Post Office vs Bank: बैंक में ब्याज सिर्फ 3%, पोस्ट ऑफिस दे रहा 4% फिक्स्ड रिटर्न, जानें कहाँ होगा फायदा

बैंक में सेविंग्स अकाउंट खुलवाना अब घाटे का सौदा साबित हो सकता है! पोस्ट ऑफिस दे रहा है ज्यादा ब्याज, कम मिनिमम बैलेंस और सरकारी योजनाओं से सीधा जुड़ाव। अगर आप भी अपने पैसों पर बेहतर रिटर्न चाहते हैं, तो यह लेख पढ़े बिना फैसला न लें। तुलना जानिए और सही विकल्प चुनिए!

By Praveen Singh
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Post Office vs Bank: बैंक में ब्याज सिर्फ 3%, पोस्ट ऑफिस दे रहा 4% फिक्स्ड रिटर्न, जानें कहाँ होगा फायदा
बैंक में ब्याज सिर्फ 3%, पोस्ट ऑफिस दे रहा 4% फिक्स्ड रिटर्न

Post Office vs Bank सेविंग्स अकाउंट को लेकर लोगों के बीच हमेशा से भ्रम रहा है कि किसमें पैसा रखना बेहतर है। हालांकि ज्यादातर लोग बैंक में ही सेविंग्स अकाउंट खोलते हैं, लेकिन Post Office की सेविंग्स स्कीम भी कम नहीं है। खासकर ब्याज दर (Interest Rate), मिनिमम बैलेंस और कम शुल्क जैसे मामलों में Post Office Saving Account कई मायनों में Bank Saving Account से बेहतर साबित हो सकता है।

बैंक में ब्याज सिर्फ 3%, पोस्ट ऑफिस दे रहा 4% फिक्स्ड रिटर्न

Post Office vs Bank सेविंग्स अकाउंट की तुलना करें तो ब्याज दर सबसे बड़ा फैक्टर बनकर उभरता है। वर्तमान में देश के अधिकतर बड़े सरकारी और प्राइवेट बैंक अपने सेविंग्स अकाउंट पर केवल 2.70% से 3.00% तक की ब्याज दर दे रहे हैं। जैसे—

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) – 2.70%
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) – 2.70%
केनरा बैंक (Canara Bank) – 2.90%
बैंक ऑफ इंडिया (BOI) – 2.90%
बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) – 2.75%
एचडीएफसी बैंक (HDFC) – 3.00%
आईसीआईसीआई बैंक (ICICI) – 3.00%
एक्सिस बैंक (Axis Bank) – 3.00%

वहीं दूसरी ओर, Post Office Saving Account अपने खाताधारकों को 4.0% का फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट दे रहा है, जो मौजूदा समय में बैंकों से कहीं बेहतर है।

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मिनिमम बैलेंस: पोस्ट ऑफिस में ₹500, बैंकों में ₹1,000 से ₹10,000 तक

Post Office vs Bank सेविंग अकाउंट में दूसरा बड़ा फर्क मिनिमम बैलेंस (Minimum Balance) का है। बैंकों में रेगुलर सेविंग्स अकाउंट के लिए मिनिमम बैलेंस ₹1,000 से शुरू होकर ₹10,000 तक जाता है। खासकर HDFC, ICICI जैसे प्राइवेट बैंक ₹10,000 तक की लिमिट रखते हैं। यदि खाता धारक इतना बैलेंस मेंटेन नहीं कर पाता तो उस पर पेनल्टी लगती है।

इसके उलट, पोस्ट ऑफिस में सेविंग्स अकाउंट के लिए सिर्फ ₹500 का मिनिमम बैलेंस मेंटेन करना जरूरी है, और न्यूनतम निकासी की सीमा भी महज ₹50 है। यह फीचर खासकर ग्रामीण और आम वर्ग के लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है।

बैंक बनाम पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट: सुविधाओं में कौन आगे?

