नमाज के दौरान इमाम ने लाउडस्पीकर बजाया, पुलिस ने लिया हिरासत में, लगाया 2 लाख का जुर्माना

लाउडस्पीकर पर नमाज पढ़ने पर पुलिस की कार्रवाई, मुस्लिम वकीलों का विरोध तेज, सोशल मीडिया पर वायरल बयान से बढ़ा तनाव। पढ़ें, क्यों हुई यह सख्त कार्रवाई और क्या है प्रशासन का रुख।

By Praveen Singh
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नमाज के दौरान इमाम ने लाउडस्पीकर बजाया, पुलिस ने लिया हिरासत में, लगाया 2 लाख का जुर्माना

उत्तर प्रदेश में जुमे के दिन लाउडस्पीकर पर तेज आवाज में नमाज पढ़ने का मामला सामने आया है। सदर कोतवाली क्षेत्र की अनार वाली मस्जिद में इमाम तहजीब ने लाउडस्पीकर का इस्तेमाल करते हुए नमाज पढ़ी, जो नियमों का उल्लंघन माना गया। इस पर पुलिस ने सख्त कदम उठाते हुए इमाम को शांतिभंग की धारा 151 के तहत गिरफ्तार कर लिया और उन पर ₹2 लाख का जुर्माना लगाया।

घटना के बाद मुस्लिम समुदाय के कई वकील कोतवाली पहुंचकर कार्रवाई पर नाराजगी जताने लगे। उन्होंने इसे एकतरफा कार्रवाई बताते हुए कड़ी आपत्ति दर्ज कराई। एक अधिवक्ता ने गुस्से में पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए, जिसमें कहा गया कि पुलिस जानबूझकर ऐसी स्थिति बना रही है जिससे मुस्लिम समुदाय को सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़े। यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिससे मामले ने और तूल पकड़ लिया।

मस्जिदों के बाहर कड़ी सुरक्षा, पुलिस की सख्ती

संभल में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई हिंसा के बाद पुलिस ने इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त रुख अपना रखा है। हर शुक्रवार को मस्जिदों के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहता है। 13 दिसंबर को हुई इस घटना के बाद भी इलाके में भारी तनाव की स्थिति रही।

इस संबंध में कोतवाल अनुज तोमर ने कहा, “लाउडस्पीकर के तेज आवाज में उपयोग के खिलाफ कार्रवाई नियमों का पालन कराने के लिए है। किसी भी समुदाय को कानून तोड़ने की अनुमति नहीं दी जा सकती।” उन्होंने यह भी कहा कि इमाम की गिरफ्तारी और जुर्माने की कार्रवाई कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा है।

मुस्लिम वकीलों ने जताई नाराजगी, सोशल मीडिया पर बयान वायरल

घटना की जानकारी मिलने पर मुस्लिम समुदाय के वकीलों का एक समूह कोतवाली पहुंचा। उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया कि कार्रवाई केवल एक पक्षीय है। गुस्से में एक वकील ने पुलिस के खिलाफ बयान दिया, जिसमें कहा गया कि यह कदम मुस्लिमों को उकसाने के लिए उठाए जा रहे हैं। यह बयान जल्द ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया।

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हालांकि, पुलिस ने अधिवक्ताओं को समझाने की कोशिश की और उन्हें शांतिपूर्ण ढंग से स्थिति का समाधान करने का आग्रह किया। इस बीच एसडीएम वंदना मिश्रा ने कहा, “नियमों का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। प्रशासन सभी के लिए समान है और किसी भी धर्म या समुदाय को कानून तोड़ने की इजाजत नहीं दी जा सकती।”

शांतिभंग और धारा 151 के तहत कार्रवाई

प्रशासन ने धारा 151 के तहत कार्रवाई करते हुए इमाम पर ₹2 लाख का जुर्माना लगाया। यह कार्रवाई लाउडस्पीकर के तेज आवाज में उपयोग पर नियमों का उल्लंघन करने के चलते हुई। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि इस तरह के कदम से कानून-व्यवस्था को बनाए रखने में मदद मिलेगी।

एसडीएम ने यह भी कहा कि इलाके में शांति सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने समुदाय के लोगों से अपील की कि वे कानून का पालन करें और प्रशासन के साथ सहयोग करें।

घटना से जुड़ी प्रतिक्रियाएं

घटना को लेकर संभल के अन्य समुदायों में भी चर्चा है। कुछ लोगों ने पुलिस की सख्ती को सही ठहराया, जबकि अन्य ने इसे अत्यधिक कदम बताया। सोशल मीडिया पर वायरल बयान से दोनों पक्षों में बहस छिड़ गई है।

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