60 सेकंड में अर्जेंट लोन लें

Post Office की स्‍कीम में किया है निवेश, कर दें ये छोटा सा काम, मूल से ज्यादा मिल जाएगा ब्‍याज

Post Office Time Deposit Scheme: सिर्फ ₹1000 से शुरुआत कर 7.5% ब्याज के साथ पाएं टैक्स बेनिफिट और सुरक्षित रिटर्न। जानिए कैसे एक छोटे कदम से आप बड़े फायदे उठा सकते हैं।

By Praveen Singh
Published on
Post Office की स्‍कीम में किया है निवेश, कर दें ये छोटा सा काम, मूल से ज्यादा मिल जाएगा ब्‍याज
Post Office की स्‍कीम में किया है निवेश

पोस्ट ऑफिस की कई स्कीम्स ऐसी हैं, जो निवेशकों को शानदार रिटर्न का भरोसा देती हैं। इनमें से Post Office Time Deposit Scheme एक ऐसी योजना है, जिसमें कम समय में न केवल गारंटीड रिटर्न मिलता है, बल्कि यह आपके लिए एक स्थिर और सुरक्षित निवेश का विकल्प बनती है। अगर आप भी इस योजना में निवेश कर रहे हैं या निवेश करने की सोच रहे हैं, तो इसे बेहतर बनाने के लिए एक जरूरी कदम उठाने की सलाह दी जाती है। यह स्कीम आपको मूल निवेश से अधिक ब्याज कमाने का मौका देती है।

Post Office टाइम डिपॉजिट बेनिफिट स्कीम

Post Office Time Deposit Scheme (POTD) एक ऐसा विकल्प है, जिसमें निवेश करने पर आपको निश्चित और सुरक्षित रिटर्न की गारंटी मिलती है। इसमें आप 1.5 लाख रुपये तक का टैक्स बेनिफिट भी हासिल कर सकते हैं। यह योजना न केवल निवेशकों को एक स्थिर बचत का विकल्प देती है, बल्कि यह उनके वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में भी मददगार साबित होती है।

आप इस योजना में न्यूनतम ₹1000 से निवेश शुरू कर सकते हैं, और यह अवधि 1 साल से 5 साल तक की हो सकती है। इसमें आपकी आवश्यकताओं और निवेश क्षमताओं के अनुसार ब्याज दर अलग-अलग रहती है।

समय के अनुसार ब्याज दरें

Post Office टाइम डिपॉजिट योजना में ब्याज दरें आपकी निवेश अवधि पर निर्भर करती हैं। इसमें 1 साल के निवेश पर 6.8% ब्याज दर, 2 साल के निवेश पर 6.9% ब्याज दर एवं 5 साल के निवेश पर 7.5% ब्याज दर निर्धारित की गई है। ब्याज की गणना मासिक आधार पर होती है, लेकिन इसका भुगतान सालाना किया जाता है।

5 साल के निवेश पर मिलेंगे बड़े फायदे

अगर आप इस योजना में ₹5 लाख का निवेश करते हैं, तो 5 साल की अवधि में आपको 7.5% ब्याज दर पर कुल ₹7,24,149 मिलेंगे। इसमें से ₹5 लाख आपका मूल निवेश होगा और शेष ₹2,24,149 ब्याज के रूप में आपकी कमाई होगी। यही नहीं, इस योजना को आप 5 साल के बाद और आगे बढ़ा सकते हैं।

अगर आप इसे अगले 5 साल के लिए रिन्यू कराते हैं, तो आपकी कुल मैच्योरिटी राशि लगभग ₹10,00,799 हो जाएगी।

टैक्स बेनिफिट और अन्य लाभ

Post Office की इस योजना में निवेश करने पर आपको धारा 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ भी मिलता है। यह उन निवेशकों के लिए बेहद फायदेमंद है, जो सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न के साथ-साथ टैक्स सेविंग का विकल्प ढूंढ रहे हैं।

इसके अलावा, इसमें आपका पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहता है क्योंकि यह योजना सरकार द्वारा समर्थित है। इसमें न कोई बाजार का जोखिम है और न ही किसी प्रकार का वित्तीय अस्थिरता का डर।

यह भी देखें सुप्रीम कोर्ट ने कहा बच्चों की सगाई कराना भी गैरकानूनी, संसद को इसपर विचार करने को कहा

सुप्रीम कोर्ट ने कहा बच्चों की सगाई कराना भी गैरकानूनी, संसद को इसपर विचार करने को कहा

क्यों करें स्कीम का रिन्यूअल?

Post Office टाइम डिपॉजिट स्कीम को रिन्यू कराने से आपको अधिक लाभ मिल सकता है। जैसे-जैसे समय बढ़ता है, आपके निवेश का ब्याज भी कंपाउंडिंग के जरिए बढ़ता है। इस प्रकार, यह योजना लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न प्रदान करती है और वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करती है।

FAQ

Q1: पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट में न्यूनतम और अधिकतम निवेश सीमा क्या है?
आप इस योजना में न्यूनतम ₹1000 से निवेश शुरू कर सकते हैं। अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है।

Q2: इस योजना में निवेश के लिए क्या पात्रता है?
भारत का कोई भी नागरिक, चाहे वह व्यक्तिगत हो या नाबालिग (अभिभावक की ओर से), इसमें निवेश कर सकता है।

Q3: क्या इसमें टैक्स लाभ मिलता है?
हां, 5 साल की अवधि वाले टाइम डिपॉजिट पर धारा 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ मिलता है।

Q4: ब्याज का भुगतान कैसे और कब किया जाता है?
ब्याज की गणना हर महीने की जाती है, लेकिन इसका भुगतान सालाना किया जाता है।

Q5: क्या इस योजना को मैच्योरिटी के बाद रिन्यू कराया जा सकता है?
हां, आप इस योजना को मैच्योरिटी के बाद रिन्यू कर सकते हैं और इसे आगे बढ़ा सकते हैं।

इस स्कीम में निवेश कर आप न केवल सुरक्षित फंड इकट्ठा कर सकते हैं, बल्कि अपने वित्तीय लक्ष्यों को भी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।

यह भी देखें सुप्रीम कोर्ट की बड़ी बेंच में फैसला, हिन्दू महिलाओं को पति की संपत्ति पर कितना होगा अधिकार?

सुप्रीम कोर्ट की बड़ी बेंच में फैसला, हिन्दू महिलाओं को पति की संपत्ति पर कितना होगा अधिकार?

Leave a Comment