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यूपी के किसानों को अब नहीं मिलेगी किसान सम्मान निधि, ये रहा इसका कारण

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ उठाने का सुनहरा मौका! सिर्फ 31 दिसंबर 2024 तक करें फार्मर रजिस्ट्री, नहीं तो छूट जाएंगे कई बड़े फायदे। पंजीकरण की आसान प्रक्रिया जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर।

By Praveen Singh
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यूपी के किसानों को अब नहीं मिलेगी किसान सम्मान निधि, ये रहा इसका कारण

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan) योजना के तहत प्रदेश के किसानों को आर्थिक सहायता के रूप में ₹2000 की किस्त नियमित रूप से दी जा रही है। योजना के तहत किसानों को अन्य लाभकारी योजनाओं से जोड़ने और उन्हें हर संभव मदद पहुंचाने के लिए “फार्मर रजिस्ट्री” में पंजीकरण कराना अनिवार्य कर दिया गया है। यह पंजीकरण 31 दिसंबर 2024 तक किया जाएगा। यदि आपने अभी तक अपना पंजीकरण नहीं कराया है, तो जल्द ही करवा लें, अन्यथा आप इस योजना और इससे जुड़े अन्य लाभों से वंचित हो सकते हैं।

क्या है फार्मर रजिस्ट्री और क्यों है जरूरी?

मऊ के अपर जिलाधिकारी सत्यप्रिय सिंह ने बताया कि फार्मर रजिस्ट्री के जरिए किसानों को सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं और अनुदानों का सीधा लाभ मिलेगा। इस रजिस्ट्री में किसानों का पूरा विवरण दर्ज किया जाएगा, जैसे नाम, पिता का नाम, स्वामित्व वाले खेत की गाटा संख्या, सह-खातेदारों का विवरण, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड और ई-केवाईसी की जानकारी। इससे किसानों के लिए योजनाओं का लाभ लेना आसान हो जाएगा।

किसी भी प्रकार के स्वामित्व परिवर्तन, जैसे विरासत या बयनामा, होने पर यह रजिस्ट्री स्वतः ही अपडेट हो जाएगी। किसानों के लिए यह सुविधा उनकी पहचान और पात्रता को सुनिश्चित करने के लिए बेहद उपयोगी साबित होगी।

पंजीकरण कैसे कराएं?

किसान अपना पंजीकरण सरकार द्वारा निर्धारित पोर्टल upfr.agristack.gov.in और “Farmer Registry UP” मोबाइल ऐप के माध्यम से स्वयं कर सकते हैं। साथ ही, जनसेवा केंद्रों (सीएससी) पर भी यह सुविधा उपलब्ध है, जहां किसान निर्धारित शुल्क देकर अपना पंजीकरण करवा सकते हैं।

जनसेवा केंद्र पर पंजीकरण के लिए किसानों को निम्न दस्तावेज साथ ले जाने होंगे:

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  • खतौनी की प्रति
  • फैमिली आईडी या राशन कार्ड
  • आधार कार्ड
  • आधार से लिंक मोबाइल नंबर

इसके अलावा, राजस्व विभाग और कृषि विभाग के अधिकारी और कर्मचारी कैंप लगाकर पंजीकरण प्रक्रिया में किसानों की मदद करेंगे।

कितने किसानों ने कराया पंजीकरण?

अपर जिलाधिकारी के अनुसार, जनपद में 319,245 किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले रहे हैं। इनमें से लगभग 85% किसानों ने ‘ई-केवाईसी’ पूरी कर ली है। उन्होंने बाकी बचे किसानों से भी जल्द से जल्द ई-केवाईसी कराने की अपील की है।

ई-केवाईसी न कराने पर योजना की अगली किस्त मिलने में परेशानी हो सकती है। इसलिए किसानों को सलाह दी जाती है कि वे निर्धारित समयसीमा के भीतर अपनी रजिस्ट्री और ई-केवाईसी पूरी कर लें।

किसान रजिस्ट्री का लाभ

फार्मर रजिस्ट्री में पंजीकरण के बाद किसानों को न केवल पीएम किसान सम्मान निधि की अगली किस्त का लाभ मिलेगा, बल्कि अन्य कृषि योजनाओं और सब्सिडी का भी लाभ उन्हें आसानी से प्राप्त होगा। यह रजिस्ट्री सरकार और किसानों के बीच पारदर्शिता बनाए रखने का एक महत्वपूर्ण कदम है।

समय सीमा का ध्यान रखें

किसानों को 31 दिसंबर 2024 तक फार्मर रजिस्ट्री में पंजीकरण करना अनिवार्य है। यह योजना किसानों के समग्र विकास और उनके जीवन स्तर को सुधारने के लिए सरकार का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। अपर जिलाधिकारी ने कहा कि समय पर पंजीकरण न कराने वाले किसानों को योजना के लाभ से वंचित होना पड़ सकता है।

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