
भारत सरकार द्वारा बेटियों के भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित करने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण योजना है सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana), जो बेटियों की शिक्षा और शादी के खर्चों को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है। यह योजना न केवल वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है, बल्कि माता-पिता को बेटियों के बेहतर भविष्य की योजना बनाने में भी मदद करती है।
सुकन्या समृद्धि योजना क्या है?
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) एक दीर्घकालिक बचत योजना है, जिसे 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू किया गया था। इस योजना का उद्देश्य बेटियों की शिक्षा और विवाह के लिए धन की बचत को प्रोत्साहित करना है। SSY में निवेश किया हुआ पैसा माता-पिता या अभिभावक को बेटी की पढ़ाई और शादी के खर्चों के लिए एक सुरक्षित वित्तीय साधन प्रदान करता है।
योजना की मुख्य विशेषताएँ:
- 10 साल से कम उम्र की बेटियों के लिए खाता: सुकन्या समृद्धि योजना केवल 10 वर्ष से कम उम्र की बेटियों के लिए है। माता-पिता या कानूनी अभिभावक इस योजना के तहत खाता खुलवा सकते हैं, जिससे उनकी बेटी का भविष्य सुरक्षित हो सके। 10 वर्ष से अधिक उम्र की बेटियों के लिए खाता खोलने की अनुमति नहीं है, जिससे योजना का उद्देश्य केवल छोटी बच्चियों के भविष्य को सुनिश्चित करना है।
- अधिकतम दो बेटियों के लिए खाता: इस योजना के तहत आप अधिकतम दो बेटियों के लिए खाता खुलवा सकते हैं। हालांकि, यदि दूसरी संतान के समय जुड़वां बेटियों का जन्म होता है या एक साथ तीन बच्चियों का जन्म होता है, तो तीन बेटियों के लिए भी खाता खोला जा सकता है। इस नियम के तहत परिवार की सभी बेटियों को योजना का लाभ मिल सकता है।
- 15 साल तक का निवेश: सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश की अवधि 15 वर्ष है। खाता खुलवाने के बाद आपको 15 साल तक नियमित रूप से पैसा जमा करना होता है। इसके बाद खाता 21 साल तक सक्रिय रहता है और मैच्योरिटी पर पूरी राशि ब्याज सहित एकमुश्त दी जाती है।
- ब्याज दर: वर्तमान में, सुकन्या समृद्धि योजना पर 8% वार्षिक ब्याज दर दी जा रही है, जो बाजार की अन्य बचत योजनाओं की तुलना में काफी आकर्षक है। सरकार द्वारा तिमाही आधार पर ब्याज दर की समीक्षा की जाती है, जिससे निवेशकों को बेहतर रिटर्न की संभावना रहती है।
- न्यूनतम और अधिकतम निवेश: इस योजना में खाता खोलने के लिए न्यूनतम 1000 रुपये का निवेश किया जा सकता है, और अधिकतम 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष जमा किए जा सकते हैं। यह निवेश 100 रुपये के गुणकों में किया जा सकता है, जिससे निवेशक अपनी सुविधा अनुसार छोटी या बड़ी राशियाँ जमा कर सकते हैं।
- दंड शुल्क: यदि किसी वर्ष आप निर्धारित न्यूनतम राशि जमा नहीं कर पाते हैं, तो आपको 50 रुपये का दंड शुल्क देना होगा। इसके साथ ही खाता निष्क्रिय हो सकता है, जिसे बाद में पुनः सक्रिय किया जा सकता है।
कैसे खोलें सुकन्या समृद्धि खाता?
सुकन्या समृद्धि खाता खोलने के लिए आपको किसी भी निकटतम बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाना होगा। वहां आप बेटी के जन्म प्रमाण पत्र, अभिभावक की पहचान और पते के प्रमाण पत्र के साथ आवेदन कर सकते हैं। खाता खोलने के बाद आप नियमित रूप से उसमें पैसा जमा कर सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना के लाभ
- कर में छूट: इस योजना में जमा की गई राशि पर धारा 80C के तहत कर छूट प्राप्त होती है। साथ ही, मैच्योरिटी पर मिलने वाली राशि और ब्याज भी कर-मुक्त होता है, जिससे निवेशकों को पूरा लाभ मिलता है।
- सुरक्षित भविष्य: यह योजना बेटी के भविष्य की सुरक्षा के लिए एक प्रभावी तरीका है। इसका उपयोग बेटी की उच्च शिक्षा या विवाह के खर्चों को पूरा करने के लिए किया जा सकता है।
- सरकारी सुरक्षा: यह योजना सरकारी गारंटी के तहत आती है, इसलिए इसमें निवेश करना पूरी तरह सुरक्षित है।