Interpol की तर्ज पर बना BharatPol, विदेशों में छिपे भगोड़ों की अब खैर नहीं

इंटरपोल की तर्ज पर सीबीआई का बड़ा कदम—'भारतपोल' करेगा राज्यों की पुलिस को एकजुट, भगोड़ों की अब नहीं खैर! जानें कैसे ये प्लेटफॉर्म अपराधियों की धरपकड़ को तेज और आसान बनाएगा।

By Praveen Singh
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Interpol की तर्ज पर बना BharatPol, विदेशों में छिपे भगोड़ों की अब खैर नहीं
Interpol की तर्ज पर बना BharatPol

भारत में क्राइम और भगोड़ों से निपटने के लिए सीबीआई ने एक नई और प्रभावी पहल शुरू की है। ‘भारतपोल’ (BharatPol) नामक यह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिमिनल मामलों में सहयोग बढ़ाने और राज्यों की पुलिस के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए लॉन्च किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के द्वारा जनवरी में इस प्लेटफॉर्म के लॉन्च किए जाने की संभावना है।

‘BharatPol’ का उद्देश्य

दुनिया के दूसरे सबसे बड़े संगठन इंटरपोल की तर्ज पर तैयार ‘BharatPol’ का उद्देश्य अपराधियों और भगोड़ों की गिरफ्तारी को तेज करना है। सीबीआई द्वारा डिजाइन किया गया यह प्लेटफॉर्म देश की सभी पुलिस एजेंसियों को एक साझा मंच प्रदान करेगा।

इसकी मदद से, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की पुलिस न केवल क्राइम से जुड़ा डेटा शेयर कर सकेगी, बल्कि विदेशों में छिपे अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई को भी अंजाम दे सकेगी। BharatPol का सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि इंटरपोल से संबंधित अनुरोध और जानकारी एक केंद्रीकृत प्रणाली में आएगी। इससे न केवल प्रक्रिया का समय कम होगा बल्कि महत्वपूर्ण मामलों में पारदर्शिता भी बढ़ेगी।

भगोड़ों के लिए बढ़ेंगी मुश्किलें

यह ऑनलाइन मंच विदेशों में छिपे भगोड़ों के खिलाफ कार्रवाई को अधिक प्रभावी बनाने का वादा करता है। ‘भारतपोल’ के जरिए इंटरपोल से रेड नोटिस (Red Notice), येलो नोटिस (Yellow Notice), और ब्लू नोटिस (Blue Notice) जैसे जरूरी अनुरोधों को तेजी से पूरा किया जा सकेगा।

विदेशों में छिपे भगोड़ों की पहचान, गतिविधियों और स्थान की जानकारी को प्राप्त करने में भी यह प्लेटफॉर्म सहायक होगा। खासकर, बड़े आर्थिक अपराधियों और अन्य गंभीर अपराधों में संलिप्त लोगों के खिलाफ यह एक बड़ा हथियार साबित हो सकता है।

सीबीआई की नई रणनीति और लॉन्च की तैयारी

सीबीआई डायरेक्टर प्रवीण सूद के नेतृत्व में ‘भारतपोल’ को एक आधुनिक और अत्याधुनिक प्लेटफॉर्म के रूप में तैयार किया गया है। अधिकारी बताते हैं कि इसका प्राथमिक उद्देश्य हर राज्य और केंद्रशासित प्रदेश की पुलिस एजेंसियों के बीच एक मजबूत सहयोग बनाना है। सीबीआई की आंतरिक टीम ने इसे डिजाइन किया है, और यह फिलहाल टेस्टिंग मोड में है। जनवरी में अमित शाह द्वारा इसके औपचारिक उद्घाटन की संभावना जताई जा रही है।

इंटरपोल और भारतपोल का तालमेल

इंटरपोल (International Criminal Police Organization) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो 195 सदस्य देशों के बीच क्रिमिनल मामलों में सहयोग करता है। भारत में इसका प्रतिनिधित्व सीबीआई करती है। भारतपोल के जरिए अब इंटरपोल के माध्यम से क्राइम से जुड़ी जानकारी और खुफिया डेटा का आदान-प्रदान और आसान हो जाएगा। यह प्लेटफॉर्म अपराधियों की तलाश, गिरफ्तारी और जांच प्रक्रिया में तेजी लाने का काम करेगा।

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FAQs

BharatPol क्या है और इसका उद्देश्य क्या है?
‘भारतपोल’ सीबीआई द्वारा विकसित एक ऑनलाइन मंच है जो राज्यों की पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के बीच समन्वय स्थापित करने और विदेश में छिपे भगोड़ों की गिरफ्तारी में सहायता प्रदान करेगा।

यह कैसे काम करेगा?
यह प्लेटफॉर्म इंटरपोल के जरिए विभिन्न प्रकार के नोटिस और क्राइम डेटा के आदान-प्रदान को सरल और तेज बनाएगा।

BharatPol से कौन लाभान्वित होगा?
सभी राज्यों की पुलिस एजेंसियां, केंद्रीय एजेंसियां, और भारत के नागरिक, जिन्हें न्याय दिलाने में तेजी आएगी।

इसकी लॉन्चिंग कब होगी?
जनवरी 2024 में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इसे लॉन्च कर सकते हैं।

‘भारतपोल’ भारत के न्याय प्रणाली और कानून प्रवर्तन तंत्र में एक क्रांतिकारी कदम है। यह प्लेटफॉर्म न केवल भारत में क्राइम कंट्रोल को प्रभावी बनाएगा बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपराधियों की पकड़ को भी सुनिश्चित करेगा।

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