पोस्ट ऑफिस और बैंकों दोनों की अपनी-अपनी सुविधाएं हैं, लेकिन इन्हें बारीकी से देखने पर पता चलता है कि सुविधा के मामले में बैंक थोड़ा आगे हैं, लेकिन पोस्ट ऑफिस कम शुल्क और ग्रामीण पहुंच के लिहाज से बेहतर है।

पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट की प्रमुख सुविधाएं

  • चेक बुक सुविधा: आवेदन के बाद मिलती है
  • एटीएम कार्ड: सीमित नेटवर्क पर उपलब्ध
  • ई-बैंकिंग / मोबाइल बैंकिंग: सीमित फीचर्स
  • सरकारी योजनाएं: APY, PMSBY, PMJJBY में जुड़ने की सुविधा
  • ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच: देशभर में ब्रांच नेटवर्क
  • कम शुल्क: सेवाओं पर चार्ज बहुत कम

बैंक सेविंग्स अकाउंट की प्रमुख सुविधाएं

  • चेक बुक: तुरंत और मुफ्त
  • एटीएम/डेबिट कार्ड: हर ब्रांच और शहर में स्वीकार्य
  • फुल डिजिटल बैंकिंग: UPI, नेट बैंकिंग, मोबाइल ऐप से ट्रांजैक्शन
  • पैन-आधार लिंकिंग: ऑनलाइन मिनटों में
  • अन्य सुविधाएं: FD, म्यूचुअल फंड, लोन, क्रेडिट कार्ड
  • 24×7 कस्टमर सपोर्ट: कॉल सेंटर, ऐप, चैटबॉट

किसे चुनें – पोस्ट ऑफिस या बैंक?

अगर आप अधिक डिजिटल सुविधा और मल्टीपल सर्विस की तलाश में हैं जैसे नेट बैंकिंग, UPI, लोन, म्यूचुअल फंड आदि, तो बैंक सेविंग्स अकाउंट आपके लिए उपयुक्त है। लेकिन अगर आपका उद्देश्य ब्याज दर में फायदा, कम मिनिमम बैलेंस, और सरकार समर्थित सुरक्षित स्कीम्स का लाभ है तो Post Office Saving Account आपके लिए ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है।

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इसके अलावा, ग्रामीण क्षेत्रों में जहां बैंकों की पहुंच सीमित है, वहां पोस्ट ऑफिस एक मजबूत विकल्प बनकर सामने आता है। साथ ही पोस्ट ऑफिस अकाउंट से सीधे सरकारी योजनाओं का लाभ लेना भी आसान हो जाता है।

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FAQs

Q1. पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट में कितनी ब्याज दर मिलती है?
पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट में 4.0% की फिक्स्ड ब्याज दर मिलती है, जो कई बैंकों की दर से अधिक है।

Q2. क्या पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट में एटीएम कार्ड मिलता है?
हां, लेकिन यह कार्ड केवल कुछ सीमित मशीनों पर काम करता है और इसकी पहुंच बैंक के मुकाबले कम है।

Q3. क्या पोस्ट ऑफिस अकाउंट से डिजिटल बैंकिंग संभव है?
हां, पोस्ट ऑफिस की ई-बैंकिंग सुविधा उपलब्ध है लेकिन इसके फीचर्स सीमित होते हैं।

Q4. बैंक सेविंग्स अकाउंट में क्या मिनिमम बैलेंस की लिमिट ज्यादा होती है?
हां, बैंकों में मिनिमम बैलेंस ₹1,000 से ₹10,000 तक होता है, जबकि पोस्ट ऑफिस में यह ₹500 है।

Q5. क्या पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट सुरक्षित होता है?
जी हां, यह भारत सरकार द्वारा समर्थित होता है और पूरी तरह सुरक्षित माना जाता है।

Post Office vs Bank Saving Account की तुलना में पोस्ट ऑफिस कई मामलों में बढ़त बनाए हुए है। खासकर ब्याज दर, मिनिमम बैलेंस और लो-फीस स्ट्रक्चर के मामले में यह एक मजबूत विकल्प है। हालांकि, सुविधा और डिजिटल एक्सेस के मोर्चे पर बैंक आज भी बेहतर हैं। इसलिए, अगर आप एक स्थिर और सरल सेविंग्स ऑप्शन चाहते हैं, तो पोस्ट ऑफिस अकाउंट एक स्मार्ट चॉइस हो सकता है।

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