
आज के समय में निवेश के मामले में ज्यादातर लोग अवेयर होते हैं, लेकिन निवेश के सही तरीके को समझ पाना कई बार मुश्किल हो सकता है। यदि आप भी सोच रहे हैं कि कैसे अपने पैसों से पैसे बनाएं, तो आपको कंपाउंडिंग (Compounding) की ताकत का सही इस्तेमाल करना होगा। कंपाउंडिंग का मतलब होता है “ब्याज पर ब्याज”, और यही वजह है कि लॉन्ग टर्म निवेश के जरिए आपका पैसा तेजी से बढ़ता है।
कंपाउंडिंग का जादू! इन स्कीम्स में करें निवेश
कंपाउंडिंग का फायदा लेने के लिए सबसे जरूरी बात यह है कि निवेश में टाइम देना होगा। आपको यह समझना होगा कि लंबे समय तक निवेश करने पर ही आपको इसका असली फायदा मिलता है। यदि आप अभी से सही योजना चुनकर निवेश करते हैं, तो आने वाले वर्षों में आपको शानदार रिटर्न मिल सकता है।
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PPF – पब्लिक प्रोविडेंट फंड
अगर आप एक सुरक्षित और टैक्स बचाने वाला निवेश विकल्प तलाश रहे हैं, तो PPF एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। PPF में 15 साल तक निवेश किया जा सकता है, और इसे 5-5 साल के ब्लॉक में बढ़वाकर आपको इससे निरंतर फायदा मिल सकता है। फिलहाल, PPF पर 7.1 फीसदी तक ब्याज मिल रहा है। अगर आप इसमें सालाना 1.5 लाख रुपये जमा करते हैं और इसे 25 साल तक बढ़वाते हैं, तो आपकी राशि करोड़ों तक पहुंच सकती है।
SIP – Systematic Investment Plan
SIP एक बेहतरीन तरीका है म्यूचुअल फंड में निवेश करने का। इसमें आप किस्तों में निवेश करते हैं और जितना लंबा आपका निवेश रहेगा, उतना ज्यादा कंपाउंडिंग का फायदा आपको मिलेगा। SIP पर औसत सालाना रिटर्न 12 फीसदी तक माना जाता है, और कुछ मामलों में ये रिटर्न 14-15 फीसदी तक भी पहुंच सकता है। यदि आप SIP में नियमित रूप से निवेश करते हैं, तो आप आसानी से करोड़पति बन सकते हैं।
EPF – Employee Provident Fund
नौकरीपेशा लोगों के लिए EPF (Employee Provident Fund) एक अच्छा विकल्प है। यह एक रिटायरमेंट स्कीम है, जो आपको भविष्य में वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है। इस पर 8.25% तक ब्याज मिलता है और यह एक लंबी अवधि के निवेश के तौर पर बहुत लाभकारी साबित हो सकता है। EPF में आप अपनी सैलरी का 12% योगदान करते हैं, और इस योगदान को वीपीएफ (Voluntary Provident Fund) के जरिए बढ़ा सकते हैं।
VPF – Voluntary Provident Fund
EPF की तरह VPF भी एक सुरक्षित निवेश योजना है, लेकिन इसमें कर्मचारी अपने वेतन का 100% तक योगदान कर सकते हैं। इसमें भी वही 8.25% का ब्याज मिलता है, जो EPF में मिलता है। लंबी अवधि में VPF के जरिए आप अच्छा खासा पैसा जमा कर सकते हैं और रिटायरमेंट के बाद का जीवन आराम से बिता सकते हैं।
FD – Fixed Deposit
यदि आप एकमुश्त रकम जमा करके कंपाउंडिंग का फायदा लेना चाहते हैं, तो FD (Fixed Deposit) एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। FD को बैंक या पोस्ट ऑफिस में खोल सकते हैं। इसके जरिए आप अपना पैसा सुरक्षित रख सकते हैं और आपको नियमित रूप से ब्याज मिलता रहेगा। FD की ब्याज दरें भिन्न-भिन्न होती हैं, इसलिए आपको अपनी जरूरत के हिसाब से सबसे अच्छा विकल्प चुनना होगा।
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FAQs
1. कंपाउंडिंग का क्या मतलब है?
कंपाउंडिंग का मतलब है, “ब्याज पर ब्याज”। जब आपका निवेश बढ़ता है, तो आपके द्वारा अर्जित ब्याज पर भी ब्याज मिलता है, जिससे आपकी राशि तेजी से बढ़ती है।
2. क्या PPF पर टैक्स छूट मिलती है?
जी हां, PPF पर निवेश करने से आपको 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है, जो आपके टैक्स को कम करने में मदद करता है।
3. SIP में निवेश करना कितना सुरक्षित है?
SIP में म्यूचुअल फंड के जरिए निवेश किया जाता है, और यह एक सुरक्षित तरीका है, क्योंकि आप किस्तों में निवेश करते हैं और लंबी अवधि में इसके रिटर्न बेहतर होते हैं।
4. EPF और VPF में क्या अंतर है?
EPF में कर्मचारी अपनी सैलरी का 12% योगदान करते हैं, जबकि VPF में कर्मचारी अपनी सैलरी का 100% तक योगदान कर सकते हैं। VPF में निवेश करने से ज्यादा रिटर्न मिलता है।
5. FD में कितना ब्याज मिलता है?
FD में मिलने वाली ब्याज दर बैंक और पोस्ट ऑफिस के हिसाब से बदलती रहती है। आमतौर पर यह 5% से 7% तक होती है।
कंपाउंडिंग की ताकत का सही इस्तेमाल कर आप अपने पैसे को तेजी से बढ़ा सकते हैं। चाहे वह PPF, SIP, EPF, VPF या FD हो, इन सभी निवेश स्कीमों में लंबे समय तक निवेश करके आप शानदार रिटर्न पा सकते हैं। याद रखें, निवेश के लिए सही योजना और समय का चुनाव बहुत महत्वपूर्ण होता है। जितना जल्दी आप निवेश शुरू करेंगे, उतना ही बेहतर होगा आपके लिए।