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FD तोड़ने का बना रहे हैं प्लान? जानें प्रीमैच्योर फिक्स्ड डिपॉजिट की पूरी प्रोसेस

क्या आप भी फिक्स्ड डिपॉजिट तोड़ने का सोच रहे हैं? जानिए स्मार्ट विकल्प, जुर्माने से बचने की तरकीबें और प्रीमैच्योर FD तोड़ने का पूरा प्रोसेस। यहाँ जानें

By Praveen Singh
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FD तोड़ने का बना रहे हैं प्लान? जानें प्रीमैच्योर फिक्स्ड डिपॉजिट की पूरी प्रोसेस
FD तोड़ने का बना रहे हैं प्लान?

फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) भारत में सुरक्षित निवेश के लिए एक लोकप्रिय विकल्प है। लेकिन कई बार अचानक वित्तीय जरूरतें पड़ने पर आपको FD मैच्योरिटी (Maturity) से पहले तोड़नी पड़ सकती है। ऐसे में यह समझना जरूरी है कि प्रीमैच्योर एफडी तोड़ने पर क्या प्रक्रिया अपनाई जाती है और जुर्माना (Penalty) का गणना कैसे होती है।

प्रीमैच्योर FD तोड़ने की प्रक्रिया

यदि आप अपनी FD तोड़ने का निर्णय लेते हैं, तो आपको बैंक की ब्रांच जाकर या ऑनलाइन बैंकिंग पोर्टल/मोबाइल ऐप का उपयोग करना होगा। बैंक इस प्रक्रिया के दौरान जुर्माना वसूलते हैं, जो आपकी एफडी की अवधि, जमा की गई राशि और बैंक की पॉलिसी पर निर्भर करता है।

इस प्रक्रिया के तहत सबसे पहले आपको ओरिजनल FD रसीद और पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि प्रस्तुत करने होंगे। बैंक आपको एक फॉर्म देगा जिसे भरकर आप प्रीमैच्योर विड्रॉल की रिक्वेस्ट डाल सकते हैं। इसके बाद बैंक जुर्माना काटकर शेष राशि आपको दे देगा।

जुर्माने के निर्धारण को प्रभावित करने वाले कारक

FD तोड़ने पर लगने वाले जुर्माने को कई कारक प्रभावित करते हैं।

  • FD की अवधि (Tenure): लंबी अवधि की एफडी तोड़ने पर अधिक जुर्माना लगता है, जबकि छोटी अवधि की एफडी पर जुर्माना कम या न के बराबर हो सकता है।
  • बैंक की पॉलिसी: हर बैंक का जुर्माना स्ट्रक्चर अलग होता है। कुछ बैंक विशेष स्कीम पर कम या बिना जुर्माने की सुविधा भी देते हैं।
  • इंटरेस्ट रेट का प्रभाव: यदि एफडी खोलने के बाद ब्याज दरें बढ़ गई हैं, तो जुर्माना ज्यादा हो सकता है। गिरती दरों के मामले में यह कम हो सकता है, हालांकि यह बैंक पर निर्भर करता है।
  • FD का प्रकार: स्टैंडर्ड एफडी , टैक्स-सेविंग एफडी और सीनियर सिटीजन एफडी पर जुर्माना अलग-अलग हो सकता है।
  • जमा की गई राशि: बड़ी राशि वाली एफडी पर जुर्माना ब्याज का एक निश्चित प्रतिशत हो सकता है, जबकि छोटी राशि पर एक फिक्स्ड अमाउंट लिया जा सकता है।

प्रीमैच्योर FD तोड़ने के विकल्प

आप अपनी एफडी को तोड़े बिना उस पर लोन ले सकते हैं। कुछ बैंक ओवरड्राफ्ट की सुविधा प्रदान करते हैं जिससे आप एफडी को तोड़े बिना एक निश्चित राशि निकाल सकते हैं। जुर्माने से बचने के लिए छोटी अवधि की एफडी चुनें या लिक्विड एफडी का विकल्प अपनाएं। आप एफडी तोड़ने के बजाय उस पर लोन भी ले सकते हैं।

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(FAQs)

1. क्या FD तोड़ने पर हमेशा जुर्माना लगता है?
हां, ज्यादातर मामलों में बैंक एफडी तोड़ने पर जुर्माना लगाते हैं, लेकिन कुछ विशेष योजनाओं में यह कम या शून्य हो सकता है।

2. FD तोड़ने में कितना समय लगता है?
यह बैंक की प्रक्रिया पर निर्भर करता है। आमतौर पर यह प्रक्रिया 1-2 कार्यदिवस में पूरी हो जाती है।

3. क्या एफडी पर लोन लेना बेहतर विकल्प है?
हां, एफडी तोड़ने से बचने और जुर्माने को टालने के लिए यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

फिक्स्ड डिपॉजिट तोड़ने का निर्णय लेने से पहले जुर्माने और अन्य शर्तों को ध्यान में रखना चाहिए। सही निर्णय आपकी वित्तीय स्थिति और आवश्यकताओं के अनुसार ही लेना चाहिए।

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