नए साल की शुरुआत के साथ ही सोने-चांदी की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। शनिवार, 11 जनवरी 2025 को सोने और चांदी की कीमतों में फिर से बड़ा बदलाव हुआ है। 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने के रेट में बढ़ोतरी ने निवेशकों और खरीदारों को आकर्षित किया है। इस वक्त सोने की कीमतें आसमान छू रही हैं, जो इसे खरीदने वालों के लिए एक सुनहरा मौका बनाती हैं।
11 जनवरी को सोने-चांदी की नई कीमतें जारी
आज 22 कैरेट सोने का रेट 73,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया है, जबकि 24 कैरेट सोने का भाव 79,600 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास बना हुआ है। त्योहारों और शादी के सीजन की वजह से सोने की मांग में जबरदस्त वृद्धि हुई है, जो इसके दाम बढ़ने का मुख्य कारण बन रही है। इसके साथ ही, चांदी की कीमतें भी बढ़कर 93,500 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं। इस बढ़ोतरी से यह स्पष्ट होता है कि सोने और चांदी में निवेश का यह सही समय है।
दिल्ली समेत देशभर में सोने और चांदी की कीमतें
आज देश के प्रमुख शहरों में सोने के दाम तेजी से ऊपर गए हैं। दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, और जयपुर में 22 कैरेट सोना 73,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर है, जबकि 24 कैरेट सोना 79,620 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बना हुआ है। वहीं, मुंबई और कोलकाता में थोड़ा कम भाव देखा गया, जहां 22 कैरेट सोने का रेट 72,850 रुपये और 24 कैरेट सोने का रेट 79,470 रुपये रहा।
यह तेजी सिर्फ स्थानीय बाजार की मांग तक सीमित नहीं है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतें बढ़ने से देश में इसका प्रभाव पड़ा है। डॉलर की मजबूती, रुपये की कमजोरी और आर्थिक अनिश्चितताओं के चलते सोने में निवेश सुरक्षित माना जा रहा है।
सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण
शादी और त्योहारों का सीजन शुरू होते ही सोने-चांदी की मांग में तेज बढ़ोतरी होती है। यह डिमांड कीमतों को सीधे प्रभावित करती है। इसके अलावा, वैश्विक बाजार में उथल-पुथल के चलते सोने और चांदी की कीमतों में इजाफा हो रहा है। रुपये की कमजोरी भी इस बढ़ोतरी का एक बड़ा कारण है, क्योंकि इससे आयात महंगा होता है।
सोने की कीमत कैसे तय होती है?
भारत में सोने-चांदी की कीमत कई प्रमुख कारकों पर निर्भर करती है। शादी और त्योहारों की डिमांड स्थानीय बाजार को प्रभावित करती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के दामों में बदलाव का सीधा असर भारतीय बाजार पर पड़ता है। साथ ही, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियां और ब्याज दरों में बदलाव भी सोने की कीमत को प्रभावित करते हैं। डॉलर की मजबूती और रुपये की कमजोरी सोने को और महंगा बना देती हैं।
FAQs
1. क्या सोने की कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है?
हां, शादी और त्योहारों की बढ़ती डिमांड और वैश्विक बाजार की अनिश्चितता के कारण सोने की कीमतों में और वृद्धि संभव है।
2. क्या यह सोने में निवेश करने का सही समय है?
अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश की सोच रहे हैं, तो मौजूदा समय में सोने में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है।
3. चांदी की कीमत क्यों बढ़ रही है?
चांदी की कीमतें भी बढ़ती मांग और वैश्विक बाजार की स्थिति के चलते बढ़ रही हैं। इसके अलावा, चांदी का उपयोग औद्योगिक क्षेत्र में भी होता है, जो इसकी कीमतों को प्रभावित करता है।
11 जनवरी 2025 को सोने-चांदी की कीमतों में उछाल ने इसे निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बना दिया है। स्थानीय और वैश्विक मांग, रुपये की कमजोरी और शादी-त्योहारों का सीजन इस बढ़ोतरी के मुख्य कारण हैं। यदि आप सोने-चांदी में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो यह एक सुनहरा मौका हो सकता है।