
प्रधानमंत्री बीमा सुरक्षा योजना (PMSBY) भारत सरकार की एक अनूठी पहल है, जो मात्र 20 रूपए के सालाना प्रीमियम पर 2 लाख रूपए तक का एक्सीडेंटल इंश्योरेंस कवर प्रदान करती है। इस योजना का उद्देश्य सभी वर्गों के लोगों को किफायती और सुलभ बीमा कवर प्रदान करना है। 18 से 70 वर्ष की आयु के व्यक्ति इस स्कीम का लाभ उठा सकते हैं।
PMSBY कैसे काम करती है?
PMSBY योजना के तहत ग्राहक का बैंक अकाउंट सालाना 20 रूपए के प्रीमियम से लिंक किया जाता है। इस प्रीमियम का भुगतान हर साल 31 मई को ऑटो-डेबिट के माध्यम से होता है। बीमा की अवधि 1 जून से शुरू होकर अगले साल 31 मई तक रहती है।
अगर किसी दुर्घटना में ग्राहक की मृत्यु हो जाती है या वह पूर्ण विकलांगता का शिकार होता है, तो नामांकित व्यक्ति को 2 लाख रूपए की राशि प्रदान की जाती है। आंशिक विकलांगता की स्थिति में 1 लाख रूपए का कवर दिया जाता है।
पीएम बीमा सुरक्षा योजना में ऐसे करें आवेदन
- सबसे पहले आप PMSBY का लाभ लेने के लिए अपने बैंक की शाखा से संपर्क कर सकते हैं।
- यह योजना मान्यता प्राप्त बीमा कंपनियों के माध्यम से भी लागू की जाती है।
- कई बैंक PMSBY योजना के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी प्रदान करते हैं।
दुर्घटना में नुकसान की स्थिति में इंश्योरेंस क्लेम करें
PMSBY योजना के तहत क्लेम करने के लिए दुर्घटना के 30 दिनों के भीतर आवश्यक दस्तावेज जमा करना जरूरी है। क्लेम के लिए ग्राहक को दुर्घटना की रिपोर्ट, मेडिकल सर्टिफिकेट या मृत्यु प्रमाणपत्र एवं बैंक खाते की जानकारी जैसे दस्तावेज जमा करने होते हैं।
(FAQs)
1. क्या PMSBY योजना सभी के लिए उपलब्ध है?
हां, यह योजना 18 से 70 वर्ष की आयु के सभी बैंक खाता धारकों के लिए उपलब्ध है।
2. क्या किसी मेडिकल जांच की आवश्यकता है?
नहीं, इस योजना में शामिल होने के लिए किसी मेडिकल जांच की आवश्यकता नहीं है।
3. क्या प्रीमियम का भुगतान केवल ऑटो-डेबिट से किया जा सकता है?
हां, PMSBY योजना के तहत प्रीमियम का भुगतान केवल ऑटो-डेबिट के माध्यम से किया जाता है।
4. क्या योजना रिन्यू नहीं होने पर बहाल की जा सकती है?
हां, अगर प्रीमियम समय पर कट नहीं पाता है, तो बाद में राशि उपलब्ध होने पर पॉलिसी बहाल की जा सकती है।
PMSBY एक सरल और किफायती बीमा योजना है, जो समाज के हर वर्ग को सुरक्षा प्रदान करती है। मात्र 20 रूपए में इस योजना का लाभ उठाकर आप अपनी और अपने परिवार की वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। दुर्घटना के बाद क्लेम प्रक्रिया को सरल और तेज़ बनाया गया है, जिससे जरूरतमंदों को समय पर सहायता मिल सके।