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बड़ी खबर: CGHS लाभार्थियों के लिए बड़ा अपडेट, पेंशनभोगियों के लिए तुरंत जानना जरूरी!

उत्तर प्रदेश में 15,719 लाभार्थियों ने उठाया पहल का लाभ। जानें, कैसे CGHS ID को ABHA ID से जोड़ने से स्वास्थ्य सेवाएं होंगी डिजिटल और कुशल।

By Praveen Singh
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बड़ी खबर: CGHS लाभार्थियों के लिए बड़ा अपडेट, पेंशनभोगियों के लिए तुरंत जानना जरूरी!

CGHS (Central Government Health Scheme) आईडी को ABHA (Ayushman Bharat Health Account) ID से लिंक करना केंद्र सरकार की एक डिजिटल स्वास्थ्य पहल है, जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता और पहुंच को डिजिटल तरीके से सुधारना है। राज्यसभा में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के राज्य मंत्री श्री प्रतापराव जाधव ने इस प्रक्रिया की प्रगति और लाभों की जानकारी दी।

उत्तर प्रदेश में CGHS और ABHA लिंकिंग की स्थिति

उत्तर प्रदेश में CGHS सुविधा का संचालन मेरठ, कानपुर, लखनऊ और प्रयागराज में स्थित चार क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से किया जाता है। इन क्षेत्रों के तहत 15,719 CGHS लाभार्थियों ने अपनी ABHA ID को CGHS कार्ड से जोड़ा है।

राष्ट्रीय स्तर पर, 2,46,006 CGHS लाभार्थियों ने अब तक अपनी ABHA ID को लिंक किया है। हालांकि, गाजियाबाद और नोएडा जैसे उत्तर प्रदेश के अन्य शहर दिल्ली और NCR के अधिकार क्षेत्र में आते हैं, और इनके आंकड़े अलग से दर्ज नहीं किए जाते।

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CGHS ID को ABHA ID से जोड़ने के मुख्य लाभ

  • ABHA एक 14-अंकीय अद्वितीय संख्या प्रदान करता है, जो विभिन्न स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के बीच व्यक्ति की विशिष्ट पहचान करता है। इससे रोगियों के स्वास्थ्य रिकॉर्ड डिजिटली संरक्षित और प्रबंधित किए जा सकते हैं।
  • CGHS लाभार्थियों को राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य पारितंत्र (National Digital Health Ecosystem) में जोड़ा जाता है। यह पारितंत्र स्वास्थ्य सेवा को डिजिटल और सुरक्षित तरीके से साझा करने की अनुमति देता है।
  • लाभार्थी अपने स्वास्थ्य रिकॉर्ड को किसी भी व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड (PHR) ऐप के माध्यम से देख सकते हैं। यह रिकॉर्ड सुरक्षित और डिजिटल होते हैं, जो केवल रोगी की सहमति से साझा किए जाते हैं।
  • इस प्रक्रिया से स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के बीच जानकारी के आदान-प्रदान की प्रक्रिया तेज और कुशल होती है। यह समय बचाने के साथ ही डेटा गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
  • स्वास्थ्य रिकॉर्ड केवल रोगी की अनुमति से साझा किए जाते हैं। यह प्रक्रिया केंद्रीकृत भंडारण के बिना डेटा की गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित करती है।

लाभार्थियों की सहायता के लिए उपलब्ध सहायता प्रणाली

लाभार्थियों को 11 जनवरी 2023 के एक प्रशासनिक ज्ञापन में दिए गए निर्देशों के माध्यम से चरणबद्ध तरीके से मार्गदर्शन प्रदान किया गया है। इसमें स्वयं अपनी CGHS ID को ABHA ID से लिंक करने की प्रक्रिया समझाई गई है। CGHS के यूट्यूब चैनल ‘@cghsindia’ पर उपलब्ध वीडियो और वेबिनार प्रेजेंटेशन लाभार्थियों को प्रक्रिया समझने में मदद करते हैं।

स्वास्थ्य सेवा की इस पहल से रोगियों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतर सुविधा मिलती है। यह न केवल सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य प्रदाताओं के बीच डेटा साझा करने को सुगम बनाता है, बल्कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के उद्देश्यों को भी साकार करता है। उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में, जहां स्वास्थ्य सेवा की मांग अधिक है, यह पहल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और पहुंच को बेहतर बनाएगी।

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