
भारत के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के SBI Saving Account Interest को लेकर अक्सर ग्राहकों के मन में सवाल रहते हैं कि आखिर यह ब्याज साल में कितनी बार मिलता है और किस तारीख को खाते में क्रेडिट होता है। एसबीआई अपने करोड़ों खाताधारकों को सेविंग अकाउंट पर ब्याज देने की सुविधा देता है, जो हर तिमाही में उनके खाते में जमा किया जाता है।
SBI सेविंग अकाउंट ब्याज दर कितनी है?
SBI वर्तमान में अपने सेविंग अकाउंट पर 2.70% प्रति वर्ष की दर से ब्याज प्रदान कर रहा है। यदि किसी ग्राहक के खाते में ₹10 करोड़ या उससे अधिक राशि जमा है, तो उन पर ब्याज दर बढ़कर 3.00% प्रति वर्ष हो जाती है। यह ब्याज दर बैंक द्वारा समय-समय पर संशोधित की जाती है और इसकी प्रभावी तिथि 15 अक्टूबर 2022 से लागू है।
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SBI सेविंग अकाउंट का ब्याज साल में कितनी बार मिलता है?
SBI अपने ग्राहकों को सेविंग अकाउंट पर अर्जित ब्याज को तिमाही आधार (Quarterly Basis) पर उनके खाते में क्रेडिट करता है। यानी, साल में चार बार ब्याज का भुगतान किया जाता है। ब्याज क्रेडिट होने वाले महीने हैं:
- मार्च
- जून
- सितंबर
- दिसंबर
उदाहरण के लिए, जनवरी से मार्च तिमाही का ब्याज मार्च के आखिरी दिन तक खाते में आ जाता है। इसी तरह, जून, सितंबर और दिसंबर में भी तिमाही ब्याज का भुगतान किया जाता है।
SBI सेविंग अकाउंट ब्याज कैसे कैलकुलेट होता है?
SBI Saving Account Interest की गणना दैनिक शेष राशि (Daily Balance) के आधार पर की जाती है। यानी, आपके खाते में हर दिन जो बैलेंस होता है, उस पर रोजाना के हिसाब से ब्याज की गणना होती है। हालांकि, इसका भुगतान तिमाही में एक बार किया जाता है।
उदाहरण के तौर पर यदि आपके खाते में प्रतिदिन औसतन ₹1,00,000 की शेष राशि रहती है और ब्याज दर 2.70% प्रति वर्ष है तो:
दैनिक ब्याज = (₹1,00,000 × 2.70%) ÷ 365
तिमाही ब्याज = दैनिक ब्याज × 90 (लगभग)
तीन महीने के अंत में यह पूरा ब्याज जोड़कर आपके खाते में क्रेडिट कर दिया जाता है।
SBI सेविंग अकाउंट की मुख्य विशेषताएँ
SBI सेविंग अकाउंट न सिर्फ ब्याज अर्जित करने का माध्यम है, बल्कि कई अन्य सुविधाएँ भी प्रदान करता है:
- न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकता नहीं: खाता खोलने के बाद न्यूनतम राशि रखने की कोई अनिवार्यता नहीं है।
- ऑनलाइन बैंकिंग सुविधा: खाताधारक नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग के जरिए अपने खाते का संचालन कर सकते हैं।
- ATM/डेबिट कार्ड सुविधा: खाते के साथ एटीएम कार्ड मिलता है, जिससे देशभर में कैश निकासी और अन्य लेनदेन कर सकते हैं।
- नामांकन (Nomination) सुविधा: खाताधारक अपने खाते के लिए नामांकित व्यक्ति चुन सकते हैं।
- कर लाभ: अर्जित ब्याज पर आयकर अधिनियम की धारा 80TTA के तहत ₹10,000 तक ब्याज पर छूट मिलती है।
SBI Saving Account Interest पर टैक्स नियम
भले ही SBI Saving Account Interest पर आपको सालाना 2.70% ब्याज मिलता है, लेकिन यह ब्याज पूरी तरह टैक्सेबल है। हालांकि, आयकर अधिनियम के सेक्शन 80TTA के तहत ₹10,000 तक का ब्याज कर-मुक्त होता है। अगर आपकी कुल अर्जित ब्याज ₹10,000 से अधिक है, तो अतिरिक्त ब्याज को आपकी कुल आय में शामिल कर टैक्स देना होगा। यह नियम केवल इंडिविजुअल्स और HUF (हिंदू अविभाजित परिवार) पर लागू होता है।
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FAQs
प्रश्न 1: SBI Saving Account Interest साल में कितनी बार क्रेडिट होता है?
SBI Saving Account Interest साल में चार बार, तिमाही आधार पर मार्च, जून, सितंबर और दिसंबर में क्रेडिट किया जाता है।
प्रश्न 2: SBI सेविंग अकाउंट पर वर्तमान में ब्याज दर कितनी है?
SBI सेविंग अकाउंट पर वर्तमान ब्याज दर 2.70% प्रति वर्ष है। ₹10 करोड़ से अधिक राशि जमा होने पर यह दर 3.00% प्रति वर्ष हो जाती है।
प्रश्न 3: SBI सेविंग अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस रखने की आवश्यकता है क्या?
नहीं, SBI सेविंग अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस रखने की कोई अनिवार्यता नहीं है।
प्रश्न 4: क्या SBI Saving Account Interest टैक्स फ्री होता है?
SBI Saving Account Interest पर टैक्स लागू होता है। हालांकि, सेक्शन 80TTA के तहत ₹10,000 तक के ब्याज पर छूट मिलती है।
प्रश्न 5: SBI Saving Account का ब्याज कैसे कैलकुलेट किया जाता है?
SBI सेविंग अकाउंट का ब्याज आपकी दैनिक शेष राशि (Daily Balance) के आधार पर कैलकुलेट किया जाता है और तिमाही में एक बार क्रेडिट किया जाता है।
SBI सेविंग अकाउंट उन ग्राहकों के लिए बेहतरीन विकल्प है, जो सुरक्षित, सुविधाजनक और नियमित ब्याज अर्जित करने वाला खाता चाहते हैं। हर तिमाही में ब्याज का भुगतान, न्यूनतम बैलेंस की कोई बाध्यता न होना, ऑनलाइन बैंकिंग सुविधाएँ और टैक्स में मिलने वाली छूट इसे और भी आकर्षक बनाती है। हालांकि, ग्राहकों को यह ध्यान देना जरूरी है कि ब्याज पर टैक्स दायित्व है, जिसे आयकर रिटर्न में शामिल करना आवश्यक है।