
टेलीकॉम सेक्टर में ट्राई (Telecom Regulatory Authority of India) द्वारा प्रस्तावित और लागू किए जाने वाले ये नए नियम और बदलाव ग्राहकों के अनुभव और उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लाए गए हैं। आइए इस पूरे मामले को कुछ बिंदुओं में सरलता से समझते हैं:
2 सिम कार्ड इस्तेमाल करने वालों को होंगे ये फायदे
1. 2G और डबल सिम उपयोगकर्ताओं के लिए राहत
- दो सिम उपयोग करने वाले ग्राहकों को अक्सर दूसरी सिम के लिए केवल वॉइस और SMS सेवा चाहिए होती है, लेकिन उन्हें डेटा बंडल के साथ महंगा पैक लेना पड़ता है।
- ट्राई टेलीकॉम कंपनियों को Voice + SMS पैक उपलब्ध कराने का निर्देश देने वाला है, जिससे ग्राहकों को केवल उनकी जरूरत के अनुसार रिचार्ज विकल्प मिल सके।
2. 2G यूजर्स की बड़ी संख्या
- भारत में अभी भी लगभग 30 करोड़ लोग 2G सेवाएं उपयोग करते हैं। यह बदलाव विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण होगा, जो स्मार्टफोन के बिना सिर्फ कॉल और मैसेज पर निर्भर हैं।
3. सिम कार्ड के नए नियम
- रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता:
- सिम कार्ड बेचने वाले विक्रेताओं (PoS एजेंट) को टेलीकॉम ऑपरेटर के साथ रजिस्टर करना अनिवार्य है।
- आधार और पासपोर्ट जैसे दस्तावेजों के साथ पुलिस सत्यापन जरूरी है।
- ई-केवाईसी प्रक्रिया:
- नया सिम खरीदने या बदलने के लिए ई-केवाईसी प्रक्रिया अब अनिवार्य है।
- थोक बिक्री पर रोक:
- थोक में सिम कार्ड बेचना प्रतिबंधित कर दिया गया है, और व्यावसायिक उपयोगकर्ताओं के लिए व्यक्तिगत केवाईसी आवश्यक होगा।
- उपयोग सीमा:
- एक व्यक्ति अधिकतम 9 सिम कार्ड (जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर में 6) ही रख सकता है।
4. फर्जी सिम कार्ड और धोखाधड़ी पर रोकथाम
- सिम कार्ड के नियम कड़े होने से डिजिटल धोखाधड़ी और फर्जी सिम कार्ड का दुरुपयोग रोकने में मदद मिलेगी।
- 30 दिन तक उपयोग न करने पर आउटगोइंग सेवाएं बंद होंगी।
- 45 दिनों तक निष्क्रिय रहने पर इनकमिंग सेवाएं भी बंद कर दी जाएंगी।
5. ग्राहकों की जेब पर प्रभाव
- नए Voice + SMS पैक से दो सिम उपयोगकर्ताओं को महंगे डेटा पैक की जगह किफायती विकल्प मिलेंगे।
- यह कदम टेलीकॉम सेक्टर में उपयोगकर्ताओं के आर्थिक बोझ को कम करेगा।
6. टेलीकॉम कंपनियों के लिए दिशा-निर्देश
- ट्राई जल्द ही इस संबंध में औपचारिक गाइडलाइंस जारी करेगा, जिससे टेलीकॉम कंपनियां अपनी सेवाओं को बेहतर तरीके से ग्राहकों तक पहुंचा सकें।
यह बदलाव न केवल टेलीकॉम सेक्टर को व्यवस्थित बनाएगा, बल्कि उपयोगकर्ताओं को उनकी जरूरतों के मुताबिक सेवाएं भी प्रदान करेगा।