
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में रेपो रेट (Repo Rate) में 0.25% की कटौती की है, जो पिछले 5 सालों में पहली बार हुआ है। इस फैसले से जहां लोन की EMI कम होगी, वहीं छोटी बचत योजनाओं के निवेशकों को नुकसान हो सकता है। सरकार अब PPF (Public Provident Fund), सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) जैसी योजनाओं की ब्याज दरों में कटौती कर सकती है। ऐसे में इन स्कीम्स में निवेश करने वाले लोगों को कम रिटर्न मिलने की संभावना है।
क्यों सुकन्या योजना और PPF पर घटेगा ब्याज?
रेपो रेट में कटौती का सीधा असर बैंकों की उधारी लागत पर पड़ता है। जब RBI रेपो रेट कम करता है, तो बैंक सस्ते में कर्ज ले सकते हैं, जिससे लोन की ब्याज दरें कम हो जाती हैं। सरकार मांग और खपत को बढ़ाने के लिए अक्सर छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कटौती करती है। अगर ऐसा हुआ, तो PPF, SSY, NSC और किसान विकास पत्र (KVP) जैसी योजनाओं पर मिलने वाला ब्याज कम हो सकता है।
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अभी नहीं हुए कोई बदलाव
फिलहाल, जनवरी-मार्च 2025 की तिमाही के लिए सरकार ने छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। हालांकि, यह ब्याज दरें हर तिमाही की समीक्षा के बाद तय की जाती हैं। पिछली बार सरकार ने FY 2023-24 की चौथी तिमाही में कुछ योजनाओं की ब्याज दरों में बदलाव किया था। इसलिए, यह मुमकिन है कि अप्रैल-जून 2025 की तिमाही में सरकार नई ब्याज दरों की घोषणा कर सकती है।
रेपो रेट में कटौती और इसका असर
RBI ने रेपो रेट को 6.5% से घटाकर 6.25% कर दिया है। इस फैसले से होम लोन (Home Loan), कार लोन (Car Loan) और अन्य लोन की EMI सस्ती हो जाएगी। हालांकि, छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में गिरावट की संभावना भी बढ़ गई है। होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन की EMI कम होगी। PPF, SSY और अन्य योजनाओं पर ब्याज दरों में कटौती हो सकती है। बैंक FD की ब्याज दरें भी घट सकती हैं। जो लोग सरकारी बचत योजनाओं पर निर्भर हैं, उन्हें कम ब्याज मिलने से नुकसान होगा।
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
अगर आप PPF, SSY, NSC या अन्य बचत योजनाओं में निवेश करना चाहते हैं, तो जल्दी निवेश करना बेहतर हो सकता है। फिलहाल, ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है, इसलिए आप मौजूदा दरों पर निवेश कर सकते हैं।
इसके अलावा, निवेशकों के पास अन्य विकल्प भी हैं:
- म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) – इक्विटी और डेट फंड में निवेश करें।
- बॉन्ड्स (Bonds) – लंबी अवधि के सरकारी और कॉरपोरेट बॉन्ड्स का विकल्प चुनें।
- फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) – ब्याज दरें कम होने से पहले निवेश करें।
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FAQs
1. क्या PPF और सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दरें कम हो जाएंगी?
संभावना है कि सरकार नई तिमाही में इन योजनाओं की ब्याज दरों में कटौती कर सकती है, लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
2. क्या रेपो रेट कट से लोन सस्ते होंगे?
हाँ, रेपो रेट कम होने से होम लोन, कार लोन और अन्य लोन की EMI घटेगी।
3. क्या FD की ब्याज दरें भी कम हो सकती हैं?
हाँ, बैंकों की उधारी लागत घटने से FD पर मिलने वाला ब्याज भी कम हो सकता है।
4. अगर PPF और SSY की ब्याज दरें घटती हैं तो क्या करें?
आपको जल्दी निवेश करने पर विचार करना चाहिए या म्यूचुअल फंड और बॉन्ड्स जैसे विकल्पों पर ध्यान देना चाहिए।
RBI द्वारा रेपो रेट में 0.25% की कटौती का सीधा असर लोन और बचत योजनाओं दोनों पर पड़ेगा। होम लोन और अन्य लोन सस्ते होंगे, लेकिन PPF, SSY, NSC जैसी बचत योजनाओं की ब्याज दरें घट सकती हैं। निवेशकों के लिए यह समय महत्वपूर्ण है, और उन्हें जल्द से जल्द सही निर्णय लेने की जरूरत है। अगर आप सरकारी बचत योजनाओं में निवेश करना चाहते हैं, तो मौजूदा ब्याज दरों पर जल्द निवेश करना बेहतर रहेगा।