आज के समय में इमरजेंसी में लोन लेना एक सामान्य प्रक्रिया बन चुकी है। लोग अपने सपनों को पूरा करने के लिए लोन का सहारा लेते हैं। चाहे घर खरीदना हो, वाहन लेना हो या किसी अन्य वित्तीय जरूरत को पूरा करना हो, लोन एक महत्वपूर्ण विकल्प बन चुका है। अगर आप किसी के लोन गारंटर बनते हैं, तो यह आपके लिए जोखिम भरा हो सकता है। अगर उधारकर्ता लोन चुकाने में असफल होता है, तो गारंटर को लोन का सारा पैसा चुकाना पड़ सकता है। ऐसे में Loan Guarantor Rules की जानकारी जरूरी होती है।
Loan Guarantor Rules
जब कोई व्यक्ति लोन लेता है, तो बैंक लोन की वसूली को सुनिश्चित करने के लिए एक Loan Guarantor की मांग करता है। गारंटर एक ऐसा व्यक्ति होता है जो लोनधारक की ओर से लोन चुकाने की गारंटी देता है। अगर लोनधारक लोन चुकाने में विफल रहता है, तो बैंक गारंटर से संपर्क करता है और बकाया राशि की मांग करता है।
गारंटर बनने से पहले एक कानूनी समझौता किया जाता है, जिसमें यह स्पष्ट होता है कि Loan Guarantor पर लोन चुकाने की जिम्मेदारी होगी। इस स्थिति में अगर लोनधारक लोन नहीं चुका पाता, तो गारंटर को उस लोन की भरपाई करनी होगी।
सिबिल स्कोर पर प्रभाव
लोन का डिफॉल्ट होना न केवल लोनधारक बल्कि गारंटर के सिबिल स्कोर (CIBIL Score) को भी प्रभावित करता है। अगर Loan Guarantor को लोन चुकाना पड़ता है और वह ऐसा करने में असफल होता है, तो इसका प्रभाव गारंटर की क्रेडिट हिस्ट्री पर पड़ता है। इससे भविष्य में लोन प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है। अगर यह लोन सिक्योर्ड लोन (Secured Loan) है, तो बैंक उस संपत्ति को जब्त कर सकता है जो गिरवी रखी गई हो। यह स्थिति गारंटर और लोनधारक दोनों के लिए वित्तीय समस्याएं पैदा कर सकती है।
गारंटर बनने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें
Loan Guarantor बनने से पहले यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि आप उस व्यक्ति को अच्छी तरह से जानते हैं। उसके वित्तीय व्यवहार और लोन इतिहास की पूरी जांच करें। अगर वह पहले किसी लोन में डिफॉल्टर रहा है, तो गारंटर बनना आपके लिए जोखिमपूर्ण हो सकता है। साथ ही यह सुनिश्चित करें कि लोनधारक ने लोन इंश्योरेंस कवर (Loan Insurance Cover) लिया हो। यह कवर किसी भी अनचाही परिस्थिति में आपकी जिम्मेदारी को कम कर सकता है।
गारंटर बनने के खतरे और बचाव के उपाय
गारंटर बनने का सबसे बड़ा जोखिम यह है कि लोनधारक के डिफॉल्ट होने पर गारंटर को कानूनी और वित्तीय जिम्मेदारियों का सामना करना पड़ता है। इससे बचने के लिए कुछ उपाय अपनाए जा सकते हैं, जैसे लोनधारक की वित्तीय स्थिति का आकलन करें, लोन इंश्योरेंस कवर का विकल्प चुनें, गारंटर बनने से पहले कानूनी समझौते की शर्तों को ध्यान से पढ़ें। एवं केवल ऐसे व्यक्ति के लिए गारंटर बनें, जिस पर आपको पूरा भरोसा हो।
FAQs
1. क्या गारंटर बनने पर लोनधारक के डिफॉल्ट की स्थिति में गारंटर को सारा पैसा चुकाना पड़ता है?
हां, अगर लोनधारक लोन चुकाने में असफल होता है, तो गारंटर को लोन चुकाने की जिम्मेदारी निभानी पड़ती है।
2. Loan Guarantor बनने से पहले किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए?
गारंटर बनने से पहले लोनधारक की वित्तीय स्थिति, लोन इतिहास और लोन इंश्योरेंस कवर की जानकारी अवश्य लें।
3. क्या गारंटर बनने का सिबिल स्कोर पर प्रभाव पड़ता है?
हां, अगर गारंटर लोन चुकाने में असफल होता है, तो इसका सीधा प्रभाव उसके सिबिल स्कोर पर पड़ता है।
4. क्या गारंटर के लिए कानूनी समझौता करना आवश्यक है?
हां, गारंटर बनने के लिए कानूनी समझौता आवश्यक है, जिसमें गारंटर की जिम्मेदारियों को स्पष्ट किया जाता है।
5. क्या लोन इंश्योरेंस कवर गारंटर की जिम्मेदारी कम कर सकता है?
हां, लोन इंश्योरेंस कवर से गारंटर को लोनधारक की डिफॉल्ट स्थिति में सुरक्षा मिलती है। यह गारंटर की वित्तीय जिम्मेदारियों को कम कर सकता है।
यह लेख लोन गारंटर बनने की जिम्मेदारियों और उससे बचाव के उपायों की स्पष्ट जानकारी देता है। किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले सभी पहलुओं पर विचार करना आवश्यक है।