
अपना घर होना हर व्यक्ति का सपना होता है, लेकिन इसे हासिल करना आसान नहीं है। अक्सर, लोग अपना घर खरीदने के लिए होम लोन का सहारा लेते हैं। अगर आप भी Home Loan लेने की योजना बना रहे हैं, तो इसे अपनी पत्नी के नाम पर लेने पर विचार करें। यह न केवल आपके लिए किफायती होगा, बल्कि इससे आप लाखों रुपये भी बचा सकते हैं।
महिलाओं को सस्ती ब्याज दरों पर Home Loan
महिलाओं को घर खरीदने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु बैंक और NBFC कई खास योजनाएं पेश करते हैं। इनमें महिला उधारकर्ताओं को 0.05% से 0.1% तक कम ब्याज दर पर Home Loan दिया जाता है। इससे आपकी EMI कम हो जाती है और ब्याज पर खर्च भी घटता है।
स्टाम्प ड्यूटी में छूट का लाभ
भारत में प्रॉपर्टी खरीदते समय स्टाम्प ड्यूटी लगती है, जो आमतौर पर 3% से 9% के बीच होती है। हालांकि, महिलाओं के लिए यह शुल्क कम होता है। जैसे, महाराष्ट्र में पुरुषों के लिए 6% स्टाम्प ड्यूटी है, जबकि महिलाओं के लिए यह 5% है। इसी तरह, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा जैसे राज्यों में भी महिलाओं के लिए रियायती दरें लागू हैं।
टैक्स लाभ: अधिकतम बचत का मौका
महिलाएं, अगर Home Loan की प्राइमरी या को-एप्लिकेंट हैं, तो उन्हें आयकर अधिनियम के तहत टैक्स छूट का लाभ मिलता है। सेक्शन 80C के तहत Home Loan की प्रिंसिपल राशि पर ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट मिलती है। वहीं, सेक्शन 24B के तहत ब्याज पर ₹2 लाख तक की टैक्स छूट का दावा किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री आवास योजना और ब्याज सब्सिडी
महिलाओं को मकान मालिक बनने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना जैसे प्रोग्राम शुरू किए हैं। इस योजना के तहत महिलाओं को ₹2.67 लाख तक की ब्याज सब्सिडी मिलती है। इसके अलावा, निम्न आय वर्ग (LIG) और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) की महिलाओं को 6.5% ब्याज सब्सिडी का लाभ मिलता है।
FAQs
1. पत्नी के नाम होम लोन लेने से क्या-क्या फायदे मिलते हैं?
महिलाओं को सस्ती ब्याज दर, स्टाम्प ड्यूटी में छूट और टैक्स बेनेफिट्स जैसे फायदे मिलते हैं।
2. क्या महिला को प्रॉपर्टी की को-ऑनर होना जरूरी है?
हां, अधिकांश लाभ पाने के लिए महिला को प्रॉपर्टी की को-ऑनर होना जरूरी है।
3. प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ कैसे लें?
इसके लिए महिला का मकान मालिक या को-ऑनर होना जरूरी है और योजना के तहत आवेदन करना होता है।
पत्नी के नाम पर Home Loan लेने से न केवल आपका सपना पूरा होता है, बल्कि यह आर्थिक रूप से फायदेमंद भी है। सस्ती ब्याज दरें, कम स्टाम्प ड्यूटी, और टैक्स छूट जैसे लाभ इसे एक शानदार विकल्प बनाते हैं।