इस SIP से बनेंगे 1 करोड़            

जिसकी जमीन आएगी बनेगा करोड़ों का मालिक, उत्तर प्रदेश में बनेगा नया 380Km लंबा Expressway

उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद से कानपुर तक बनने वाला नया एक्सप्रेसवे 380 किलोमीटर लंबा होगा और 9 जिलों से होकर गुजरेगा। यह एक्सप्रेसवे यात्रा के समय में कमी लाएगा, साथ ही व्यापार, उद्योग और रोजगार के अवसरों में वृद्धि करेगा। यह प्रोजेक्ट 2026 तक पूरा होने की योजना है, जिससे क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिलेगा।

By Praveen Singh
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जिसकी जमीन आएगी बनेगा करोड़ों का मालिक, उत्तर प्रदेश में बनेगा नया 380Km लंबा Expressway

उत्तर प्रदेश में एक नए Expressway का निर्माण शुरू होने जा रहा है, जो गाजियाबाद से कानपुर तक जाएगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना की कुल लंबाई 380 किलोमीटर होगी। इसे ग्रीनफील्ड कॉरिडोर के नाम से जाना जाएगा। यह एक्सप्रेसवे न केवल यात्रा के समय में उल्लेखनीय कमी करेगा, बल्कि 9 जिलों का समग्र विकास भी सुनिश्चित करेगा। इस परियोजना के माध्यम से न केवल यातायात में सुधार होगा, बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे, जो स्थानीय आर्थिक विकास में अहम भूमिका निभाएंगे।

एक्सप्रेसवे का मार्ग और लाभ

यह एक्सप्रेसवे गाजियाबाद से शुरू होकर हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, उन्नाव और कानपुर से होते हुए यात्रा करेगा। इस मार्ग से सफर करने वाले यात्रियों को गाजियाबाद से कानपुर का दूरी कम समय में तय करने का लाभ मिलेगा। वर्तमान में यह यात्रा लगभग 8 घंटे की होती है, जो इस नए एक्सप्रेसवे के बनने के बाद मात्र 5.30 घंटे में पूरी हो सकेगी। इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि इन क्षेत्रों में नई संभावनाओं का द्वार भी खुलेगा।

नए उद्योगों और व्यापार का स्वागत

यह एक्सप्रेसवे न केवल यातायात में सुधार करेगा, बल्कि उद्योग और व्यापार की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होगा। एक्सप्रेसवे के निर्माण से इलाके में नए उद्योगों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों की स्थापना की संभावना बढ़ेगी, जो स्थानीय अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देंगे। इसके साथ ही रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे, जो लाखों लोगों के लिए फायदेमंद साबित होंगे।

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एक्सप्रेसवे की विशेषताएँ

इस एक्सप्रेसवे को एक ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट के रूप में डिज़ाइन किया गया है, जिसका मतलब है कि इस परियोजना के निर्माण से पर्यावरण पर कम प्रभाव पड़ेगा। शुरुआत में यह एक्सप्रेसवे चार लेन का होगा, लेकिन बाद में इसे छह लेन तक बढ़ाने की योजना है, ताकि बढ़ती ट्रैफिक की आवश्यकता को पूरा किया जा सके। यह एक्सप्रेसवे उत्तरी छोर पर NH-9 से और दक्षिणी छोर पर कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा, जिससे यह पूरे क्षेत्र के ट्रांसपोर्ट नेटवर्क को मजबूती देगा।

प्रोजेक्ट की समयसीमा

इस एक्सप्रेसवे को 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और उम्मीद है कि आने वाले महीनों में इसका काम शुरू होगा। प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद, उत्तर प्रदेश के इन क्षेत्रों में एक नया विकासात्मक युग शुरू होगा, जो आर्थिक और सामाजिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा।

(FAQs)

  1. यह एक्सप्रेसवे कितने जिलों से होकर गुजरेगा?
    यह एक्सप्रेसवे 9 जिलों से होकर गुजरेगा, जिनमें गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, उन्नाव और कानपुर शामिल हैं।
  2. इस एक्सप्रेसवे के बनने से यात्रा का समय कितना कम होगा?
    गाजियाबाद से कानपुर का यात्रा समय जो पहले 8 घंटे था, अब एक्सप्रेसवे के बनने से मात्र 5.30 घंटे में पूरा होगा।
  3. क्या यह एक्सप्रेसवे पर्यावरण के लिए हानिकारक होगा?
    नहीं, यह एक ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है, जिसे पर्यावरण पर न्यूनतम प्रभाव डालते हुए डिज़ाइन किया गया है।

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