बैंक FD में पैसा लगाया तो पछताओगे! जानिए FD के 3 बड़े नुकसान जो डुबा सकते हैं आपकी सेविंग्स

आपकी मेहनत की कमाई कहीं बैंक FD में फंस न जाए! महंगाई, टैक्स और तरलता की मार से आपका रिटर्न हो सकता है बेहद कम। FD करने से पहले जानिए वो 3 बड़े नुकसान, जो आपकी सेविंग्स पर भारी पड़ सकते हैं। सही फैसला लें, पूरा सच जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर!

By Praveen Singh
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बैंक FD में पैसा लगाया तो पछताओगे! जानिए FD के 3 बड़े नुकसान जो डुबा सकते हैं आपकी सेविंग्स
बैंक FD के 3 बड़े नुकसान

फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) भारत में निवेश के सबसे लोकप्रिय और पारंपरिक साधनों में से एक मानी जाती है। बैंक FD निवेशकों को सुरक्षित और निश्चित रिटर्न का भरोसा देती है, जिससे लाखों लोग इसमें पैसा लगाते हैं। खासकर वे निवेशक जो जोखिम से बचना चाहते हैं, उनके लिए बैंक FD पहली पसंद होती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस सुरक्षित विकल्प के साथ कुछ बड़े नुकसान भी जुड़े हो सकते हैं?

फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) क्या है?

फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) एक बैंकिंग उत्पाद है, जिसमें निवेशक अपनी एकमुश्त राशि को बैंक के पास निश्चित अवधि के लिए जमा करता है। बदले में बैंक निवेशक को निश्चित ब्याज दर के अनुसार रिटर्न देता है। आमतौर पर FD की ब्याज दरें 6% से 8% के बीच रहती हैं। FD की अवधि 7 दिन से लेकर 10 साल तक हो सकती है।

2025 में FD ब्याज दरें 6% से 8% के बीच बनी हुई हैं। कई बैंक, जैसे SBI YONO FD Scheme, निवेशकों को ऑनलाइन FD खोलने की सुविधा भी दे रहे हैं। लेकिन FD में निवेश करने से पहले इसके नुकसानों को जानना जरूरी है।

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बैंक FD करने के 3 बड़े नुकसान

1. महंगाई (Inflation) का प्रभाव

FD का सबसे बड़ा नुकसान है Inflation का असर। FD में जो ब्याज दर मिलती है, वह अक्सर महंगाई दर से कम होती है। उदाहरण के लिए, अगर आपकी FD पर ब्याज दर 6% है और महंगाई दर 7% चल रही है, तो असल में आपके पैसे की क्रय शक्ति घट रही है।

महंगाई दर अधिक होने पर FD का रिटर्न वास्तविक रूप से नकारात्मक हो सकता है। इसका मतलब है कि आपके पैसे से जो चीजें आज खरीदी जा सकती हैं, भविष्य में वही चीजें महंगी हो जाएंगी और FD का रिटर्न उनकी भरपाई नहीं कर पाएगा। लंबी अवधि की FD में यह समस्या और गंभीर हो जाती है।

2. कर (Tax) का बोझ

FD में मिलने वाले ब्याज पर आयकर (Income Tax) लगता है। बैंक हर साल ब्याज पर TDS (Tax Deducted at Source) काटता है, जो आपकी कुल आय में जुड़ जाता है। यदि आप उच्च टैक्स स्लैब में आते हैं, तो FD पर मिलने वाला रिटर्न कर कटने के बाद काफी कम रह जाता है।

5 साल की टैक्स सेविंग FD पर जरूर टैक्स छूट मिलती है, लेकिन बाकी FD पर ब्याज कर योग्य है। इस वजह से जिन निवेशकों की आय अधिक है, उन्हें FD से वास्तविक रिटर्न कम मिल सकता है।

3. तरलता (Liquidity) की कमी

FD में निवेश के दौरान एक प्रमुख परेशानी है इसकी Liquidity। आपकी जमा राशि लॉक-इन होती है और अगर आपको बीच में पैसों की जरूरत पड़ जाए, तो समय से पहले निकासी पर पेनल्टी लगती है। साथ ही ब्याज दर भी कम कर दी जाती है।

