
पिछले कुछ वर्षों में SIP (Systematic Investment Plan) की लोकप्रियता काफी बढ़ी है, खासकर शेयर बाजार की तेज़ी के कारण। SIP में इन्वेस्टमेंट करने वालों को अच्छा रिटर्न मिला, जिससे यह निवेश का एक पसंदीदा विकल्प बन गया। लेकिन हाल ही में बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला, जिससे SIP में निवेश करने वालों को नुकसान भी हुआ। ऐसे में छोटे निवेशकों को यह समझने की जरूरत है कि SIP ही एकमात्र विकल्प नहीं है। अगर आप अपने इन्वेस्टमेंट को सुरक्षित रखना चाहते हैं और फिक्स्ड रिटर्न की तलाश कर रहे हैं, तो आपके लिए कुछ बेहतरीन विकल्प मौजूद हैं।
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) – सुरक्षित इन्वेस्टमेंट का भरोसेमंद जरिया
जो निवेशक कम जोखिम और फिक्स्ड रिटर्न चाहते हैं, उनके लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) सबसे अच्छा विकल्प है। FD में निवेश पर ब्याज दर पहले से तय होती है, जिससे बाजार के उतार-चढ़ाव का असर इस पर नहीं पड़ता। इसके अलावा, जरूरत पड़ने पर एफडी को समय से पहले तुड़वाया भी जा सकता है। बैंक एफडी पर लोन की सुविधा भी देते हैं, जिससे यह निवेशक के लिए और भी फायदेमंद हो जाता है।
वर्तमान में विभिन्न बैंकों में एफडी पर ब्याज दर 6% से 8% के बीच मिल रही है। आप अपनी जरूरत के अनुसार एफडी की अवधि चुन सकते हैं, जो कुछ महीनों से लेकर 10 साल तक हो सकती है। एफडी पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है, लेकिन कुछ विशेष योजनाओं में टैक्स छूट भी मिलती है।
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पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) – लंबी अवधि का सुरक्षित इन्वेस्टमेंट
अगर आप लंबी अवधि के लिए सुरक्षित और अच्छा रिटर्न पाने वाले निवेश विकल्प की तलाश कर रहे हैं, तो पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एक शानदार ऑप्शन है। वर्तमान में PPF पर 7.1% की दर से ब्याज मिल रहा है, जो बाजार की अनिश्चितताओं से प्रभावित नहीं होता।
PPF की परिपक्वता अवधि 15 वर्ष की होती है, लेकिन इसे पांच और वर्षों के लिए बढ़ाया जा सकता है। इस योजना में इन्वेस्टमेंट करने पर इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत टैक्स छूट भी मिलती है, जिससे टैक्स सेविंग का फायदा भी मिलता है। इसके अलावा, यह एक सरकारी गारंटीड स्कीम है, यानी इसमें आपका पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहता है।
रेकरिंग डिपॉजिट (RD) – छोटे निवेशकों के लिए आदर्श विकल्प
अगर आप हर महीने छोटी राशि निवेश करके एक अच्छा फंड तैयार करना चाहते हैं, तो रेकरिंग डिपॉजिट (RD) आपके लिए एक बढ़िया विकल्प हो सकता है। RD में निवेशक को एक तय अवधि के लिए हर महीने एक निश्चित रकम जमा करनी होती है। यह उन लोगों के लिए आदर्श है, जो एकमुश्त बड़ी रकम निवेश करने में असमर्थ हैं लेकिन नियमित रूप से बचत करना चाहते हैं।
डाकघर में 5 साल की आरडी पर 6.7% का ब्याज मिल रहा है। अगर कोई निवेशक हर महीने 5000 रुपये RD में डालता है, तो 5 साल में उसका कुल निवेश 3,00,000 रुपये होगा, और ब्याज जोड़कर उसे 3,56,830 रुपये मिलेंगे। यानी 5 साल में 56,830 रुपये का अतिरिक्त लाभ मिलेगा।
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FAQs
1. क्या SIP को पूरी तरह से छोड़ देना चाहिए?
नहीं, SIP लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न दे सकता है, लेकिन यह बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है। अगर आपको कम जोखिम वाला इन्वेस्टमेंट चाहिए, तो FD, PPF, और RD बेहतर विकल्प हो सकते हैं।
2. PPF में अधिकतम कितना निवेश किया जा सकता है?
PPF में एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 500 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है।
3. क्या FD में निवेश करने पर टैक्स छूट मिलती है?
5 साल की टैक्स-सेविंग FD पर इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत छूट मिलती है। हालांकि, FD पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स देना पड़ता है।
4. RD और FD में क्या अंतर है?
RD में निवेशक हर महीने एक निश्चित राशि जमा करता है, जबकि FD में एकमुश्त राशि निवेश की जाती है।
अगर आप इन्वेस्टमेंट में स्थिरता और सुरक्षा चाहते हैं, तो SIP के अलावा भी कई विकल्प मौजूद हैं। फिक्स्ड डिपॉजिट (FD), पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), और रेकरिंग डिपॉजिट (RD) कम जोखिम वाले निवेश विकल्प हैं, जो तय रिटर्न की गारंटी देते हैं। बाजार की अनिश्चितताओं से बचने और अपने निवेश को सुरक्षित रखने के लिए आप इनमें निवेश कर सकते हैं। इन सभी विकल्पों में निवेश करने से न केवल आपका पैसा सुरक्षित रहेगा, बल्कि आपको एक निश्चित और स्थिर रिटर्न भी मिलेगा।
SIP के अलावा भी कई निवेश विकल्प मौजूद हैं, जो सुरक्षित और स्थिर रिटर्न देते हैं। फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में कम जोखिम के साथ निश्चित ब्याज मिलता है। पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) लंबी अवधि का सुरक्षित निवेश है, जो टैक्स सेविंग का फायदा भी देता है। रेकरिंग डिपॉजिट (RD) छोटे निवेशकों के लिए आदर्श है, जो हर महीने एक छोटी राशि निवेश कर एक बड़ा फंड बना सकते हैं।