सरसों के दाम (Sarso Price Today) इन दिनों रिकॉर्ड तोड़ तेजी पर हैं। देशभर की मंडियों में सरसों के भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से कहीं ऊपर चल रहे हैं, जिससे किसान और व्यापारी दोनों उत्साहित हैं। सरसों, जो रबी सीजन की प्रमुख फसल है, वर्तमान में अपनी ऊंचाई पर है। नवंबर से शुरू हुई यह तेजी अब दिसंबर में भी जारी है। विशेषज्ञों का मानना है कि सरसों का भाव जल्द ही ऑल टाइम हाई रिकॉर्ड बना सकता है।
देश के अलग-अलग राज्यों की मंडियों में सरसों की कीमतें अलग-अलग हैं। राजस्थान में, जो प्रमुख मस्टर्ड उत्पादक राज्य है, भाव 6480 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। वहीं, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भी किसान बेहतर कीमतों का लाभ उठा रहे हैं। हालांकि, कुछ राज्यों में अभी भी किसानों को MSP से नीचे दाम पर सरसों बेचनी पड़ रही है।
राजस्थान की मंडियों में सरसों का ताजा हाल
राजस्थान की मंडियों में इस समय मस्टर्ड के भाव में बड़ा उछाल देखा जा रहा है। मंडावरी मंडी में मस्टर्ड की कीमत 6038 रुपये से लेकर 6489 रुपये प्रति क्विंटल तक दर्ज की गई है। कोटा और सूरजगढ़ में भी कीमतें MSP से काफी ऊपर चल रही हैं। यह बढ़ते दाम इस बात का संकेत देते हैं कि आने वाले समय में किसानों की आय में वृद्धि होगी।
उत्तर प्रदेश और हरियाणा की स्थिति
उत्तर प्रदेश की फतेहपुर सीकरी मंडी में मस्टर्ड का भाव 6159 रुपये से 6307 रुपये प्रति क्विंटल तक है। हरदोई और अलीगढ़ में भी किसान अपनी फसल के लिए बेहतर दाम पा रहे हैं। हरियाणा में हालांकि स्थिति थोड़ी अलग है, जहां किसानों को अपेक्षाकृत कम कीमत मिल रही है।
अन्य राज्यों में सरसों का हाल
मध्य प्रदेश और गुजरात की मंडियों में मस्टर्ड की कीमतें अभी भी औसत स्तर पर हैं। गोरखपुर और सीहोर जैसे क्षेत्रों में दाम MSP के आसपास ही हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले हफ्तों में यहां भी तेजी देखी जा सकती है।
FAQs
1. सरसों के दाम क्यों बढ़ रहे हैं?
मस्टर्ड के दाम बढ़ने के पीछे रबी सीजन की मजबूत मांग और सीमित आपूर्ति मुख्य कारण हैं। इसके अलावा, वैश्विक बाजार में खाद्य तेलों की कीमतें भी बढ़ी हैं।
2. क्या मस्टर्ड की कीमतें और बढ़ेंगी?
विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा ट्रेंड को देखते हुए मस्टर्ड के दाम आगे और बढ़ सकते हैं।
3. किसान मस्टर्ड की कीमत कहां देख सकते हैं?
किसान स्थानीय मंडियों में ताजा भाव जान सकते हैं या राज्य कृषि विभाग के पोर्टल पर अपडेट देख सकते हैं।
मस्टर्ड के दामों में हो रही इस तेजी ने किसानों और व्यापारियों दोनों के लिए लाभ की स्थिति पैदा की है। अगर यह ट्रेंड जारी रहा, तो किसानों की आय में अच्छी बढ़ोतरी होगी।