
ग्रेच्युटी (Gratuity) एक महत्वपूर्ण कर्मचारी लाभ है, जो किसी भी कंपनी में लगातार 5 साल या उससे अधिक समय तक काम करने वाले कर्मचारियों को दिया जाता है। इसका कैलकुलेशन एक तय फॉर्मूले के अनुसार किया जाता है।
ग्रेच्युटी (Gratuity) कैसे तय होती है और इसे कहां निवेश करें?
यदि किसी कर्मचारी की अंतिम सैलरी (बेसिक सैलरी + महंगाई भत्ता) ₹75,000 है और उसने 20 साल तक एक ही कंपनी में काम किया है, तो उसे लगभग ₹8.65 लाख Gratuity के रूप में प्राप्त होंगे:
ग्रेच्युटी की राशि = (अंतिम सैलरी) x (15/26) x (कंपनी में कितने साल काम किया)
(₹75,000) x (15/26) x (20) = ₹8,65,385
इस फॉर्मूले में हर महीने के लिए 26 दिनों को गणना में लिया जाता है, क्योंकि सामान्यतः 4 छुट्टियाँ होती हैं। साथ ही, एक साल के लिए 15 दिनों के आधार पर Gratuity की गणना की जाती है। अब सवाल यह उठता है कि इस राशि को कहां निवेश किया जाए ताकि अधिकतम लाभ प्राप्त हो।
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वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (Senior Citizen Savings Scheme – SCSS)
अगर आपको Gratuity रिटायरमेंट के बाद मिली है और यह लाखों में है, तो वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) इसमें निवेश का एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। यह स्कीम 5 वर्षों के लिए होती है और वर्तमान में 8.2% तक का ब्याज प्रदान कर रही है। सुरक्षित और आकर्षक ब्याज दरों की वजह से, यह स्कीम उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो अपने पैसे को सुरक्षित रखना चाहते हैं और एक स्थिर आय अर्जित करना चाहते हैं।
सोने में निवेश (Gold Investment)
सोना सदियों से एक मजबूत निवेश विकल्प रहा है और इसकी कीमत समय के साथ बढ़ती रहती है। ग्रेच्युटी की रकम से सोना खरीदना एक बुद्धिमानी भरा फैसला हो सकता है, खासकर यदि भविष्य में शादी-ब्याह जैसे अवसरों के लिए इसकी जरूरत पड़ सकती है।
यदि फिजिकल गोल्ड लेना न चाहें तो डिजिटल गोल्ड, गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond – SGB) जैसे विकल्प भी मौजूद हैं, जो निवेश को आसान और सुरक्षित बनाते हैं।
म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds)
जो लोग निवेश में थोड़ा जोखिम लेने के लिए तैयार हैं, वे इक्विटी म्यूचुअल फंड्स (Equity Mutual Funds) या डेट म्यूचुअल फंड्स (Debt Mutual Funds) में निवेश कर सकते हैं।
- इक्विटी म्यूचुअल फंड्स शेयर बाजार से जुड़े होते हैं और लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न दे सकते हैं।
- डेट म्यूचुअल फंड्स अपेक्षाकृत सुरक्षित होते हैं और स्थिर रिटर्न देते हैं।
यदि निवेश का अनुभव नहीं है, तो किसी वित्तीय विशेषज्ञ से सलाह लेकर सही फंड का चयन करना बेहतर होगा।
फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit – FD)
जो लोग बिना जोखिम के अपनी राशि पर अच्छा ब्याज कमाना चाहते हैं, वे फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में निवेश कर सकते हैं। बैंकों की एफडी विभिन्न अवधि की होती हैं और ब्याज दरें बैंक के आधार पर अलग-अलग हो सकती हैं। यह उन लोगों के लिए आदर्श है, जो अपने निवेश को सुरक्षित रखना चाहते हैं और स्थिर रिटर्न की उम्मीद करते हैं।
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FAQs
1. ग्रेच्युटी (Gratuity) किसे मिलती है?
Gratuity किसी कंपनी में कम से कम 5 साल तक काम करने वाले कर्मचारियों को दी जाती है, चाहे वह सरकारी हो या निजी क्षेत्र की कंपनी।
2. क्या Gratuity पर टैक्स लगता है?
सरकारी कर्मचारियों की पूरी ग्रेच्युटी टैक्स-फ्री होती है, जबकि निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए अधिकतम ₹20 लाख तक की ग्रेच्युटी कर-मुक्त होती है।
3. क्या ग्रेच्युटी केवल रिटायरमेंट के बाद मिलती है?
नहीं, यदि कोई कर्मचारी 5 साल से अधिक समय तक काम करने के बाद नौकरी छोड़ता है या किसी अन्य कारण से नौकरी समाप्त होती है, तो भी वह ग्रेच्युटी का हकदार होता है।
4. क्या फ्रीलांसर्स और कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स को ग्रेच्युटी मिलती है?
नहीं, ग्रेच्युटी केवल उन कर्मचारियों को मिलती है जो कंपनी के रोल पर होते हैं और जिन्होंने कम से कम 5 साल पूरे किए हैं।
ग्रेच्युटी (Gratuity) एक महत्वपूर्ण वित्तीय लाभ है, जिसे समझदारी से निवेश करने पर बेहतर रिटर्न प्राप्त किया जा सकता है। वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS), सोना, म्यूचुअल फंड्स और फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) जैसे विकल्प ग्रेच्युटी की राशि को सुरक्षित और लाभदायक बनाने में मदद कर सकते हैं। सही निवेश विकल्प चुनकर, आप अपने वित्तीय भविष्य को और भी मजबूत बना सकते हैं।