जान लो लाल डोरा वाली प्रॉपर्टी क्या है, कहीं जिंदगी भर की कमाई लूट न जाए

लाल डोरा प्रॉपर्टी, जो कभी ब्रिटिश शासन के दौरान शुरू हुई थी, आज भी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। यह प्रॉपर्टी सस्ती होती है, लेकिन इसमें कानूनी जोखिम और दस्तावेज़ों की कमी हो सकती है। जानिए इसके फायदे और नुकसान और निवेश से पहले क्या करना चाहिए।

By Praveen Singh
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जान लो लाल डोरा वाली प्रॉपर्टी क्या है, कहीं जिंदगी भर की कमाई लूट न जाए

लाल डोरा प्रॉपर्टी के बारे में अक्सर सुना जाता है, लेकिन बहुत से लोग इसकी असलियत और इसके फायदे-नुकसान के बारे में पूरी तरह से अवगत नहीं होते। खासतौर पर दिल्ली, पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में यह एक अहम मुद्दा बन चुका है, जहां लाल डोरा के तहत आने वाली भूमि को लेकर कई कानूनी और सरकारी मुद्दे उठते रहते हैं। तो, आखिरकार यह लाल डोरा प्रॉपर्टी क्या होती है, और क्या यह खरीदने से पहले सच में आपको सभी पहलुओं पर विचार करना चाहिए? आइये, विस्तार से जानते हैं।

लाल डोरा प्रॉपर्टी क्या होती है?

लाल डोरा प्रॉपर्टी वह भूमि है, जिसका कोई पंजीकृत राजस्व रिकॉर्ड नहीं होता। इस व्यवस्था की शुरुआत ब्रिटिश शासन में 1908 में की गई थी, जब गांवों में गैर कृषि उद्देश्यों के लिए उपयोग होने वाली भूमि को चिन्हित किया गया। यह भूमि नक्शे पर लाल लकीरों से घेरकर अलग दिखाई जाती थी और इसे ‘लाल डोरा’ कहा जाता था। इस प्रॉपर्टी को मुख्य रूप से आवासीय जरूरतों के लिए उपयोग किया जाता था।

दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में आज भी कई ऐसी प्रॉपर्टीज हैं, जो लाल डोरा के दायरे में आती हैं। हालांकि, सरकार इस प्रॉपर्टी को अब मान्यता देने लगी है, और कुछ राज्य जैसे हरियाणा ने तो अपने शहरों को लाल डोरा से मुक्त करने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है।

लाल डोरा प्रॉपर्टी के फायदे और नुकसान

लाल डोरा प्रॉपर्टी के फायदे और नुकसान दोनों ही होते हैं, जिनसे परिचित होना जरूरी है।

फायदे

  • निर्माण में छूट: लाल डोरा के तहत आने वाली भूमि पर आपको नगर निगम या अन्य प्राधिकरण से अनुमोदन लेने की जरूरत नहीं पड़ती, जिसका मतलब है कि आप बिना नक्शा पास कराए अपने घर या भवन का निर्माण कर सकते हैं।
  • सस्ती प्रॉपर्टी: रजिस्टर्ड प्रॉपर्टी की तुलना में लाल डोरा प्रॉपर्टी काफी सस्ती होती है। इसी कारण से लोग इसे खरीदने में दिलचस्पी दिखाते हैं।
  • हाउस टैक्स में छूट: लाल डोरा के तहत आने वाली प्रॉपर्टी पर हाउस टैक्स देने की आवश्यकता नहीं होती, जो आमतौर पर रजिस्टर्ड प्रॉपर्टी पर लागू होता है।

नुकसान

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  • कानूनी सुरक्षा की कमी: चूंकि लाल डोरा प्रॉपर्टी का कोई पंजीकृत रिकॉर्ड नहीं होता, ऐसे में इसकी मालिकाना स्थिति भी अस्पष्ट रहती है। कभी-कभी यह प्रॉपर्टी सामूहिक स्वामित्व में होती है, जिससे इसमें कानूनी विवाद हो सकते हैं।
  • बैंक लोन की अनुपलब्धता: बैंक ऐसे प्रॉपर्टीज पर लोन देने से इंकार कर देते हैं, क्योंकि इनकी पंजीकरण प्रक्रिया पूरी नहीं होती।
  • कागजी कार्रवाई में कमी: लाल डोरा प्रॉपर्टी का दस्तावेज़ सरकारी कार्यालयों में नहीं मिलता, जिससे भविष्य में धोखाधड़ी का खतरा बना रहता है।
  • बेचने में कठिनाई: यदि आप भविष्य में इस प्रॉपर्टी को बेचना चाहते हैं, तो आपके लिए यह प्रक्रिया कठिन हो सकती है, क्योंकि buyer के लिए यह खतरे से भरा हो सकता है।

निवेश से पहले क्या करें?

लाल डोरा प्रॉपर्टी में निवेश करने से पहले इसकी कानूनी स्थिति और दस्तावेज़ों की सही स्थिति की गहरी जांच करना जरूरी है। आप किसी विशेषज्ञ या कानूनी सलाहकार से मदद ले सकते हैं, जो इस प्रॉपर्टी से जुड़ी सभी पेचीदगियों को समझने में मदद कर सके। अगर आप लाल डोरा प्रॉपर्टी में निवेश करना चाहते हैं, तो सुनिश्चित करें कि भूमि का स्वामित्व स्पष्ट हो और भविष्य में किसी प्रकार का विवाद न हो।

(FAQs)

1. क्या लाल डोरा प्रॉपर्टी कानूनी रूप से सुरक्षित है?
लाल डोरा प्रॉपर्टी का कानूनी स्थिति अस्पष्ट हो सकती है, क्योंकि यह पंजीकृत नहीं होती। इससे जुड़ी भूमि पर कोई आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं होता, जिससे मालिकाना अधिकार पर विवाद हो सकता है।

2. क्या मैं लाल डोरा प्रॉपर्टी पर बैंक से लोन ले सकता हूँ?
नहीं, आमतौर पर बैंक लाल डोरा प्रॉपर्टी पर लोन नहीं देते, क्योंकि इसकी पंजीकरण प्रक्रिया अधूरी होती है।

3. क्या लाल डोरा प्रॉपर्टी पर कोई टैक्स देना पड़ता है?
लाल डोरा प्रॉपर्टी पर हाउस टैक्स की आवश्यकता नहीं होती, जो इसे सस्ती बनाता है।

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