₹5,000 या ₹10,000, या फिर यह लोन अमाउंट का एक प्रतिशत होता है। कुछ बैंक प्रोमोशनल ऑफर्स के तहत इसे माफ कर सकते हैं, लेकिन यह पूरी तरह से बैंक की नीति पर निर्भर करता है। इसलिए लोन आवेदन करने से पहले इस शुल्क की जानकारी जरूर लें।

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मॉर्गिज डीड फीस: Mortgage Deed Charges

होम लोन प्रक्रिया में मॉर्गिज डीड फीस एक अहम चार्ज होता है। यह वह कानूनी दस्तावेज होता है जिसमें आपकी संपत्ति को गिरवी रखा जाता है। बैंक इस डीड को रजिस्टर्ड कराने के लिए फीस वसूलते हैं।

यह फीस भी लोन अमाउंट का एक निश्चित प्रतिशत होती है, जो आमतौर पर 0.2% से लेकर 0.5% तक हो सकती है। यह रकम लाखों में भी पहुंच सकती है, खासकर अगर आप बड़ी राशि का लोन ले रहे हैं। कुछ बैंक इसे waiver के तौर पर पेश करते हैं ताकि ग्राहक आकर्षित हो सकें।

लीगल फीस: Legal Charges

प्रॉपर्टी की कानूनी जांच भी होम लोन प्रक्रिया का अहम हिस्सा होती है। इसके लिए बैंक या वित्तीय संस्थाएं आमतौर पर बाहरी वकीलों की सेवा लेती हैं और उनकी फीस ग्राहकों से वसूली जाती है।

यदि आप जिस संपत्ति को खरीदना चाह रहे हैं, उसे पहले से ही बैंक द्वारा कानूनी रूप से क्लियर किया गया है, तो यह लीगल फीस नहीं लगेगी। अन्यथा, यह शुल्क ₹5,000 से ₹15,000 या उससे अधिक हो सकता है, जो अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकता है।

कमिटमेंट फीस: Commitment Charges

कमिटमेंट फीस उन मामलों में लगती है जब लोन अप्रूव हो जाता है लेकिन आप निर्धारित समय सीमा के भीतर लोन नहीं लेते हैं। उदाहरण के लिए, कंस्ट्रक्शन से जुड़े लोन में बैंक आपके लिए क्रेडिट लाइन ओपन रखता है, लेकिन यदि आप समय पर लोन वितरण नहीं लेते तो बैंक इस सुविधा के लिए आपसे कमिटमेंट फीस वसूल सकता है।

यह चार्ज भी आमतौर पर अप्रूव्ड और वितरित राशि के बीच अंतर के 1% तक होता है। इसे लेकर बैंकों की शर्तें अलग-अलग होती हैं, इसलिए अपने लोन एग्रीमेंट को ध्यान से पढ़ें।

प्रीपेमेंट पेनल्टी: Prepayment Penalty

यदि आप लोन की अवधि समाप्त होने से पहले ही उसका भुगतान करना चाहते हैं तो कुछ बैंकों द्वारा आपसे प्रीपेमेंट पेनल्टी ली जा सकती है। हालांकि, आरबीआई ने फ्लोटिंग इंट्रेस्ट रेट पर लिए गए होम लोन पर ऐसी कोई पेनल्टी न लेने का निर्देश सभी बैंकों को दिया है।

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लेकिन अगर आपने फिक्स्ड इंट्रेस्ट रेट पर लोन लिया है, तो बैंक पहले भुगतान की गई राशि पर 2% तक प्रीपेमेंट पेनल्टी वसूल सकते हैं। इसलिए लोन लेते समय यह जानना जरूरी है कि आपका लोन फ्लोटिंग है या फिक्स्ड।

सही रणनीति अपनाकर शुल्क से बच सकते हैं

होम लोन लेते समय कई ऐसे मौके होते हैं जब आप थोड़ा-बहुत मोलभाव करके इन चार्जेज को कम करवा सकते हैं। जैसे—

  • प्रोसेसिंग फीस में छूट की मांग करें
  • लीगल और वैल्युएशन फीस का स्पष्ट ब्रेकअप लें
  • पहले से अप्रूव्ड प्रॉपर्टी खरीदने का विकल्प चुनें
  • समय से लोन वितरण कराएं ताकि कमिटमेंट फीस न लगे

अगर आप इन पहलुओं को ध्यान में रखेंगे तो आपके लिए होम लोन की पूरी प्रक्रिया ज्यादा सहज और किफायती हो सकती है।

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FAQs

Q1. क्या सभी बैंक होम लोन पर आवेदन शुल्क लेते हैं?
हाँ, लगभग सभी बैंक और वित्तीय संस्थान होम लोन पर आवेदन शुल्क लेते हैं, लेकिन कुछ प्रोमोशनल ऑफर्स में इसे माफ भी किया जा सकता है।

Q2. क्या लीगल फीस को मोलभाव करके कम किया जा सकता है?
लीगल फीस आमतौर पर तय होती है, लेकिन यदि प्रॉपर्टी पहले से बैंक द्वारा अप्रूव्ड है तो यह शुल्क नहीं लगता, जिससे आप बच सकते हैं।

Q3. क्या प्रीपेमेंट पेनल्टी सभी होम लोन पर लागू होती है?
नहीं, फ्लोटिंग इंट्रेस्ट रेट वाले होम लोन पर RBI के निर्देश के अनुसार कोई प्रीपेमेंट पेनल्टी नहीं ली जाती। यह नियम फिक्स्ड रेट पर लागू नहीं होता।

Q4. कमिटमेंट फीस कब लगती है?
अगर आपने लोन मंजूरी के बाद निर्धारित समय में लोन नहीं लिया, तो बैंक कमिटमेंट फीस लगा सकते हैं, खासकर निर्माण से जुड़े लोन में।

Q5. मॉर्गिज डीड फीस सभी होम लोन में लगती है?
हाँ, मॉर्गिज डीड फीस अधिकतर मामलों में लगती है, लेकिन कुछ बैंक इस चार्ज को waiver के रूप में हटा सकते हैं ताकि ज्यादा ग्राहक आकर्षित हो सकें।

होम लोन-Home Loan एक बड़ा फाइनेंशियल कमिटमेंट होता है। इसे लेने से पहले केवल ब्याज दर और ईएमआई पर फोकस करना पर्याप्त नहीं है। आपको उन अतिरिक्त शुल्कों की भी जानकारी होनी चाहिए जो कुल लागत को प्रभावित करते हैं। इन चार्जेज की सही जानकारी और समझदारी से की गई प्लानिंग से आप न सिर्फ पैसे बचा सकते हैं, बल्कि बिना किसी वित्तीय दबाव के अपने सपनों का घर भी खरीद सकते हैं।

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