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पोस्ट ऑफिस SCSS से करें रेगुलर कमाई! जानें कैसे होगी ₹40,000 की मंथली इनकम

सुरक्षित निवेश और हर महीने गारंटीड कमाई! पोस्ट ऑफिस की Senior Citizen Saving Scheme (SCSS) में निवेश कर पाएं ₹40,000 तक की मंथली इनकम। जानिए कितना निवेश करना होगा, ब्याज दरें और स्कीम के सभी फायदे – पूरी डिटेल्स यहां पढ़ें और स्मार्ट इन्वेस्टमेंट करें!

By Praveen Singh
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पोस्ट ऑफिस SCSS से करें रेगुलर कमाई! जानें कैसे होगी ₹40,000 की मंथली इनकम
पोस्ट ऑफिस SCSS

पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम (SCSS) उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक शानदार विकल्प है, जो रिटायरमेंट के बाद सुरक्षित और निश्चित आय की तलाश में हैं। यह स्कीम सरकार द्वारा समर्थित है और 8.2% सालाना ब्याज दर के साथ तिमाही आधार पर ब्याज भुगतान करती है। यदि पति-पत्नी इस योजना में संयुक्त रूप से निवेश करते हैं, तो वे 40 हजार रुपये तक की मासिक आय प्राप्त कर सकते हैं।

सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम की खासियत

सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम (SCSS) एक सरकारी बचत योजना है, जो वरिष्ठ नागरिकों को सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न प्रदान करती है। इस योजना में पोस्ट ऑफिस और अधिकृत बैंकों में खाता खोला जा सकता है। यह सरकार द्वारा समर्थित निवेश योजना होने के कारण पूरी तरह से सुरक्षित है और इसमें बाजार के उतार-चढ़ाव का कोई जोखिम नहीं है।

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कौन खोल सकता है SCSS अकाउंट?

SCSS अकाउंट केवल वरिष्ठ नागरिकों के लिए उपलब्ध है, लेकिन कुछ शर्तों के साथ अन्य पात्र लोग भी इसमें निवेश कर सकते हैं। इस योजना में 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी भारतीय आवेदन कर सकते हैं। वे सरकारी कर्मचारी भी आवेदन कर सकते हैं जिनके द्वारा 55 से 60 वर्ष में VRS के तहत रिटायरमेंट लिया गया हो।

50 वर्ष या उससे अधिक उम्र के रिटायर्ड डिफेंस कर्मचारी, बशर्ते वे रिटायरमेंट के बाद मिले लाभ को 1 महीने के भीतर SCSS में निवेश करें। HUF (हिंदू अनडिवाइडेड फैमिली) और NRI (नॉन-रेसिडेंट इंडियंस) इस योजना में निवेश नहीं कर सकते है।

SCSS में कितने अकाउंट खोले जा सकते हैं?

SCSS के तहत एक व्यक्ति अधिकतम 30 लाख रुपये तक का निवेश कर सकता है। यदि पति-पत्नी अलग-अलग खाते खोलते हैं, तो वे कुल 60 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं। यदि संयुक्त खाता (Joint Account) खोला जाता है, तो उसकी अधिकतम सीमा 30 लाख रुपये होगी। यह योजना 5 साल के लिए लागू होती है, लेकिन इसकी अवधि को 3 साल और बढ़ाया जा सकता है।

हर महीने कितनी हो सकती है इनकम?

SCSS में ब्याज का भुगतान हर तीन महीने (तिमाही) में एक बार किया जाता है। यदि आप इससे मासिक इनकम चाहते हैं, तो आपको ब्याज निकासी को सही ढंग से मैनेज करना होगा। यदि इसमें 30 लाख रुपये का निवेश करते हैं तो ऐसे में सालाना ब्याज दर 8.2% रहती है। तिमाही ब्याज 60,150 रुपये एवं मासिक इनकम 20,050 रुपये होती है। यदि पति-पत्नी दोनों अलग-अलग SCSS अकाउंट खोलते हैं, तो उनकी संयुक्त मासिक आय 40,100 रुपये तक हो सकती है।

क्या SCSS अकाउंट को समय से पहले बंद कर सकते हैं?

यदि आपको निवेश की अवधि पूरी होने से पहले रकम की जरूरत पड़ती है, तो आप खाता बंद कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए कुछ शर्तें लागू होती हैं:

  • 1 साल से पहले खाता बंद करने पर: कोई ब्याज नहीं मिलेगा, और यदि ब्याज दिया जा चुका है, तो उसे मूलधन से काट लिया जाएगा।
  • 1 से 2 साल के बीच खाता बंद करने पर: 1.5% राशि पेनाल्टी के रूप में काटी जाएगी।
  • 2 से 5 साल के बीच बंद करने पर: 1% राशि पेनाल्टी के रूप में काटी जाएगी।
  • 5 साल के बाद एक्सटेंडेड अकाउंट को 1 साल बाद बंद करने पर: कोई पेनाल्टी नहीं लगेगी।

सही रणनीति अपनाकर SCSS से अधिकतम लाभ उठाएं

SCSS में तिमाही ब्याज मिलता है, जिसे हर महीने निकालकर नियमित इनकम के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर पति-पत्नी दोनों के नाम से अलग-अलग खाते खोले जाएं, तो मासिक इनकम 40 हजार रुपये से अधिक हो सकती है।

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मैच्योरिटी के बाद मिलने वाले मूलधन को फिर से SCSS में निवेश करें, जिससे आपकी रेगुलर इनकम बनी रहे। इसके अलावा, SCSS के साथ पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) या फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) जैसी अन्य बचत योजनाओं को मिलाकर लॉन्ग टर्म में बेहतर रिटर्न हासिल किया जा सकता है।

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FAQs

Q1: क्या SCSS में निवेश सुरक्षित है?
हां, यह योजना सरकार द्वारा समर्थित है, इसलिए इसमें कोई जोखिम नहीं है।

Q2: SCSS अकाउंट को कब तक बढ़ाया जा सकता है?
SCSS को 5 साल की अवधि पूरी होने के बाद 3 साल के लिए और बढ़ाया जा सकता है।

Q3: क्या ब्याज की राशि हर महीने मिलती है?
नहीं, ब्याज का भुगतान हर तिमाही (तीन महीने) में एक बार होता है, लेकिन इसे मासिक इनकम की तरह निकाला जा सकता है।

Q4: क्या SCSS पर टैक्स बेनिफिट मिलता है?
हां, सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स छूट मिलती है।

Q5: क्या NRI इस स्कीम में निवेश कर सकते हैं?
नहीं, NRI और HUF इस योजना में निवेश नहीं कर सकते।

पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम (SCSS) रिटायरमेंट के बाद सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न प्राप्त करने का एक शानदार विकल्प है। 8.2% सालाना ब्याज दर के साथ यह योजना बुजुर्गों को रेगुलर इनकम का भरोसेमंद जरिया प्रदान करती है। यदि पति-पत्नी अलग-अलग खाते खोलते हैं, तो वे 40 हजार रुपये तक की मासिक आय अर्जित कर सकते हैं। यह योजना उन लोगों के लिए सबसे अच्छी है, जो रिटायरमेंट के बाद बिना जोखिम के नियमित आय चाहते हैं।

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