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यह उन लोगों के लिए बड़ी समस्या हो सकती है जिन्हें आपातकालीन स्थिति में तुरंत पैसे चाहिए। FD में यह लचीलापन नहीं होता। इसके मुकाबले म्यूचुअल फंड या सेविंग अकाउंट जैसी योजनाएं अधिक तरलता प्रदान करती हैं।

बैंक FD बनाम अन्य निवेश विकल्प

आज के समय में म्यूचुअल फंड, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), और रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) सेक्टर से जुड़े निवेश विकल्प FD से बेहतर रिटर्न और टैक्स लाभ दे सकते हैं। हालांकि इन विकल्पों में जोखिम थोड़ा अधिक हो सकता है, लेकिन महंगाई को मात देने और कर लाभ पाने के लिए ये बेहतर साबित हो सकते हैं।

क्या बैंक FD आपके लिए सही है?

यदि आप ऐसे निवेशक हैं जो जोखिम बिल्कुल नहीं लेना चाहते, निश्चित रिटर्न पसंद करते हैं और आपकी प्राथमिकता पूंजी सुरक्षा है, तो बैंक FD एक अच्छा विकल्प हो सकता है। खासकर वरिष्ठ नागरिकों के लिए FD में वरिष्ठ नागरिक दर (Senior Citizen Rate) भी उपलब्ध होती है।

लेकिन अगर आपका लक्ष्य महंगाई को मात देना, कर बचाना और उच्च रिटर्न पाना है, तो म्यूचुअल फंड, शेयर बाजार, या PPF जैसे अन्य निवेश विकल्पों को जरूर देखें। साथ ही, अपनी वित्तीय जरूरतों के अनुसार निवेश में विविधता लाना समझदारी होगी।

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FAQs

प्रश्न 1: क्या FD में महंगाई दर का असर वास्तव में नुकसानदायक होता है?
हां, अगर FD पर ब्याज दर महंगाई दर से कम है, तो आपके पैसे की क्रय शक्ति घटती है, जिससे वास्तविक रिटर्न नकारात्मक हो सकता है।

प्रश्न 2: FD पर टैक्स कैसे कटता है?
FD पर मिलने वाले ब्याज पर TDS (Tax Deducted at Source) के रूप में 10% या अधिक टैक्स काटा जाता है। आपकी कुल आय में यह ब्याज जुड़ता है और उसी हिसाब से इनकम टैक्स लगता है।

प्रश्न 3: क्या FD में समय से पहले पैसे निकाल सकते हैं?
हां, लेकिन समय से पहले निकासी करने पर बैंक पेनल्टी चार्ज करता है और ब्याज दर भी घटा देता है।

प्रश्न 4: बैंक FD में निवेश करने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
जब ब्याज दरें ऊंची हों और आपकी वित्तीय स्थिति स्थिर हो, तब FD में निवेश करना अच्छा रहता है। लेकिन दूसरे विकल्पों की तुलना जरूर करनी चाहिए।

प्रश्न 5: क्या FD पर टैक्स बचाने का कोई तरीका है?
जी हां, 5 साल की टैक्स सेविंग FD में निवेश करके आप आयकर की धारा 80C के तहत टैक्स में छूट प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन सामान्य FD पर टैक्स कटता है।

बैंक FD भले ही सुरक्षित और सरल निवेश विकल्प है, लेकिन इसके तीन बड़े नुकसान—महंगाई का प्रभाव, टैक्स का बोझ और तरलता की कमी—आपके फाइनेंशियल प्लान को प्रभावित कर सकते हैं। FD में निवेश करने से पहले इन पहलुओं पर विचार जरूर करें और अपनी वित्तीय स्थिति और लक्ष्यों के अनुसार ही निर्णय लें। बिना योजना बनाए केवल FD में पैसा फंसाना आपके लिए घाटे का सौदा साबित हो सकता है।

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