Sukanya Samriddhi Yojana (SSY) सरकार की एक विशेष योजना है, जिसे बेटियों के आर्थिक सशक्तिकरण और उनके सुरक्षित भविष्य के लिए शुरू किया गया है। इस योजना के तहत माता-पिता अपनी बेटी के नाम पर एक खाता खोल सकते हैं और उसमें नियमित निवेश कर सकते हैं। यह योजना बेटियों की शिक्षा और विवाह जैसे महत्वपूर्ण खर्चों के लिए एक अच्छा वित्तीय सहारा प्रदान करती है।
सुकन्या समृद्धि योजना की विशेषताएँ
इस योजना के तहत एक बेटी के नाम पर खाता खोला जा सकता है, जिसमें सालाना न्यूनतम ₹250 और अधिकतम ₹1.5 लाख तक का निवेश किया जा सकता है। इस योजना की अवधि 21 साल की होती है, लेकिन निवेश की अवधि 15 साल की है। इसके बाद भी योजना पर ब्याज मिलता रहता है, जिससे निवेश की राशि में वृद्धि होती है। सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दर सरकार द्वारा तय की जाती है, और फिलहाल यह दर अन्य निवेश योजनाओं की तुलना में अधिक है, जिससे निवेशकों को एक सुनिश्चित और लाभकारी रिटर्न मिलता है।
मासिक निवेश और संभावित रिटर्न
- हर महीने ₹1000 निवेश करने पर – अगर आप हर महीने ₹1000 का निवेश करते हैं, तो 1 साल में ₹12000 का योगदान होगा। 15 सालों तक यह राशि बढ़कर ₹1,80,000 हो जाएगी। ब्याज दर के अनुसार, 21 साल पूरे होने पर आपको कुल ₹5,09,212 का फंड मिलेगा, जिसमें ₹3,29,000 ब्याज के रूप में प्राप्त होगा।
- हर महीने ₹2000 निवेश करने पर – यदि आप मासिक ₹2000 निवेश करते हैं, तो सालाना निवेश ₹24,000 होगा और 15 सालों में कुल निवेश ₹3,60,000 तक पहुंच जाएगा। ब्याज के साथ मैच्योरिटी पर यह राशि बढ़कर ₹11,08,412 हो जाएगी, जिसमें लगभग ₹7,48,412 का ब्याज शामिल होगा।
- हर महीने ₹3000 निवेश करने पर – इसी प्रकार, मासिक ₹3000 जमा करने पर 15 साल में कुल निवेश ₹5,40,000 हो जाएगा। ब्याज सहित 21 साल के बाद इस निवेश पर कुल राशि ₹16,62,618 तक पहुँच सकती है।
सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करके माता-पिता अपनी बेटियों के उज्जवल भविष्य के लिए एक अच्छा वित्तीय फंड बना सकते हैं। यह योजना न केवल सुरक्षित है, बल्कि इसमें उच्च ब्याज दर के चलते निवेश पर बेहतरीन रिटर्न भी मिलता है। बेटियों के भविष्य के लिए यह योजना एक सशक्त और लाभकारी कदम है।