नए साल 2025 की शुरुआत में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में निवेश करने का सही समय है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा इस साल रेपो रेट में कटौती की संभावना है, जिससे FD पर ब्याज दरें कम हो सकती हैं। अभी कई बैंक आकर्षक ब्याज दरें दे रहे हैं। स्मॉल फाइनेंशियल बैंक, प्राइवेट बैंक, पब्लिक सेक्टर बैंक और विदेशी बैंक अपनी-अपनी कैटेगरी में निवेशकों को अधिकतम ब्याज का लाभ दे रहे हैं।
स्मॉल फाइनेंस बैंकों का आकर्षक ऑफर
अगर आप स्मॉल फाइनेंस बैंकों की एफडी योजनाओं पर नज़र डालें, तो नॉर्थईस्ट स्मॉल फाइनेंस बैंक 9% की उच्चतम ब्याज दर (546 से 1111 दिन) दे रहा है। अन्य बैंक जैसे जना स्मॉल फाइनेंस बैंक और इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक 8.25% ब्याज दर दे रहे हैं। वहीं, सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक 8.60% और उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक 8.50% तक की दरें ऑफर कर रहे हैं।
प्राइवेट बैंकों की दरें
प्राइवेट बैंकों में बंधन बैंक और डीसीबी बैंक 8.05% तक की दरें दे रहे हैं, जबकि आरबीएल बैंक 8% और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक 7.90% ब्याज दर दे रहे हैं। इंडसइंड बैंक की एफडी पर 7.99% और एचडीएफसी तथा आईसीआईसीआई बैंक क्रमशः 7.40% और 7.25% की ब्याज दर दे रहे हैं।
पब्लिक सेक्टर बैंकों का योगदान
पब्लिक सेक्टर बैंक जैसे बैंक ऑफ महाराष्ट्र, बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ बड़ौदा 7.30% से 7.35% तक की ब्याज दर दे रहे हैं। वहीं, केनरा बैंक 7.40% और एसबीआई 7.25% (444 दिन की अमृत वृष्टि स्कीम) के साथ निवेशकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं।
विदेशी बैंकों की FD स्कीम
विदेशी बैंक भी अच्छे ऑफर दे रहे हैं। डॉयचे बैंक 8%, एचएसबीसी और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक 7.50% की ब्याज दरें दे रहे हैं। ये बैंक कम समयावधि में अच्छा रिटर्न प्रदान करने का वादा करते हैं।
(FAQs)
1. क्या FD में निवेश का यह सही समय है?
हाँ, अभी FD में निवेश का सही समय है क्योंकि ब्याज दरें अधिकतम स्तर पर हैं और RBI की दरें घटाने की संभावना है।
2. छोटे और बड़े बैंक में एफडी के लिए कौन बेहतर है?
दोनों के अपने फायदे हैं। छोटे बैंक अधिक ब्याज दरें देते हैं, जबकि बड़े बैंक अधिक सुरक्षित और स्थिर होते हैं।
3. क्या FD पर मिलने वाला ब्याज कर योग्य है?
हाँ, FD पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल है। इसे आपकी वार्षिक आय में जोड़ा जाता है।
जनवरी 2025 में FD में निवेश करना पैसा कमाने का बेहतरीन मौका हो सकता है। छोटे और लंबे समयावधि के FD विकल्पों का मिश्रण बनाकर निवेशक बेहतर रिटर्न पा सकते हैं। जल्दी निर्णय लें क्योंकि RBI की ब्याज दरों में कटौती भविष्य में ब्याज दरों को कम कर सकती है।